रवि शास्त्री : रोहित शर्मा के लिए मुंबई की कप्तानी की चुनौती बढ़ गई है
रवि शास्त्री मानते हैं कि बतौर मुंबई इंडियंस कप्तान रोहित शर्मा के लिए पिछले दो तीन वर्षों में चुनौतियां बढ़ गई हैं। शास्त्री के मुताबिक़ रोहित के पास अब वैसे संसाधन नहीं हैं जोकि कुछ वर्षों पहले हुआ करते थे।
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के 'रवि एंड रौनक' कार्यक्रम में शास्त्री ने कहा, "दो तीन साल पहले उनके पास जिस तरह के संसाधन थे, अब वे उनके पास नहीं हैं। बतौर कप्तान उनके सामने चुनौतियां अब दोगुनी हो गई हैं। पिछले दो तीन वर्षों में कप्तान के तौर पर कार्यभार भी बढ़ गया है।"
रोहित के सामने चुनौतियों पर अपनी राय रखते हुए शास्त्री ने कहा, "आपके सामने बड़ी चुनौती अपने खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन करवाने की है। आप उन्हें मोटिवेट कैसे करते हैं, आप किस कॉम्बिनेशन के साथ खेलते हैं, आप यह किस तरह से देखते हैं कि कौन मैच के अलग-अलग मोड़ पर आपके लिए बेहतर प्रदर्शन करेगा।"
यह एक ऐसा दौर है जब मुंबई अपनी कोर टीम को खो चुकी है। कुछ खिलाड़ियों के संन्यास और इंजरी बड़ी वजह रही है।
2022 में आईपीएल के 10 टीमों वाले टूर्नामेंट में तब्दील होने से हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पंड्या क्रमशः गुजरात टाइटंस और लखनऊ सुपर जायंट्स में चले गए। 2021 में लसिथ मलिंगा ने संन्यास ले लिया जबकि कायरन पोलार्ड ने भी पिछले साल आईपीएल और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। हालांकि पिछले सीज़न की नीलामी में उन्हें जोफ़्रा आर्चर ज़रूर मिले लेकिन चोट के चलते वह पूरे सीज़न से बाहर रहे और इस सीज़न भी अपनी लय ढूंढ़ रहे हैं। जसप्रीत बुमराह के भी चोटिल होने के कारण पेस बैटरी में इन दोनों की एक साथ मौजूदगी सुनिश्चित नहीं की जा सकी। हालांकि मुंबई के पास इशान किशन और सूर्यकुमार यादव जैसे पुराने और इनफ़ॉर्म बल्लेबाज़ हैं लेकिन इन्हें छोड़कर मुंबई की बल्लेबाज़ी एकदम नई ही है। रोहित मुंबई को पांच ट्रॉफ़ी जिताने वाले कप्तान होने के साथ-साथ आईपीएल इतिहास के सबसे सफल कप्तान भी हैं। लेकिन पिछले सीज़न में मुंबई ने अंक तालिका को अंतिम पायदान पर समाप्त किया जबकि इस साल भी मुंबई की टीम अंक तालिका में छठे स्थान पर है।
रोहित की ख़राब फ़ॉर्म और मुंबई का निराशाजनक प्रदर्शन साथ-साथ चल रहे हैं। आईपीएल 2022 में रोहित ने बिना कोई अर्धशतक लगाए 19.14 की औसत और 120.17 के स्ट्राइक रेट से 268 रन बनाए। वहीं यह सीज़न भी रोहित के लिए ख़ासा अच्छा नहीं जा रहा। अब तक खेली 10 पारियों में वह दो बार डक आउट हो चुके हैं और 18.39 की औसत और 126.89 के स्ट्राइक रेट से 184 रन ही बना पाए हैं।
हाल ही में सुनील गावस्कर ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो टाइम आउट पर रोहित को ब्रेक लेने की सलाह भी दी थी। वहीं शास्त्री भी मानते हैं कि रोहित की ख़राब फ़ॉर्म ने उनकी कप्तानी को भी प्रभावित किया है।
शास्त्री ने कहा, "अगर आप एक बल्लेबाज़ के तौर पर रन बनाने लग जाते हैं तो एक कप्तान के तौर पर आपका काम आसान हो जाता है। इससे बॉडी लैंग्वेज में बदलाव आता है, मैदान पर आपकी ऊर्जा दूसरे प्रकार की होती है लेकिन जब रन नहीं निकलते तब परिस्थिति इसके एकदम विपरीत होती है। इसलिए एक कप्तान के तौर पर यह ज़रूरी है कि आपका निजी प्रदर्शन भी अच्छा हो। यही सेम टीम आने वाले दो तीन वर्षों में एक मज़बूत टीम बन सकती है, लेकिन इन्हें सही तरह से संयोजित करने की ज़िम्मेदारी कप्तान की ही है।"