जाफ़र : सैमसन शानदार खिलाड़ी हैं लेकिन पंत को लेकर धैर्य रखने की ज़रूरत
भारतीय टीम ने न्यूज़ीलैंड की सरज़मीं पर पिछले आठ टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अपने अविजित रहने के रिकॉर्ड बरक़रार रखते हुए एक और टी20आई सीरीज़ पर क़ब्ज़ा जमा लिया है। इस सीरीज़ में बल्ले से जहां सूर्यकुमार यादव ने सुर्खियों के साथ साथ प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ का पुरस्कार बटोरा तो गेंद से मोहम्मद सिराज ने बेमिसाल प्रदर्शन किया।
हालांकि कई पॉज़िटिव होने के बावजूद भारत को अभी भी कुछ सवालों का जवाब तलाशना है, मसलन ऋषभ पंत को और मौक़े मिलने चाहिए या फिर संजू सैमसन को अंतिम एकादश में लाने का समय आ गया है ? इसी तरह छोटी गेंदों के ख़िलाफ़ श्रेयस अय्यर की कमज़ोरी भी उन्हें अपना स्थान पक्का करने में रुकावट डाल रही है।
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के कार्यक्रम टाईम आउट हिंदी में हमने पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफ़र से इन्हीं सवालों का जवाब तलाशने की कोशिश की। जाफ़र के मुताबिक़ पंत को लेकर जहां धैर्य रखने की ज़रूरत है तो श्रेयस के बारे में उन्होंने कहा कि न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ ये वनडे सीरीज़ में उनका प्रदर्शन मायने रखेगा।
पंत ने इस साल 25 टी20 अंतर्राष्ट्रीय की 21 पारियों में 21.41 की साधारण औसत और 132.84 के स्ट्राइक रेट से 364 रन ही बनाए हैं और इस दौरान उनके बल्ले से केवल एक अर्धशतक ही आया है। जबकि संजू सैमसन ने इस साल अब तक मिले छह टी20आई में एक अर्धशतक के साथ 44.75 की औसत और 158.40 के स्ट्राइक रेट से 179 रन बनाए हैं।
पंत के अलावा हाल ही समाप्त हुई टी20आई सीरीज़ में श्रेयस का बल्ला भी दोनों ही मैचों में ख़ामोश रहा। दूसरे टी20 में श्रेयस छोटी गेंदों के लिए इतने पीछे जाकर खेल रहे थे कि हिट विकेट आउट हो गए, तो तीसरे टी20 में ऑफ़ स्टंप के बाहर उछाल भरी गेंद को वह सही से नियंत्रण नहीं कर पाए और स्लिप में कैच थमा बैठे।
भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज़ की शुरुआत 25 नवंबर से ऑकलैंड में होगी। भारतीय टीम की कप्तानी का ज़िम्मा शिखर धवन पर होगा जबकि मेज़बान टीम की कमान केन विलियमसन पर रहेगी।
सैयद हुसैन ESPNCricinfo हिंदी में मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट हैं।@imsyedhussain