बारिश आने से पहले राहुल-जाडेजा ने बनाया पहले टेस्ट में भारत का दबदबा
नॉटिंघम टेस्ट का तीसरा दिन भी बाारिश से प्रभावित रहा, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ इस टेस्ट में गुरुवार के दिन रवींद्र जाडेजा का अर्धशतक के बाद तलवार लहराने वाला अंदाज भी देखने को मिला, जसप्रीत बुमराह के बल्ले से एक शानदार पुल भी देखने को मिला और मोहम्मद सिराज के बल्ले से क्रिकेट की नोटबुक के बेहद संगीन डिफेंस देखने को मिले। यही वजह रही कि निचले क्रम के मजबूत प्रदर्शन के कारण भारतीय टीम 95 रन की अहम बढ़त बनाने में कामयाब रही। वैसे केएल राहुल (84) की पारी को भी दरकिनार नहीं किया जा सकता, जिन्हाेंने दूसरे दिन के स्कोर में 27 रन जोड़े। वह दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 57 रन बनाकर नाबाद लौटे थे। इस तरह भारतीय टीम इंग्लैंड के पहली पारी में बनाए गए 183 रन के जवाब में 278 रन बनाने में कामयाब रही। बारिश ने तीसरे दिन भी खलल डाला और केवल 49.2 का ही खेल हाे पाया। बारिश होने पर जब दिन का खेल समाप्त होने की घोषणा की गई उस वक्त इंग्लैंड ने बिना किसी विकेट गंवाए 11.1 ओवर खेल लिए थे। अब भारत के पास मैच का परिणाम लाने के लिए 196 ओवर बचे हैं।
अभी लंबा समय नहीं बीता, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में एक दूसरी टीम के खिलाफ इस देश में खेलते हुए भारतीय टीम ने 205 रन पर ही सात विकेट गंवा दिए थे, बिलकुल गुरुवार की ही तरह, लेकिन आखिरी तीन विकेट 12 रन के अंदर गंवाए। इसके बाद दूसरी पारी में आखिरी चार बल्लेबाजों ने 28 रन जोड़े थे। आम तौर पर घरेलू टीम के निचले क्रम के बल्लेबाज ही मैच में विरोधी टीम के निचले क्रम के बल्लेबाजों से ज्यादा रन बनाते थे और यही मुख्य अंतर मैच में पैदा होता था।
बेन स्टोक्स के सीरीज से हटने के बाद अचानक से इंग्लैंड की ना तो बल्लेबाजी में गहराई रही ना ही गेंदबाजी में। भारत के निचले क्रम ने ऐसे गेंदबाजी आक्रमण के आगे रन बनाए जिनके चौथे और आखिरी गेंदबाज सैम करन थे। बल्लेबाजों के शानदार संकल्प और गेंदबाजों के कम बदलाव, साथ ही कुछ किस्मत की वजह से भारतीय टीम का निचला क्रम अहम 73 रन जोड़ने में कामयाब रहा, किस्मत इसीलिए क्योंकि इस बीच तीन कैच छूटे और पांच रन आउट के मौके गंवाए गए।
यह दिमाग में रखना जरूरी है कि जेम्स एंडरसन और ऑली रॉबिन्सन ने शानदार गेंदबाजी की और आपस में नौ विकेट बांटे। रॉबिन्सन ने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में पांच विकेट लिए तो एंडरसन ने भी ऐतिहासिक चार विकेट लिए। ऐतिहासिक इसीलिए क्योंकि तीसरा विकेट लेते ही उन्होंने अनिल कुंंबले को पछाड़ दिया, जो 619 विकेट लेकर टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में तीसरे पायदान पर मौजूद थे, अब एंडरसन के नाम 621 विकेट हो गए हैं।
दिन की शुरुआत भी बारिश के खलल के साथ हुई भारत 58 रन पीछे था और क्रीज पर राहुल और ऋषभ पंत बने हुए थे। पंत अपने शॉट खेल रहे थे। लेकिन विकेट पर रुककर आई गेंद पर कवर की ओर चिप करने के चक्कर में वह शॉर्ट कवर पर लपके गए और 20 गेंद में 25 रन बनाकर आउट हुए। हालांकि, इस बीच वह भारत की ओर से इस साल टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज जरूर बन गए।
इसके बाद राहुल ने एक समय जाडेजा को आउट करा ही दिया होता जब वह चार रन पर थे, लेकिन डैन लॉरेंस ने गेंद को विकेट में थ्रो करने में ज्यादा समय लगा दिया। उन्होंने विकेटकीपर को गेंद थ्रो करने की जगह सीधा विकेट पर मारने की सोची और जाडेजा बच गए। इसके बाद जाडेजा कहां चूकने वाले थे और उन्होंने दिखाया कि 2018 से वह सर्वश्रेष्ठ टेस्ट ऑलराउंडर क्यों हैं और क्यों वह भारतीय टीम को पांच गेंदबाज खिलाने का समायोजन देते हैं।
राहुल और जाडेजा जब एक साथ क्रीज पर मौजूद थे तब भारत 38 रन पीछे था, और पुछल्ले बल्लेबाजों को देखते हुए उन्हें अगर इस टेस्ट में बढ़त बनानी थी तो एक बड़ी साझेदारी करनी थी। उन्होंने 60 रन जोड़े और ऐसे स्पेल का भी सामना किया जब एंडरसन और रॉबिन्सन एक साथ गेंदबाजी कर रहे थे। इस बीच जाे रूट ने पहली स्लिप में राहुल का एंडरसन की गेंद पर कैच भी टपकाया, लेकिन इसके बाद दो बाउंड्री भी लगाईं। इसके बाद एंडरसन की एक गेंद राहुल के बल्ले का हल्का बाहरी किनारा लेती हुई कीपर के पास पहुंच गई, लेकिन तब तक भारत बढ़त बना चुका था औ राहुल ने एक बार फिर से अपनी नई जिम्मेदारी को बखूबी निभाया क्योंकि उन्हें इस दौरे पर मध्य क्रम में ही खिलाने का प्लान बनाया जा रहा था।
शार्दुल ठाकुर शून्य पर आउट हुए और भारत मात्र 22 रन ही इंग्लैंड के स्कोर से आगे था, लेकिन उसके बाद जो हुआ वह सभी ने देखा। शमी ने संयमता के साथ बल्लेबाजी की। शमी के साथ जाडेजा ने 25 गेंद की साझेदारी की, जिसमें जाडेजा ने अकेले 22 गेंद खेलते हुए 24 रन बनाए।
जाडेजा रॉबिन्सन के ओवर की आखिरी गेंद को सीमा रेखा के बाहर पहुंचाने के चक्कर में आउट हो गए, लेकिन इसके बावजूद इंग्लैंड वह हासिल नहीं कर पाया जिसकी उसको जरूरत थी, यानि भारतीय टीम को जल्द ऑलआउट करना। एंडरसन ने शमी का कैच छोड़ दिया, बुमराह ने भी आक्रामक बल्लेबाजी की, उन्होंने करन की एक गेंद पर पुल करते हुए शानदार छक्का भी लगाया।
जिस समय रॉबिन्सन ने अपना पांचवां विकेट लिया भारत की पारी भी 84.5 ओवर में सिमट गई, लेकिन इससे पहले भारतीय पुछल्ले बल्लेबाज अपना काम कर चुके थे।
हालांकि, बारिश के कारण खेल खत्म होने से पहले जितने ओवर हुए उसमें पिच स्थिर नजर आई। इसका अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि भारतीय टीम ने दो स्लिप और एक गली के साथ गेंदबाजी की। इस दौरान भारतीय टीम ने 11 गलतियां भी कीं। वैसे नजरें आसमान पर भी थी, क्योंकि जब उम्मीद थी की बादल भारतीय गेंदबाजों को मदद पहुंचाएंगे, बारिश ने सारा मामला बिगाड़ दिया।
सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।