शाहीन अफ़रीदी: मै पूरी तरह से फ़िट होने का प्रयास कर रहा हूं
दाहिने घुटने में लगी चोट के कारण तीन महीने तक बाहर रहने के बाद शाहीन शाह अफ़रीदी पूरी मैच फ़िटनेस के साथ यह विश्व कप नहीं खेल रहे हैं। विश्व कप में पाकिस्तान की पहली जीत के बाद उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से फ़िट होने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की चोट के बाद अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना आसान नहीं है। पूरी तरह से फ़िट नहीं होने के बावजूद शाहीन को टीम में शामिल करने पर पाकिस्तान की आलोचना भी हुई थी। हालांकि शाहीन ने कहा कि ऐसा नहीं है कि इस विश्व कप में उनकी गति कम हो गई है।
शाहीन ने कहा, "तीन महीने बाद इस तरह की चोट से वापसी करना आसान नहीं है। ईश्वर करे कि कभी ऐसी चोट किसी को न हो लेकिन जो लोग इससे गुज़रते हैं, वे स्पष्ट रूप से जानते हैं कि यह कितना मुश्किल है। मैं अपना शत-प्रतिशत देने की कोशिश कर रहा हूं। मुझे लगता है कि मेरी गति पहले भी ऐसी ही थी। औसत गति लगभग 135-140 थी; मैं पूरी तरह से फ़िट होने की कोशिश कर रहा हूं। हालांकि मैच फ़िटनेस एक अलग बात है।"
शाहीन को पहले दो मैचों में विकेट नहीं मिले और उन्होंने काफ़ी रन भी लुटाए। रविवार को पर्थ में नीदरलैंड्स के ख़िलाफ़ उन्होंने बढ़िया लेंथ पर गेंदबाज़ी की और विकेट भी निकाले।
उन्होंने कहा, "मैं लंदन में अकेला था (जहां उन्होंने रिहैब किया), मैंने दो-तीन महीने तक संघर्ष किया। मैं कभी भी इतनी लंबी चोट के साथ नहीं जूझा हूं। बेशक़ आपके दोस्त और टीम के साथी आपका समर्थन करते हैं और आपकी सराहना करते हैं। मेरा लक्ष्य विश्व कप खेलना था और ईश्वर का शुक्र है कि मैं इसमें क़ामयाब रहा।"
इस तेज़ गेंदबाज़ ने आगे कहा, "पहले दो महीनों तक मैं ठीक से चल भी नहीं पा रहा था क्योंकि सूजन बढ़ सकती थी। मैं तब जिम गया था। पिछले दो हफ़्तों में मैंने घर के अंदर गेंदबाज़ी की ताकि मैं इन सतहों पर दौड़ने के लिए कुछ हद तक तैयार हो जाऊं।"
भारत और ज़िम्बाब्वे से अपनी क़रीबी हार के बाद पाकिस्तान को अपने शेष दो मैच जीतने की ज़रूरत है। साथ ही पाकिस्तान यह भी उम्मीद करेगा कि भारत, साउथ अफ्रीका को हरा दे। शाहीन और शादाब ख़ान दोनों ने कहा कि वे अन्य परिणामों के बारे में अधिक नहीं सोच रहे हैं।
शादाब ने कहा, 'हमने दो क़रीबी मैच गंवाए लेकिन हम जानते हैं कि हम इससे बेहतर टीम हैं। उसी समय हम उन दो मैचों में लंबे समय तक हावी रहे। वह अब इतिहास है। हम बस एक साथ रहकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे हैं।"
सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo के अस्सिटेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।