विराट : मैं टी20 क्रिकेट के लिए 'फ़ैंसी शॉट्स' नहीं खेल सकता क्योंकि मुझे टेस्ट क्रिकेट भी खेलना है
कोहली ने कहा कि यह फिर तकनीक से समझौता करना हुआ, जो वह नहीं कर सकते

विराट कोहली, विराट कोहली की ही तरह खेलते हैं, फिर चाहे वह टी20 क्रिकेट ही क्यों ना हो। वह 360 डिग्री खिलाड़ी नहीं हैं और ना ही वह ऐसा बनना चाहते हैं। सनराइज़र्स हैदराबाद के ख़िलाफ़ मैच में 63 गेंदों पर 100 रनों की पारी खेलने के बाद उन्होंने इसी बात को दोहराया। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि वह क्रिकेट के तीनों फ़ॉर्मेट खेलते हैं और उन्हें अगले महीने की शुरुआत में ही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में खेलने जाना है।
उन्होंने कहा, "मैं ऐसा खिलाड़ी हूं जो अलग-अलग तरह के अतरंगी शॉट खेलना पसंद नहीं करता हूं। मुझे साल के 12 महीनों क्रिकेट खेलने हैं और मैं फ़ैंसी शॉट खेलकर अपना विकेट नहीं फेंक सकता। आईपीएल के बाद मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलना है, इसलिए मुझे अपने तकनीक के प्रति सच्चा रहना होगा। मुझे अपनी तकनीक पर गर्व है और जब किसी मैच पर इससे इंपैक्ट पड़ता है तो इससे मुझे और टीम दोनों को आत्मविश्वास मिलता है। इससे टीम को मदद मिलती है और यही मैं चाहता हूं।"
कोहली का यह बयान बहुत महत्वपूर्ण है कि वह टी20 क्रिकेट को टी20 क्रिकेट की तरह नहीं खेलना चाहते और उन्हें पता है कि इससे उनका टेस्ट क्रिकेट प्रभावित होगा। इस तरह से वह अपनी उस आलोचना का जवाब भी दे रहे हैं, जिसमें उनके टी20 अप्रोच पर सवाल किया जाता है। आप कह सकते हैं कि इन आलोचनाओं में दम है लेकिन आपको यह भी पता होना चाहिए कि इससे उनका वनडे और टेस्ट क्रिकेट का खेल प्रभावित होगा।
कोहली का यह शतक उनकी तकनीक से समझौता किए बिना ही आया है। यह टी20 में उनका सातवां और आईपीएल में छठा शतक था। उन्होंने कहा, "यह मेरा छठा आईपीएल शतक था और कभी-कभी मैं अपने को उतना क्रेडिट नहीं दे पाता, जिसका मैं हक़दार हूं। मैं अपने आपको हमेशा दबाव और तनाव में रखता हूं। हालांकि मैं किसी दूसरे की बात का उतना ख़्याल नहीं रखता क्योंकि यह उनकी अपनी राय है। मुझे पता है कि क्रिकेट के खेल को कैसे जीता जाता है और मैं ऐसा लंबे समय से करता आ रहा हूं। मैं परिस्थितियों से खेलता हूं और अपनी टीम को मैच जिताता हूं, इस पर मुझे गर्व है।"
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