ज़िम्बाब्वे से हार शर्मनाक : बांग्लादेश टीम निदेशक महमूद
बांग्लादेश के टीम निदेशक और पूर्व कप्तान ख़ालिद महमूद ने ज़िम्बाब्वे के हाथों टी20 सीरीज़ में मिली 2-1 की हार को 'शर्मनाक' बताया है। यह टी20 प्रारूप में बांग्लादेश के लिए ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ पहली सीरीज़ हार है और महमूद का बयान टीम प्रबंधन के किसी भी वरिष्ठ सदस्य द्वारा पहली प्रतिक्रिया है।
बांग्लादेश को पहले मैच में 17 रन की हार मिली थी, जिसके बाद उसने दूसरे मैच में तगड़ी वापसी करते हुए सात विकेटों की जीत रची थी। निर्णायक मुक़ाबले में ज़िम्बाब्वे पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 13वें ओवर में 67 पर छह विकेट गंवा चुका था। रायन बर्ल ने नासुम अहमद के एक ओवर में 34 रन बनाकर पारी की गति को मेज़बान के पक्ष कर दी और आख़िर में बर्ल और ल्यूक जॉन्गवे की जोड़ी ने केवल 5.1 ओवर में 79 रन जोड़े।
फिर भी ऐसा माना जा रहा था कि कुछ अनुभवी गेंदबाज़ों की अनुपस्थिति में खेल रही ज़िम्बाब्वे टीम के विरुद्ध 157 का लक्ष्य पूरी तरह बांग्लादेश के पक्ष में ही था। ऐसे में मेहमान टीम ने एक समय पर 49 गेंदें बिना कोई बाउंड्री लगाए खेले और पूरी पारी में केवल एक छक्का लगाया।
महमूद ने कहा, "मैं बहुत निराश हूं। मैंने उम्मीद नहीं की थी कि हम हारेंगे। हमारी टीम उनसे बेहतर है। मैं इसे शर्मनाक हार कहूंगा। मैं कोई बहाने नहीं बनाऊंगा। हमें यह सीरीज़ जीतना चाहिए था। जब 10 या 12 रन प्रति ओवर की जरूरत थी तब हम छह या सात रन बना रहे थे। खिलाड़ी छक्का लगाने की जगह एक या दो रन ले रहे थे। ऐसा लग रहा था सारे बल्लेबाज़ बस इतने ही बनाना चाहते थे कि टीम में उनकी जगह सुरक्षित रहे।"
महमूद ने बांग्लादेशी बल्लेबाज़ों की रणनीति को बर्ल और जॉन्गवे की सोच के साथ तुलना करते हुए कहा, "जब आप 157 के स्कोर का पीछा कर रहे हों तब आप 90 या 110 की स्ट्राइक रेट से नहीं खेल सकते। आप उनकी पारी को देखिए। उन्होंने [बर्ल और जॉन्गवे] ने मैच को पलट दिया। आप हर मैच में लिटन दास से रनों की उम्मीद नहीं कर सकते। मैंने अफ़िफ़ [हुसैन] या [नाजमुल हुसैन] शांतो या किसी और से वैसी सोच नहीं देखी। अगर आप शॉर्ट गेंद पर पुल नहीं लगा सकते तो यह एक मसला है।"
महमूद ने कहा कि टीम में घरेलू क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ टी20 खिलाड़ी मौजूद थे और वर्तमान दल में जगह के लिए कोई ख़ास प्रतिस्पर्धा भी नहीं है। उन्होंने कहा, "चाहे वह मुनीम शहरियार हो या [परवेज़ हुसैन] इमॉन, वे हमारे घरेलू क्रिकेट में निरंतर प्रदर्शन करते आ रहे हैं। अगर आपके सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी कुछ नहीं कर रहे तो आप इसके आगे कुछ नहीं कर सकते। क्रिकेटरों को आपको ख़ुद बताना पड़ेगा कि उन्हें क्या करना होगा। उन्हें पर्याप्त मौक़े मिले हैं। और ऐसा नहीं है कि जगहों के लिए अधिक प्रतिस्पर्धा है। ऐसे में खिलाड़ियों को दिल खोल कर खेलना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।"
पिछले साल के टी20 विश्व कप में सुपर 12 में अपने पांचों मुक़ाबलों में हार का मुंह देखने के बाद बांग्लादेश ने 11 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला है और उनमें केवल दो जीता है। अगले विश्व कप से पहले अब उनके पास एशिया कप को मिलाकर कम से कम छह और मैच होंगे।
मोहम्मद इसाम ESPNcricinfo के बांग्लादेश संवाददाता हैं, अनुवाद ईएसक्रिकइंफ़ो हिंदी के प्रमुख देबायन सेन ने किया है