नंबर चार पर फ़िंच की बल्लेबाज़ी ने दिया कई नए सवालों को जन्म
वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ पहले टी20 में जब ऑस्ट्रेलियाई एकादश की सूची जारी हुई तब किसी को इस पर विश्वास नहीं हुआ। मार्क वॉ ने फॉक्स स्टार के लिए कॉमेंट्री करते हुए कहा, "ज़रूर कोई ग़लती हुई है।"
यह कोई ग़लती नहीं थी। छह मैच बाद घरेलू सरज़मीं पर अपने ख़िताब का बचाव करने से दो सप्ताह से भी कम समय में, ऑस्ट्रेलिया ने अपने कप्तान और अपने अब तक के सबसे शानदार टी20ई सलामी बल्लेबाज़ ऐरन फ़िंच को नंबर 4 पर सूचीबद्ध किया। कैमरन ग्रीन, जो विश्व कप टीम में नहीं हैं, वापसी करने वाले डेविड वार्नर के साथ शीर्ष क्रम पर बने रहे। जबकि स्टीवन स्मिथ को प्लेइंग इलेवन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
ख़ुद फ़िंच ने यह संकेत दिए थे कि मिचेल मार्श और मार्कस स्टॉयनिस के फ़िट होने की स्थिति में ग्रीन के लिए विश्व कप में जगह बना पाने का कोई विकल्प नहीं है। हालांकि इसके ठीक 24 घंटे बाद जो देखने को मिला वह इसके बिल्कुल विपरीत था।
मार्श का गेंदबाज़ी करने में असमर्थता और स्टॉयनिस के वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ टी20 सीरीज़ से बाहर होने के चलते आक्रमण को संतुलित करने के लिए ऑस्ट्रेलिया टीम को ग्रीन को एकादश में जगह देनी पड़ी। नतीजतन फ़िंच को चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करनी पड़ी जो कि टी20 में अब से पहले तक उन्होंने नहीं की थी। ग्रीन से भी अधिक फ़िंच के चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए आने ने विश्व कप के लिए ऑस्ट्रेलिया के 15 सदस्य और एकादश को लेकर कई सवालों को जन्म दे दिया है।
फ़िंच ने मैच की समाप्ति के बाद बल्लेबाज़ी क्रम में फेरबदल को लेकर कहा, "ग्रीनी ने शीर्ष क्रम में अच्छी बल्लेबाज़ी की है। हम इसे अगले मुक़ाबले में फिर बदलेंगे और कुछ चीज़ों को आज़माते रहेंगे। हम नए प्रयास करते रहेंगे ताकि विश्व कप से पहले हम तमाम पहलुओं को कवर कर सकें।"
चोट की समस्याओं को देखते हुए यह संरचना कुछ समझ में आती है। यदि ऑस्ट्रेलिया को सात बल्लेबाज़ों के साथ खेलना है तो मार्श और स्टॉयनिस के बिना ग्रीन की गेंदबाज़ी महत्वपूर्ण है। मध्य-क्रम की भूमिकाओं का महत्व, जैसा कि मैथ्यू वेड ने साबित करना जारी रखा है, और ग्रीन की सफल शुरुआत फ़िंच को मध्य क्रम की ओर ले गई है। फ़िंच टी20 में नंबर चार या उसके नीचे कुल 42 पारियां खेल चुके हैं। टी20 अंतर्राष्ट्रीय में उनके पास मध्य क्रम में छह परियां खेलने का छोटा सैंपल साइज़ होने के बावजूद रिकॉर्ड काफ़ी शानदार है। उन्होंने 151.51 के स्ट्राइक रेट से रन बनाने के साथ साथ दो अर्धशतक भी लगाए हैं।
एक मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए फ़िंच ने 53 गेंदों पर 58 रन बनाए। यह मैच की एक ऐसी स्थिति थी जो कि स्मिथ के लिए तैयार किया गया था। इस साल ऐसा दूसरी बार हुआ जब फ़िंच ने सलामी बल्लेबाज़ी छोड़कर मध्य क्रम में बल्लेबाज़ी की। फ़रवरी में श्रीलंका के विरुद्ध ऐश्टन एगार ने कुछ मुक़ाबलों में पारी की शुरुआत की। इसके बाद से ही फ़िंच ने टी20 में शानदार प्रदर्शन करते हुए आठ पारियों में 140 के स्ट्राइक रेट से 287 रन बनाए हैं। जिसमें तीन अर्धशतक भी शामिल हैं। हालांकि उनकी वनडे फ़ॉर्म उतनी अच्छी नहीं रही, जिस वजह से टी20 विश्व कप में उनकी जगह को लेकर सवाल भी उठाए गए।
अपने कम अनुभव के बावजूद ग्रीन की मौजूदगी ऑस्ट्रेलियाई टीम को काफ़ी मज़बूती प्रदान करती है। बुधवार को उन्होंने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिखाया। भले उन्होंने दो छक्के खाए लेकिन उन्होंने कुल आठ डॉट गेंदें डाली और स्टीप बाउंस के साथ रेमोन रीफ़र का विकेट भी लिया। पैट कमिंस को लगता है कि ग्रीन विश्व कप में ऑस्टेलिया के लिए काफ़ी बहुमूल्य खिलाड़ी साबित हो सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ग्रीन की मौजूदगी के चलते कप्तान फ़िंच को गेंदबाज़ों को चलाने में भरपूर छूट मिली। उन्होंने कहा, "यदि आप विश्व कप के वेन्यू को देखेंगे तो बाउंड्री काफ़ी बड़ी हैं, पिचों पर उछाल है, ऐसे में एक लंबे कद काठी का चौथे तेज़ गेंदबाज़ का होना काफ़ी लाभदायक होगा।"
ऑस्ट्रेलिया वेस्टइंडीज़ और इंग्लैंड के विरुद्ध होने वाले कुछ अन्य मैचों में फेरबदल जारी रखेगा। चोट की समस्याओं को देखते हुए ग्रीन टीम में बने रहेंगे। हालांकि विश्व कप के पहले मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम कौन से एकादश के साथ मैदान में उतरती है, यह देखने लायक होगा।
ऐलेक्स मालकम ESPNcricinfo में एसोसिएट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में एडिटोरियल फ्रीलांसर नवनीत झा ने किया है।