सरफ़राज़ ख़ान एक बार फिर बने घरेलू क्रिकेट के हीरो

लाल गेंद के घरेलू क्रिकेट में इस समय बेहतरीन लय में हैं सरफ़राज़ ख़ान © PTI

रेस्‍ट ऑफ़ इंडिया 374 (सरफ़राज़ 138, विहारी 82, साकरिया 5-93) और 105 पर 2 (अभिमन्‍यु 63*, भरत 27*, उनादकट 2-37) ने सौराष्‍ट्र 98 (मुकेश 4-23, मलिक 3-25, सेन 3-41) और 380 (उनादकट 89, मांकड़ 72, जैक्‍सन 71, सेन 5-94, सौरभ 3-80) को आठ विकेट से हराया

ईरानी कप के आख़‍िरी दिन की सुबह कुलदीप सेन ने अपनी गति और बाउंसर की वजह से सौराष्‍ट्र के आख़‍िरी दो विकेट चटकाए। यही वजह रही कि रेस्‍ट ऑफ़ इंडिया के लिए पारी में 94 रनों पर पांच विकेट और मैच में कुल आठ विकेट लेकर इस टीम ने 29वीं बार ईरानी कप अपने नाम कर लिया।

पहली पारी में मात्र 98 रन पर ढेर होने के बाद सौराष्‍ट्र ने दूसरी पारी में अच्‍छा बल्‍लेबाज़ी कौशल दिखाया, लेकिन वे शेष एकादश के ख़‍िलाफ़ केवल 105 रनों का लक्ष्‍य दे पाए थे और दो दिन बचे थे।

यह तब मुमकिन हुआ जब अभिमन्यु ईश्वरन 63 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि केएस भरत (27) के साथ तीसरे विकेट के लिए उन्‍होंने 81 रन की साझेदारी की।

सौराष्‍ट्र के कप्‍तान जयदेव उनादकट ने कहा, "हम परिस्थिति में बिखर गए। यह राजकोट जैसा विकेट कतई नहीं था। हमें उस सत्र में वापसी की ज़रूरत थी लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके। कोई भी आगे आकर असाधारण प्रदर्शन कर सकता था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।"

लेकिन सौराष्‍ट्र की दूसरी पारी में स्‍टार सेन रहे। उन्‍होंने पार्थ भट को फुलर गेंद पर फंसाया और विरोधी टीम का नौवां विकेट लिया। पहली पारी में 89 रनों की बेहतरीन पारी खेलने वाले सौराष्‍ट्र के कप्‍तान उनादकट दूसरी पारी में सेन और शेष भारत के आख़‍िरी शिकार बने।

सेन के साथी मुकेश कुमार को प्‍लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया जिन्‍होंने मैच के पहले दिन बेहतरीन स्‍पेल करते हुए सौराष्‍ट्र के शीर्ष क्रम को उखाड़ फेंका था, इसके बाद उन्‍होंने शेल्‍डन जैक्‍सन का भी विकेट लिया जिससे मैच शेष एकादश के हाथों में आ गया था।

मुकेश ने मैच के बाद कहा, "शुरुआत में कुछ मदद मिल रही थी और हम कोशिश कर रहे थे कि जल्‍द से जल्‍द उनको आउट किया था।

अभ‍िमन्‍यु ने लक्ष्‍य का पीछा करते हुए कुछ अच्‍छे ड्राइव लगाकर रन बटोरे, लेकिन सबसे बड़ा योगदान तो सरफ़राज़ ख़ान को जाता है जिन्‍होंने रेस्‍ट ऑफ़ इंडिया के लिए पहली पारी में 178 गेंद में 138 न बनाए, वो भी तब जब टीम के तीन विकेट मात्र 18 रन पर गिर गए थे। इसके अलावा हनुमा विहारी ने भी 82 रन बनाए थे।

हनुमा ने कहा, "हम पहली पारी में मुश्किल में थे लेकिन सरफ़राज़ ने बेहतरीन पारी खेली। 220 रनों की साझेदारी से हमें मैच में दोबारा लौटने का मौक़ा मिला। मैं शतक बनाना चाहता था क्‍योंकि मैंने बहुत मेहनत की थी। मैंने लंबी बल्‍लेबाज़ी की लेकिन अंत में टीम का योगदान अहम रहता है और मैं इससे खु़श हूं।"

बता दें कि मुकेश के चार विकेट और कुलदीप-उमरान मलिक के 3-3 विकेट की बदौलत सौराष्‍ट्र की टीम 98 रनों पर ढेर हो गई थी। इसके बाद सरफ़राज़ और विहारी की पारियों की बदौलत रेस्‍ट ऑफ़ इंडिया 374 रन बनाकर 276 रनों की बढ़त बनाने में क़ामयाब रही थी। इसके बाद उनादकट, प्रेरक मांकड़ (72), जैक्सन (71) और अर्पित वसावाडृा (55) की पारियों की बदौलत सौराष्ट्र 380 रन बनाने में क़ामयाब रही थी। इसके बाद केवल 105 रनों के लक्ष्‍य को रेस्‍ट ऑफ़ इंडिया ने दो विकेट खोकर हासिल कर लिया था।

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