BCCI कॉन्ट्रैक्ट में क्यों नहीं मिली अय्यर और किशन को जगह?
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इन दोनों को भारत के लिए ख़ुद को उपलब्ध ना करना चयनकर्ताओं को रास नहीं आया है

इशान किशन और श्रेयस अय्यर को BCCI के वार्षिक अनुबंध (सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट) में जगह इसलिए नहीं मिली है क्योंकि उन्होंने ख़ुद को राष्ट्रीय टीम के लिए प्रैक्टिकली अनुपलब्ध कर लिया।
किशन ने साउथ अफ़्रीका के टेस्ट दौरे के दौरान ब्रेक मांगा था और इसके बाद वह DY पाटिल टूर्नामेंट में खेलते नज़र आए हैं। जबकि अय्यर को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट श्रृंखला के दूसरे चरण के लिए फ़िट घोषित कर दिया गया था लेकिन इसके बावजूद ना तो वह टेस्ट श्रृंखला में खेलते नज़र आए और ना ही उन्होंने रणजी ट्रॉफ़ी का मैच खेला।
BCCI ने वार्षिक अनुबंध जारी करने के दौरान भी राष्ट्रीय टीम के लिए ना खेलने की स्थिति में सभी खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलने की सलाह दी। दो सप्ताह पहले BCCI के सचिव जय शाह ने केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम और घरेलू क्रिकेट के ऊपर IPL को तरजीह ना देने की चेतावनी दी थी। उन्होंने अपने ई मेल में यह स्पष्ट किया था कि ऐसा करने वाले खिलाड़ियों को गंभीर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं। इतना ही नहीं रांची टेस्ट के बाद ख़ुद कप्तान रोहित शर्मा ने भी कहा कि भारतीय टीम में खेलने का मौक़ा सिर्फ़ उन खिलाड़ियों को मिलेगा जिनके भीतर प्रदर्शन करने की भूख है।
इंग्लैंड के ख़िलाफ़ जारी टेस्ट श्रृंखला के दौरान भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने किशन के संबंध में कहा था कि उन्हें वापसी करने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना होगा। ESPNcricinfo को पता चला है कि भारतीय टीम मैनेजमेंट ने टेस्ट श्रृंखला के दौरान किशन से संपर्क किया था लेकिन तब उन्होंने मैनेजमेंट को बताया कि वह अभी तैयार नहीं हैं। जिसके बाद भारतीय दल में ध्रुव जुरेल को चुना गया।
वहीं अय्यर ने दूसरे टेस्ट के दौरान अपनी पीठ में तकलीफ़ की शिकायत की थी। हालांकि BCCI के मेडिकल स्टाफ़ द्वारा अय्यर को फ़िट घोषित किया गया था।
ESPNcricinfo को पता चला है कि केंद्रीय अनुबंध के लिए सिफारिश करने वाले चयनकर्ताओं को किशन का गेम को समय देने के बजाय अपने IPL कप्तान हार्दिक पंड्या के साथ ट्रेनिंग करना रास नहीं आया, जबकि अय्यर का भी मुंबई के लिए रणजी मैच मिस करना और कोलकाता नाइट राइडर्स के प्री सीज़न कैंप से जुड़ना चयनकर्ताओं को खटक गया। हालांकि अय्यर ने अब रणजी ट्रॉफ़ी के सेमीफ़ाइनल मैच के लिए ख़ुद को उपलब्ध करार दिया है।
BCCI के एक अधिकारी ने ESPNcricinfo से कहा, "चयनकर्ताओं को इनकी क्षमता पर कोई संदेह नहीं है लेकिन जब NCA आपको फ़िट घोषित कर रहा है और इसके बावजूद आप टेस्ट सीरीज़ के लिए ख़ुद को अनुपलब्ध बता रहे हैं तब ऐसी स्थिति में BCCI आपको किसी तरह के ऑफ़र की पेशकश कैसे कर सकता है? IPL के बाद अगर वह प्रो रेटा कॉन्ट्रैक्ट के लिए एक सीमित संख्या में मैच खेलने की तय शर्तों के अंतर्गत आएंगे तब उन्हें ज़रूर कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा।"
किशन और अय्यर की क्षमता तो पर तो वैसे भी किसी तरह का संदेह नहीं रहा होगा। एकदिवसीय विश्व कप के लिए अय्यर के फ़िट होने का भारतीय टीम मैनेजमेंट ने अंतिम समय तक इंतज़ार किया। ऋषभ पंत की अनुपस्थिति में के राहुल को साउथ अफ़्रीका दौरे पर मौक़ा दिए जाने से पहले किशन ही टेस्ट में भारत के लिए विकेटकीपिंग की पहली पसंद थे। हालांकि व्यक्तिगत कारणों का हवाला देकर किशन का झारखंड के लिए ना खेलने के बजाय IPL की तैयारी करना चयनकर्ताओं को रास नहीं आया।
केंद्रीय अनुबंध से बाहर किए जाने का फ़ैसला उन्हीं गंभीर नतीजों का परिणाम है जिसके बारे में BCCI सचिव ने खिलाड़ियों को चेताया था। अब ऐसा प्रतीत हो रहा है कि BCCI ने खिलाड़ियों को कड़ा संदेश देने के क्रम में अपना एक और क़दम आगे बढ़ा दिया है।
सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo के वरिष्ठ लेखक हैं
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