आंकड़े झूठ नहीं बोलते : धवन के सामने कप्तानी रिकॉर्ड सुधारने की चुनौती
आईपीएल सीज़न 2023 का दूसरा मुक़ाबला पंजाब किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मोहाली में खेला जाएगा। दोनों टीमों के पास इस सीज़न नए कप्तान हैं। जहां पंजाब की टीम ने मयंक अग्रवाल को रिलीज़ कर शिखर धवन को कप्तान बनाया है, वहीं श्रेयस अय्यर के चोटिल होने के कारण नितीश राणा पहली बार कोलकाता की कप्तानी करते हुए दिखेंगे।
दोनों टीमों के बीच अब तक आईपीएल इतिहास में 30 मुक़ाबले हो चुके हैं, जिसमें 20 में कोलकाता और 10 में पंजाब को जीत हासिल हुई है। मोहाली भले ही पंजाब का घरेलू मैदान है, लेकिन यहां भी कोलकाता का पलड़ा भारी रहा है और उन्होंने यहां सात में से चार मैच जीते हैं। आइए डालते हैं इस दिलचस्प मुक़ाबले के कुछ दिलचस्प आंकड़ों पर एक नज़र-
धवन के सामने होगी कप्तानी रिकॉर्ड को सुधारने की चुनौती
धवन को इस बार पंजाब का पूर्णकालिक कप्तान बनाया गया है। इससे पहले धवन 2014 में सनराइज़र्स हैदराबाद के कप्तान बनाए गए थे, लेकिन टीम के ख़राब प्रदर्शन के कारण उन्हें बीच सीज़न ही कप्तानी डैरेन सैमी को सौंपनी पड़ी थी। उन्होंने आईपीएल में 11 मैचों में किसी टीम की कप्तानी की है, जिसमें उन्हें सिर्फ़ चार में जीत मिली है। सिर्फ़ इतना ही नहीं कप्तानी करने के दौरान धवन की बल्लेबाज़ी भी प्रभावित होता है।
आईपीएल में 6000 से अधिक रन बनाकर लीग के सबसे सफल बल्लेबाज़ों में से एक धवन का बल्लेबाज़ी औसत 36 से गिरकर 20 हो जाता है, जब वह किसी टीम के कप्तान होते हैं। जहां उन्होंने एक बल्लेबाज़ के तौर पर आईपीएल में 47 अर्धशतक और दो शतक लगाए हैं, कप्तान के रूप में उनके नाम 11 पारियों में कोई शतक और अर्धशतक नहीं है, इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी गिरकर 127 से 113 हो जाता है। धवन को कोलकाता की तेज़ गेंदबाज़ी तिकड़ी टिम साउदी, लॉकी फ़र्ग्युसन और शार्दुल ठाकुर से भी बचकर रहने की ज़रूरत होगी, जिसको उन्होंने क्रमशः चार, तीन और तीन बार आउट किया है।
फ़र्ग्युसन करते हैं पंजाब के बल्लेबाज़ों को ख़ासा परेशान
कोलकाता के तेज़ गेंदबाज़ फ़र्ग्युसन का पंजाब के बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन बहुत ही तगड़ा रहा है। उन्होंने अपनी रफ़्तार से पंजाब के कप्तान शिखर धवन को आठ टी20 पारियों में तीन बार आउट किया है, जबकि धवन इस दौरान उनके ख़िलाफ़ सिर्फ़ 23 की औसत और 117 के स्ट्राइक रेट से रन बना पाए हैं। पंजाब के एक और शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ भानुका राजापक्षा भी फ़र्ग्युसन के सामने टिक नहीं पाते हैं। उन्हें फ़र्ग्युसन ने दो पारियों में दोनों बार आउट किया है, जबकि वह सिर्फ़ 12 की औसत से रन बना पाए हैं। पिछले सीज़न पंजाब की बल्लेबाज़ी लाइन-अप की जान रहे लियम लिविंगस्टन भी दो बार फ़र्ग्युसन का शिकार हो चुके हैं, जबकि वह सिर्फ़ 14.5 की औसत से रन बना पाए हैं।
कोलकाता के गेंदबाज़ों के सामने तेज़ी से रन बनाते हैं करन
यूं तो ऑलराउंडर सैम करन प्रमुखतया एक तेज़ गेंदबाज़ के रूप में पंजाब की टीम में शामिल होंगे, लेकिन कोलकाता के गेंदबाज़ों के सामने उनके ताबड़तोड़ रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें पंजाब टीम प्रबंधन ऊपर भेजने का भी सोच सकती है। दरअसल सिर्फ़ फ़र्ग्युसन को छोड़ दिया जाए तो पंजाब के मौज़ूदा हर एक गेंदबाज़ के ख़िलाफ़ उनका स्ट्राइक रेट 150 से अधिक है। फ़र्ग्युसन के ख़िलाफ़ भी वह 125 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं, जबकि कोलकाता के प्रमुख गेंदबाज़ सुनील नारायण के ख़िलाफ़ उनका स्ट्राइक रेट 213 और औसत 34 हो जाता है। नरायण चार टी20 पारियों में उन्हें सिर्फ़ एक ही बार आउट कर सके हैं। इनके अलावा करन शार्दुल ठाकुर के ख़िलाफ़ 233, आंद्रे रसल के ख़िलाफ़ 167 और डेविड वीज़ा के ख़िलाफ़ 157 के स्ट्राइक रेट से रन बनाते हैं, जबकि रसल के अलावा इनमें से उन्हें टी20 में कोई आउट भी नहीं कर सका है।
दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं @dayasagar95