असिथा की तूफ़ानी पारी से श्रीलंका को मिली रोमांचक जीत
श्रीलंका 184 पर 8 (मेंडिस 60, शानका 45, इबादत 3-51) ने बांग्लादेश 183 पर 7 (अफ़िफ़ 39, मेहदी 38, करुणारत्ना 2-32) को दो विकेट से हराया
दुबई में नो बॉल पर बजने वाले सायरन की आवाज़ श्रीलंकाई समर्थकों के लिए मधुर संगीत की तरह थी। जैसे ही अंतिम ओवर की तीसरी गेंद पर असिथा फ़र्नांडो और महीश थीक्षना ने दूसरा रन पूरा किया, तीसरे अंपायर ने पुष्टि की कि ऑफ़ स्पिनर महेदी हसन ने इस मैच का अपना दूसरा और निर्णायक नो बॉल डाला। इसके चलते मेज़बान टीम श्रीलंका ने बांग्लादेश को दो विकेटों से हराकर एशिया कप के सुपर 4 चरण में प्रवेश किया।
इस जीत के बाद श्रीलंकाई ख़ेमे में ख़ुशी की लहर थी। खिलाड़ियों के चेहरे पर मुस्कान थी क्योंकि वह विश्वास ही नहीं कर रहे थे कि भाग्य ने उनका साथ दिया। टी20 अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू कर रहे असिथा ने अंतिम शॉट लगाने के अलावा मैच की अंतिम चार गेंदों पर दो अहम चौके जड़े।
जब महेदी ने 18वें ओवर में 33 गेंदों पर 45 रन बनाकर खेल रहे विपक्षी कप्तान दसून शानका को चलता किया, बांग्लादेशी ख़ेमे ने राहत की सांस ली। इसके बाद इबादत हुसैन के अगले ओवर में 19 रन बने जिसमें शाकिब अल हसन ने चमिका करुणारत्ना को रन आउट करते हुए बांग्लादेश को मैच में आगे कर दिया।
हालांकि भाग्य ने श्रीलंका का साथ दिया। 37 गेंदों पर 60 रनों की अपनी पारी में कुसल मेंडिस को चार बार भाग्य का साथ मिला। उन्होंने अपनी पारी में तीन छक्के और चार चौके लगाए। बांग्लादेश ने उनका एक कैच छोड़ा और फिर जब उनका कैच पकड़ा गया तो महेदी का पैर क्रीज़ से बाहर था। इसके अलावा बांग्लादेश ने रन आउट का आसान मौक़ा गंवाया और एक मौक़े पर रिव्यू नहीं लिया।
बल्ले के साथ बांग्लादेश ने बढ़िया प्रदर्शन किया। अफ़िफ़ हुसैन ने 22 गेंदों पर 39 रन बनाए और चार सालों में अपना पहला टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल रहे मेहदी हसन मिराज़ ने अपनी बल्लेबाज़ी से श्रीलंका को तंग किया।
ओपनर मेहदी रहे सफल
इस साल छह अलग सलामी जोड़ियों का इस्तेमाल करने के बाद बांग्लादेश ने शब्बीर रहमान और मेहदी को ओपन करने भजा। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पहली बार ओपन कर रहे शब्बीर ने पहली ही गेंद को चौके के लिए स्कूप कर दिया। मेहदी भी केवल दूसरी बार ओपन कर रहे थे और उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हुए तेज़ी से रन बटोरे। बांग्लादेश ने पावरप्ले में 55 रन बनाए। वनिंदु हसरंगा की गेंद को स्लॉग स्वीप करते हुए वह आउट हुए लेकिन उन्होंने तब तक अपना काम पूरा कर दिया था।
लगातार विकेट गिरते रहे
बांग्लादेश की शुरुआत शानदार रही लेकिन श्रीलंकाई गेंदबाज़ लगातार अंतराल पर विकेट लेते रहे। मेहदी के आउट होने के बाद अगले ओवर में मुशफ़िकुर रहीम चलते बने। दूसरे छोर पर शाकिब ने तीन चौके लगाकर रन रेट को बरक़रार रखा। इस दौरान वह टी20 क्रिकेट में 6000 रन और 400 विकेट तक पहुंचने वाले विश्व के केवल दूसरे खिलाड़ी बने। थीक्षना ने अपने अंतिम ओवर में उन्हें आउट कर मैच को बराबरी पर ला खड़ा किया।
आतिशी अफ़िफ़
महमुदउल्लाह और अफ़िफ़ ने सेट होने के लिए दो ओवर लिए और फिर पांच चौकों और तीन छक्कों की मदद से 59 रनों की साझेदारी निभाई। उन्होंने विपक्षी टीम के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ हसरंगा को अपना शिकार बनाया। हालांकि चार गेंदों के भीतर यह दोनों बल्लेबाज़ स्लॉग स्वीप लगाने के प्रयास में पवेलियन लौट गए। इसके बाद मोसद्देक हुसैन ने पारी को फ़िनिशिंग टच दिया।
इबादत का धमाकेदार डेब्यू
इबादत ने टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने पहले ओवर में पथुम निसंका और चरिथ असलंका को अपना शिकार बनाया। निसंका उनकी तेज़ गति की शॉर्ट गेंद को पुल करने के प्रयास में मिडविकेट पर लपके गए। उसी ओवर में असलंका के चदलक़दमी करते हुए मिडऑफ़ के ऊपर से शॉट लगाने का प्रयास किया और फ़ील्डर को कैच थमा बैठे।
अपने अगले ओवर में इबादत ने दनुष्का गुनातिलका को भी पवेलियन भेजा। डीप फ़ाइन लेग से आगे भागते हुए तस्कीन अहमद ने शानदार कैच लपका। यहां से आत्मविश्वास लेते हुए तस्कीन ने अगले ओवर में भानुका राजापक्षा को डीप थर्ड पर कैच करवाया।
क़िस्मत थी कुसल के साथ
एक टी20 अंतर्राष्ट्रीय पारी में कितने जीवनदान मिल सकते हैं भला? मेंडिल से पूछिए जिन्हें 37 गेंदों में चार जीवनदान मिले। दो के निजी स्कोर पर मुशफ़िकुर ने तस्कीन की गेंद पर बाहरी किनारे पर लगकर आ रही गेंद को टपका दिया। इसके बाद सातवें ओवर में वह महेदी की गेंद पर विकेटों के पीछे लपके गए लेकिन नो बॉल का सायरन बजा जिसने 29 के स्कोर पर उनकी पारी को जारी रखा।
अगरे ओवर में उन्होंने लेग साइड पर जा रही इबादत की गेंद को खेलने का प्रयास किया जो उनके ग्लव पर लगकर कीपर के दस्तानों में गई थी। हालांकि ना ही मुशफ़िकुर और ना गेंदबाज़ निश्चित थे और बांग्लादेश ने रिव्यू का इस्तेमाल नहीं किया।
शब्बीर के पास एक और मौक़ा था जब 44 के स्कोर पर खेल रहे मेंडिस और शानका के बीच तालमेल की कमी हुई। शब्बीर थ्रो लगाने से चूके और एक फ़ुट बाहर से मेंडिस क्रीज़ में लौट आए। अंततः तस्कीन ने डीप थर्ड पर कैच लपकते हुए इस भाग्यशाली व्यक्ति की पारी को समाप्त किया।
मोहम्मद इसाम ESPNcricinfo के बांग्लादेशी संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।