पाकिस्तान और इंग्लैंड की अलग-अलग सोच ने सीरीज़ को बनाया रोमांचक
क्षेत्ररक्षक मिडऑन से आता है और आगे की ओर दौड़ता हुआ स्टंप्स पर अंडरआर्म थ्रो करता है। रीस टॉप्ली के क्रीज़ के अंदर पहुंचने से पहले ज़िंग बेल्स जल उठती हैं और पूरा कराची स्टेडियम चिल्लाने की आवाज़ से गूंज उठता हैं।
जब इंग्लैंड को 12 गेंद में नौ रन चाहिए थे तो हज़ारों दर्शक मैदान से बाहर जाने लगे थे लेकिन लाहौर में होने वाले आख़िरी तीन मुक़ाबलों से पहले पाकिस्तान को सीरीज़ बराबर करने का जश्न मनाते देखने का लम्हा आंखों में कैद करने के लिए वापस लौट आए। स्टेडियम में अनाउंसर ने बताया कि यह रन आउट करने वाला क्षेत्ररक्षक शान मसूद है तो स्टैंड्स से तालियां बजने की आवाज़ आने लगी।
20 ओवर क्या अंतर पैदा कर सकते हैं। पहली पारी में 10 गेंद बचती हैं और मसूद, डेविड विली की गेंद पर पगबाधा होकर 19 गेंद में 21 रन की जूझती पारी खेलकर वापस लौट रहे थे। उनके अपने समर्थन उनके आउट होने का जश्न मना रहे थे।
पाकिस्तान ने अगला गियर डालने की तैयारी में रात बिताई। मसूद और मोहम्मद रिज़वान के प्रयासों के बावजूद भी वह ज़्यादा कुछ नहीं कर सके। मसूद जब सात गेंद में तीन रन बनाकर खेल रहे थे ऐलेक्स हेल्स ने उनका कैच टपका दिया और इससे इंग्लैंड को भी फ़ायदा पहुंचा।
पाकिस्तान की पारी के अंतिम चरण के दौरान माहौल बगावत के क़रीब था, लेकिन अच्छे कारण के साथ। प्रत्येक विकेट का मतलब मध्य-क्रम के पावर-हिटर के आने और बल्ला चलाने का अवसर था और भीड़ महसूस करती दिखी कि कुछ कम रहा गया। आसिफ़ अली को केवल तीन गेंदें दी गई, जिसमें से उन्होंने दो पर छक्के लगाए।
तीन रात पहले ही रिज़वान और बाबर आज़म ने 200 रनों के लक्ष्य का अकेले ही पीछा कर लिया था और इस मैच में वह सही समय का इंतज़ार कर रहे थे। दोनों ने 95 गेंद में 124 रन जोड़े लेकिन उनके दृष्टिकोण में वह पहले वाली बात नहीं थी।
इंग्लैंड ने लक्ष्य का पीछा मुश्किलों के साथ करना शुरू किया। उन्होंने पहले दो ओवरों में ही तीन विकेट गंवा दिए थे और यह उनकी हार के लिए काफ़ी थे, लेकिन बेन डकेट, हैरी ब्रूक और मोईन अली ने मैच को हाथ से नहीं निकलने दिया।
विकेट लगातार अंतराल पर गिरते रहे। लेकिन 18 गेंद में जब 33 रन की दरकार थी तब केवल तीन विकेट बचे थे, लियम डॉसन लगातार बल्ला चला रहे थे। उन्होंने मोहम्मद हसनैन की चार लीगल गेंदों पर 23 रन जुटा लिए जो इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी की गहराई को दिखाता है लेकिन जब 10 गेंद में पांच रन चाहिए थे तो उन्होंने एक रन के लिए अपने आख़िरी तीनों विकेट गंवा दिए।
इस रात एक सवाल टी20 क्रिकेट के लिए उठता है कि क्रिकेट की अहमियत क्या है। इस मैच में साफ़ दिखा कि पाकिस्तान के बल्लेबाज़ों ने अपने विकेट की क़ीमत को समझा और इंग्लैंड के बल्लेबाज़ अपने विकेट फेंकते रहे। दोनों देशों ने इस साल महत्वपूर्ण मुद्रास्फ़ीति का अनुभव किया है लेकिन एक विकेट की क़ीमत किसी भी मुद्रा की तुलना में अधिक अस्थिर है।
इस सीरीज़ में दोनों टीमों का एक अलग दृष्टिकोण देखने को मिला : पाकिस्तान का शीर्ष क्रम 20 ओवर खेलने को देखता है और सोचता है कि वह कितना आगे जा जा सकते हैं, जबकि इंग्लैंड के बल्लेबाज़ रिले रनर साबित हुए जो एक स्कोर तक शीर्ष गति से पहुंचकर दूसरे साथी को बैटन सौंपने को देखते दिखे।
कराची में हुए चार मैचों में इंग्लैंड ने 9.44 रन प्रति ओवर बनाए और हर 21.5 गेंद में विकेट गंवाया, जबकि पाकिस्तान ने 8.61 रन प्रति ओवर बनाए और 25.1 गेंद पर विकेट गंवाया। इंग्लैंड के पास मज़बूत बल्लेबाज़ी क्रम है लेकिन भेद्य गेंदबाज़ी आक्रमण, पाकिस्तान के पास मज़बूत गेंदबाज़ी आक्रमण लेकिन भेद्य बल्लेबाज़ी क्रम। साफ़ तौर पर दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों को गेमप्लान के बारे में बताया गया था। इंग्लैंड के कोच मैथ्यू मॉट ने कहा, "हमने गहराई में बल्लेबाज़ी की, हम उस गहराई का समर्थन करते हैं लेकिन हर टीम परिस्थितियों का अलग तरह से इस्तेमाल करती है और अपनी ताक़त पर खेलती है। उन्होंने उस रात अच्छा किया था जब उन्होंने 200 रन का लक्ष्य हासिल किया था।"
खेल अपने चरम पर होता है जब इस तरह के मुक़ाबले देखने को मिलते हैं। सोचो पेन गर्डियोला की जॉस मोरिन्हो के साथ की प्रतिद्वंद्विता और राफेल नडाल के तप के ख़िलाफ़ रोजर फ़ेडरर की दृढ़ता। अगर हर कोई एक ही तरह से खेलेगा तो खेल उबाऊ हो जाएगा।
2022 में टी20 क्रिकेट व्यवस्था, योजना और रणनीति का खेल है। कप्तान और कोच अपनी सावधानीपूर्वक तैयारी और उस पर आधारित शोध के बारे में विस्तार से बात करते हैं। खिलाड़ियों के पास हर प्रतिद्वंद्वी के वीडियो फुटेज तक पहुंच है और विश्लेषण केवल खेल का हिस्सा नहीं है, बल्कि अपने आप में एक उद्योग है।
लेकिन इस रविवार की रात को, जब मसूद मैदान पर उठे और उनके साथियों ने उन्हें घेर लिया, भीड़ का जश्न उनके कानों में बज रहा था। वाकई यह प्रारूप अपने सबसे अच्छे रूप में होता है जब इसमें शुद्ध अराजकता का घोल उतरता है।
मैट रोलर ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।