रोहित शर्मा : विश्व कप की तैयारी के लिए मिला पर्याप्त समय

भारत के अभ्यास सत्र के दौरान कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ © Getty Images

भारत ने अमूमन टी20 वर्ल्ड कप से पहले अधिक अभ्यास नहीं किया है वहीं वह अक्सर परिस्थितियों से भी अभ्यस्त होते नहीं देखे गए हैं। हालांकि इस बार वह अपने पहले मैच से 20 दिन पहले ही ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए। यह ज़रूरी भी है क्योंकि एक ग्रुप में शीर्ष तीनों की मौजूदगी, सेमीफ़ाइनल में प्रवेश करने के लिए त्रिकोणीय श्रृंखला बन जाती है, जैसा कि पिछले वर्ष हुआ भी और अग़र आप का पहला मुक़ाबला पाकिस्तान के विरुद्ध होने वाला हो तो आपको तैयारी करनी होती है।

भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मैच की पूर्व संध्या पर कहा, "हम इस बारे में कुछ समय से बात कर रहे हैं, जैसे जब आप बड़े दौरों पर जाते हैं, तो आपको अच्छी तैयारी करने की ज़रूरत होती है, विशेषकर जब आप भारत से बाहर यात्रा करते हैं।जिस तरह से आप तैयारी करना चाहते हैं, उसे तैयार करने के लिए आपके पास समय होना चाहिए, क्योंकि इसमें समय लगता है।"

रोहित ने आगे कहा, "बहुत सारे खिलाड़ी विदेशी परिस्थितियों में खेलने के आदि नहीं हैं, चाहे वह ऑस्ट्रेलिया हो, साउथ अफ़्रीका हो, न्यूज़ीलैंड हो या इंग्लैंड। जब आपके पास समय होता है तो यह ज़ाहिर तौर पर अच्छा होता और टीम मैनेजमेंट इसके लिए लगातार प्रयासरत भी था। बड़े टूर्नामेंट से पहले पर्याप्त समय मिलने की बातचीत पिछले वर्ल्ड कप के बाद से ही शुरु हो गई थी। हमें पता था कि वर्ल्ड कप कहां होने वाला है इसलिए हमने थोड़ा जल्दी ऑस्ट्रेलिया जाने का फ़ैसला किया। इसके लिए हमें साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ भी मिस करनी पड़ी। पिछले विश्व कप के बाद से ही यह सब कुछ पर्दे के पीछे चल रहा था। हमें पता है कि अभ्यास कितना ज़रूरी है। इस टीम के अधिकतर खिलाड़ियों ने पहले ऑस्ट्रेलिया में नहीं खेला था और यह हमारे ऑस्ट्रेलिया पहले आने का एक बड़ा कारण था।"

रोहित ने भारतीय टीम के अभ्यास पर बातचीत करते हुए कहा, "पर्थ में हमने काफ़ी अच्छा समय बिताया। हमने वहां नौ दिन गुज़ारे इसके बाद ब्रिसबेन आ गए। हमने तैयारी करने के लिए पर्थ में कुछ अभ्यास मैच भी खेले, ताकि हम परिस्थितियों से अभ्यस्त हो सकें। ज़ाहिर तौर पर आप पूरे ऑस्ट्रेलिया का भ्रमण कर हर पिच पर नहीं खेल सकते थे। हालांकि हमसे जो भी बन पड़ा वह हमने किया। हमें लगा कि पर्थ हमारे लिए टाइम ज़ोन के हिसाब से सबसे उपयुक्त है। ज़ाहिर तौर पर समय का अंतर अधिक नहीं था। हम बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकते थे और हम काफ़ी ख़ुशक़िस्मत रहे कि मेलबर्न आने से पहले हमें पर्याप्त समय मिला।"

रोहित एक योजनाबद्ध तरीके से रणनीति को अमलीजामा पहनाने वाले कप्तान के तौर पर जाने जाते हैं। वह अपने मैच अप्स से भली भांति अवगत होते हैं और अमूमन कोई ऐसा रुख़ नहीं अपनाते जिसकी उन्होंने योजना नहीं बनाई है। हालांकि उन्होंने इस बार अपने इस रुख़ के विपरीत भी बात रखी।

रोहित ने कहा, "कभी-कभी आपको यह महसूस होता है कि यह व्यक्ति आपके लिए काम को पूरा करेगा। हां आपको मैच अप्स भी देखने होते हैं।हम इन दिनों कई तरह के आंकड़ों से होकर गुज़रे हैं और यह निष्कर्ष निकालने का प्रयास किया है कि ऑस्ट्रेलिया में लोगों ने कैसे सफलता प्राप्त की है। हालांकि वह दूसरे समय के आंकड़े हैं क्योंकि इस समय ऑस्ट्रेलिया में अधिक क्रिकेट नहीं खेली जाती है लेकिन हमारे लिए यह ज़रूरी था कि अक्तूबर-नवंबर के समय का हम डेटा एकत्रित करें और देखें कि कैसे लोगों ने यहां पर सफलता प्राप्त की है। हमने हर पहलू को छुआ है, एक टीम और एक खिलाड़ी के तौर पर भी। इसलिए दोनों ही ज़रूरी हैं लेकिन किसी ख़ास दिन आपको यह लगता है कि यह व्यक्ति अच्छी गेंदबाज़ी कर रहा है और इसे मौक़ा दिया जाना चाहिए। जिस दिन हमें जो प्लेइंग इलेवन ठीक लगता है हम उसी एकादश के साथ जाते हैं।"

रोहित ने कहा, "हमने कुछ इसी तरह की तैयारी की है। यहां आने से पहले ही खिलाड़ियों को इस बारे में अवगत करा दिया गया था कि यदि हमें मैच से पहले मैच अप्स को देखते हुए एकादश में बदलाव करने पड़े तो हम करेंगे। ऐसे में यह ऐसा नहीं होगा कि हम आखिरी समय पर टीम में बदलाव कर रहे होंगे, सभी खिलाड़ी पहले से ही इससे अवगत हैं।"

रोहित से यह पूछा गया कि चूंकि वह पहली बार वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मुक़ाबले में टीम इंडिया का नेतृत्व कर रहें तो क्या यह उनके करियर का अब तक का सबसे बड़ा मुक़ाबला होने वाला है? हालांकि वह इस निष्कर्ष सहमत नहीं दिखे क्योंकि वह पहले ही पाकिस्तान के ख़िलाफ़ वर्ल्ड कप फ़ाइनल जीतने वाली टीम के सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफ़ी का एक फ़ाइनल मुक़ाबला भी खेला जिसमें भारतीय टीम को हार मिली थी। रोहित के चेहरे पर मुस्कान आई और वह क्रिकेट पर लौट गए।

सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo के असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर नवनीत झा ने किया है।

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