अच्छा : टीम में कई ऑलराउंडर हैं। एनाबेल सदरलैंड, मारिज़ान कैप का बेहतरीन बैकअप हैं। अरुनधति रेड्डी का घरेलू सीज़न अच्छा गया था। तितास साधु ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन किया था और अब वह टीम के गेंदबाज़ी आक्रमण को मज़बूती देंगी।
बुरा : इनके पास लेग स्पिनर पूनम यादव का बैकअप नहीं है। और एक बार फिर उनके पास दो विकेटकीपर हैं, जिनको बल्लेबाज़ी में सुधार की ज़रूरत है, चाहे तानिया भाटिया ने अपने स्ट्रोकप्ले में थोड़ा सुधार किया हो।
नए खिलाड़ी जिन पर होंगी नज़र : अश्वनी कुमारी प्लेयिंग इलेवन में किसी भी भारतीय की जगह अच्छा विकल्प होंगी। उन्होंने सीनियर महिला इंटर-ज़ोनल टी20 ट्रॉफ़ी में अच्छा किया था जहां वह 184.90 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हुए ईस्ट ज़ोन से सर्वाधिक स्कोरर थी और कुल मिलाकर 10 सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों सूची में शामिल थी।
बदलाव : ऑस्ट्रेलिया की बायें हाथ की तेज़ गेंदबाज लॉरेन चीटल को नीलामी में लिया गया था लेकिन स्कीन कैंसर के इलाज़ की वजह से उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया। गुजरात ने इसके बाद न्यूज़ीलैंड की अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ लिया ताहुहु को शामिल किया जो 2018 में वुमेन टी20 चैंलेंज में ट्रायलब्लेज़र्स का हिस्सा थीं।
अच्छा : इनके पास स्कॉटलैंड की कैथरीन ब्रायस हैं जो एसोसिएट देश से हैं, जिससे गुजरात के पास प्लेयिंग इलेवन में पांच विदेशी खिलाड़ियों को खिलाने का मौक़ा होगा। पिछले साल भारत में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली फ़ीब लिचफ़ील्ड की उपस्थिति उनका सिरदर्द बढ़ाएगी क्योंकि टीम में ओपनर के तौर पर बेथ मूनी और लॉरा वुलफ़ार्ट भी हैं। उनके पास डी हेमलता और वेदा कृष्णमूर्ति के रुप में दो अनुभवी फ़ीनिशर भी हैं।
बुरा : ब्रायस ने कभी भारत का दौरा नहीं किया है तो ताहुहु यहां पिछली बार 2018 में आई थी। उन्हें जल्दी ही बेंगलुरु और नई दिल्ली की परिस्थिति में ढलना होगा नहीं तो मेघना सिंह पर अधिक दबाव आएगा।
नए खिलाड़ी जिन पर रहेगी नज़र : दो करोड़ में खरीदी गई काश्वी गौतम मात्र 20 साल की हैं और तेज़ी सें गेंदबाज़ी करती हैं। उन्होंने अंडर-23 और सीनियर टी20 टूर्नामेंट में कई विकेट लिए हैं। दिसंबर की शुरुआत में वह इंग्लैंड ए के ख़िलाफ़ इंडिया ए के लिए तीन टी20 खेली थी और पिछले जून में हांग कांग में एसीसी एमर्जिंग टीमों के टूर्नामेंट में टीम का हिस्सा थी।
पूरी टीम : अमनजोत कौर, अमीलिया कर*, क्लो ट्राईऑन*, हरमनप्रीत कौर, हेली मैथ्यूज़*, हुमायरा काज़ी, इसी वांग*, जिंतिमनी कलिता, नैट सीवर ब्रंट*, पूजा वस्त्रकर, प्रियंका बाला, सायका इशाक़, यास्तिका भाटिया, शबनिम स्माइल*, एस संजना, अमनदीप कौर, फ़ातिमा जाफ़र, एसबी कीर्तना
अच्छा : वे पहले से ही काग़ज़ पर मज़बूत हैं, लेकिन उन्होंने नीलामी में शबनिम स्माइल को ख़रीदा जो इसी वांग का बेहतरीन बैकअप होंगी। चार विदेशी खिलाड़ियों को चुनना हरमनप्रीत कौर के लिए मुश्किल होगा। साथ ही ऑलराउंडर पूजा वस्त्रकर एक अच्छे अंतर्राष्ट्रीय सीज़न के साथ आ रही हैं।
बुरा : उनके पास विकेटकीपर यास्तिका भाटिया का कोई विकल्प नहीं है और उनके लाइन अप में अधिक दायें हाथ के बल्लेबाज़ हैं।
नए खिलाड़ी जिन पर रहेगी नज़र : बायें हाथ की स्पिनर अमनदीप कौर। सीनियर महिला टी20 टूर्नामेंट में नॉर्थ ज़ोन का हिस्सा रहते हुए उन्होंने 10.77 की औसत से नौ विकेट लिए थे और अंडर-23 वनडे ट्रॉफ़ी में 17 विकेट चटकाए थे।
बदलाव : टूर्नामेंट का अंतिम चरण इंग्लैंड के न्यूज़ीलैंड दौरे से टकराने की वजह से हीथर नाइट ने टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया और उनकी जगह साउथ अफ़्रीका की नाडिन डी क्लर्क को लिया गया है।
अच्छा : आरसीबी ने 2023 में 9.13 रन प्रति ओवर दिए थे। तो उन्हें ऐसे गेंदबाज़ों की ज़रूरत थी जो कंट्रोल के साथ गेंदबाज़ी के साथ बल्लेबाज़ी भी कर सकें, ऐसे में उन्होंने जॉर्जिया वेयरहम और सोफी मोलिनिक्स को लिया। वे अनुभवी गेंदबाज़ हैं और डी क्लर्क बल्ले से अच्छी लय में हैं।
बुरा : उनके पास तेज़ गेंदबाज़ी के विकल्प बहुत कम हैं, ऐसे में ऐलिस पेरी और सोफी डिवाइन को अधिक ज़िम्मेदारी उठानी होगी।
नए खिलाड़ी जिन पर रहेगी नज़र : शुभा सतीश बल्लेबाज़ी और तेज़ गेंदबाज़ी दोनों कर सकती हैं। उन्होंने दिसंबर 2023 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट डेब्यू किया था। वह खुलकर शॉट लगाती हैं और तक़नीकी रुप से भी मज़बूत हैं। वह आक्रामकता के साथ बल्लेबाज़ी कर सकती हैं और ज़रूरत के हिसाब से आरसीबी दायें-बायें के संयोजन को देखते हुए कहीं भी खिला सकती है।
बदलाव : न्यूज़ीलैंड दौरे की तैयारी की वजह से इंग्लैंड की तेज़ गेंदबाज़ लॉरा बेल ने टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया। नीलामी से पहले उन्होंने शबनिम स्माइल को जाने दिया था, लेकिन उन्होंने चमारी अट्टापटटु को लिया जो 2023 में कमाल की फ़ॉर्म में थीं।
अच्छा : शीर्ष क्रम को चुनना उनके लिए परेशानी होगा जहां उनके पास तीन विदेशी आक्रामक बल्लेबाज़ एलिस हीली, डैनी व्याट और अट्टापटटु हों। वहीं भारतीय शीर्ष क्रम की बल्लेबाज़ श्वेता सहरावत और वृंदा दिनेश भी हैं। उनके पास स्पिन में भी क्वालिटी है।
बुरा : इमाइल को जाने देने और बेल की अनुपस्थिति से उनके पास कोई विशुद्ध विदेशी तेज़ गेंदबाज़ नहीं रह गया है।
नए खिलाड़ी जिन पर रहेगी नज़र : बड़े शॉट लगाने वाली बल्लेबाज़ वृंदा दिनेश। उन्होंने सीनियर महिला टी20 ट्रॉफ़ी में 154.01 की स्ट्राइक रेट से 211 रन और अंडर-23 टी20 ट्रॉफ़ी में 134.44 के स्ट्राइक रेट से 281 रन बनाए थे।