मांजरेकर : हर्षल ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर संघर्ष कर सकते हैं
पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ संजय मांजरेकर को लगता है कि हर्षल पटेल की धीमी गेंद ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर कारगर साबित नहीं होगी। हर्षल भारतीय टीम के डेथ ओवर विशेषज्ञ गेंदबाज़ हैं और उन्होंने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध पहले टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में चोट से वापसी की थी।
स्पोर्ट्स18 के कार्यक्रम "स्पोर्ट्स ओवर द टॉप" पर मांजरेकर ने कहा, "हम लंबे समय से हर्षल को देखते आ रहे हैं। जब पिच धीमी होती है, उनकी धीमी गति वाली गेंदें फंसकर आती है और उन्हें खेलना कठिन होता है। हालांकि चिंता तब बढ़ेगी जब पिच फ़्लैट और उछाल भरी होगी। आपको ऑस्ट्रेलिया में यही मिलेगा और भारतीय टीम इस विषय पर अवश्य विचार करेगी।"
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 में सर्वाधिक 32 विकेट लेकर हर्षल ने भारतीय टी20 टीम का दरवाज़ा खटखटाया था। नंवबर 2021 में न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध रांची में अपना पदार्पण करने के बाद से वह टीम के नियमित सदस्य होने के साथ-साथ डेथ ओवरों के स्पेशलिस्ट बन गए हैं। हालांकि उनकी गेंदबाज़ी में आईपीएल की तरह पैनापन नज़र नहीं आ रहा है। यही कारण है कि हर्षल साल 2022 में भारत की ओर से टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में सर्वाधिक 28 छक्के खाने वाले गेंदबाज़ हैं।
मांजरेकर का मानना है कि एशिया कप के बाद भारत की डेथ गेंदबाज़ी पर कई सवाल उठे थे लेकिन मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह इस समस्या का समाधान निकाल सकते हैं। वह एशिया कप के बाद निराश थे लेकिन ऑस्ट्रेलिया वाले मैच में उनके लिए कई चीज़ें साफ़ हो गई।
वर्तमान में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही सीरीज़ में कॉमेंट्री कर रहे मांजरेकर ने आगे बताया कि लेग स्पिनर युज़वेंद्र चहल उन्हें थके हुए नज़र आए। उन्होंने कहा, "(इसका बड़ा कारण है) बहुत सारे मैच (खेलना)। हमने देखा है कि वह किस तरह पलटवार करते हैं, उन्होंने ड्रॉप होने के बाद किस तरह वापसी की थी। ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले जब उन्हें थोड़ा ब्रेक मिलेगा, वह अपनी लय में आ जाएंगे।"
मोहाली में हुए पहले मैच में कैमरन ग्रीन और मैथ्यू वेड की पारियों के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने भारत को चार विकेटों के हराया था। सीरीज़ का दूसरा मुक़ाबला 23 सितंबर को नागपुर ने जबकि अंतिम मैच 25 सितंबर को हैदराबाद में खेला जाएगा।
अफ़्ज़ल जिवानी (@jiwani_afzal) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।