करण के कमाल से उत्तर प्रदेश ने रचा इतिहास
उत्तर प्रदेश 155 (गर्ग 39, रिंकू 33, मोरे 3-47) और 213 पर 5 (करण 93*, गर्ग 52, वैशाख 3-47) ने कर्नाटका 253 (समर्थ 57, सौरभ 4-73, मावी 3-60) और 114 (शरत 23*, सौरभ 3-36, राजपूत 2-15) को पांच विकेट से हराया
कप्तान करण शर्मा की नाबाद 93 रनों की पारी के दम पर 213 रनों के लक्ष्य को हासिल करते हुए उत्तर प्रदेश ने रणजी ट्रॉफ़ी में पहली बार कर्नाटका पर विजय प्राप्त की। छठे विकेट के लिए करण ने प्रिंस यादव (33 नाबाद) के साथ 99 रन जोड़े और अपनी टीम को सेमीफ़ाइनल में पहुंचाया।
28 पर दो और 96 पर चार विकेट गंवाने की मुश्किल स्थिति में रहने के बावजूद करण ने एक छोर को संभाले रखा। पहले प्रियम गर्ग के साथ तीसरे विकेट के लिए उन्होंने 59 रन जोड़े। गर्ग ने छह चौकों और दो छक्कों समेत महज़ 60 गेंदों पर 52 रन बनाए।
एक समय पर ऐसा लग रहा था कि यह मैच एक रोमांचक अंत की ओर बढ़ रहा है जब कर्नाटका ने दूसरे दिन पहली पारी में 98 रनों की बढ़त अर्जित की। उत्तर प्रदेश को पहली पारी में 155 पर ऑलआउट करने के बाद कर्नाटका अपनी दूसरी पारी में मात्र 114 रनों पर सिमट गई।
बाएं हाथ के स्पिनर सौरभ कुमार ने पहली पारी में चार विकेट लेकर इस जीत की नींव रखी। पहली पारी में कर्नाटका ने अपनी सटीक गेंदबाज़ी के दम पर वापसी की लेकिन शिवम मावी और अंकित राजपूत की अंतिम जोड़ी ने 44 रन जोड़कर उन्हें परेशान किया।
इसके बाद एक समय पर दो विकेट के नुक़सान पर 67 रन पर धीरे-धीरे आगे बढ़ रही कर्नाटका की पारी तीसरे दिन की सुबह 114 रनों पर सिमट गई। फिर एक बार सौरभ ने तीन महत्वपूर्ण शिकार किए। लगातार दूसरी पारी में कर्नाटका के अनुभवी बल्लेबाज़ मयंक अग्रवाल, करुण नायर और मनीष पांडे कमाल नहीं कर पाए।
213 रनों का पीछा करते हुए उत्तर प्रदेश को तेज़ गेंदबाज़ विजयकुमार वैशाख ने दो शुरुआती झटके दिए। इसके बाद के गौतम और विधवत कवेरप्पा ने भी एक-एक विकेट अपने नाम की। हालांकि करण और प्रिंस डटकर खड़े रहे और उन्होंने कर्नाटका को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया।