रोहित : बल्लेबाज़ी में लचीलापन ज़रूरी है लेकिन यह नहीं कि तबाही मचाओ
सोमवार को दिल्ली में भारत के एशिया कप दल की घोषणा करते हुए रोहित शर्मा ने बल्लेबाज़ी क्रम के लचीलेपन पर ज़ोर दिया और कहा कि "कोई भी बल्लेबाज़ कहीं भी बल्लेबाज़ी करने के लिए तैयार रहना चाहिए"। मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर के साथ प्रेस से बात करते हुए उन्होंने आर अश्विन और युज़वेंद्र चहल के ना चुने जाने पर यह कहा कि विश्व कप के मामले में अभी भी "किसी के लिए चयन के दरवाज़े बंद नहीं" हुए हैं।
रोहित ने कहा, "एक चीज़ जो मैं इस टीम में चाहता हूं वह यह सुनिश्चित करना है कि हर कोई कहीं भी बल्लेबाज़ी कर सके। आपको बल्लेबाज़ी क्रम में लचीलेपन की ज़रूरत है। किसी को यह नहीं कहना चाहिए, 'मैं इस स्थान पर अच्छा हूं या मैं उस स्थान पर अच्छा हूं।' आप चाहते हैं कि लोग कहीं भी बल्लेबाज़ी करने में सक्षम हों। अभी नहीं बल्कि पिछले तीन-चार वर्षों में यह बात हर खिलाड़ी को बता दिया गया है।"
रोहित ने इस संदर्भ में आगे कहा, "मैं जानता हूं कि बाहर के लोगों के लिए यह समझना कठिन है कि जो व्यक्ति छठे नंबर पर बल्लेबाज़ी करता है वह चौथे नंबर पर क्यों बल्लेबाज़ी कर रहा है। हालांकि सभी खिलाड़ियों को संदेश दिया जा चुका है। यह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट है, क्लब क्रिकेट नहीं है। ऐसा नहीं है कि हम किसी खिलाड़ी को रात को यह कहते हैं कि तुम्हें पोज़ीशन पर बल्लेबाज़ी करना है और अगली सुबह उसे बदल देते हैं। साथ ही ऐसा भी नहीं है कि मैच से ठीक पहले हम किसी खिलाड़ी का बैटेिंग पोज़ीशन बदल देते हैं।"
"कुल मिला कर हमें खिलाड़ियों से यही चाहिए। हम कभी उस स्थिति में जाना ही नहीं चाहते, जहां हर बल्लेबाज़ के पास उनका एक पोज़ीशन हो। हम हर बल्लेबाज़ से उनका बेस्ट निकालना चाहते हैं। सभी सातों-आठों बल्लेबाज़ किसी भी स्थान पर बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। हम पिछले कई सालों से यही संदेश अपने खिलाड़ियों को दे रहे हैं।"
साथ ही रोहित ने यह भी कहा, "जब मैंने कहा कि लचीलापन महत्वपूर्ण है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि मैं सलामी बल्लेबाज़ को सातवें नंबर पर भेजूंगा या हार्दिक पंड्या से बल्लेबाज़ी की शुरुआत कराऊंगा। यह नहीं कि तबाही मचाओ।"
एशिया कप में चयनित हुए टीम में एक बड़ी चौंकाने वाली बात यह भी थी कि टीम में एक भी विशेषज्ञ ऑफ़ स्पिनर नहीं था। साथ ही लेगस्पिनर युज़वेंद्र चहल का टीम में ना होना भी कई सवाल खड़े कर रहा था।
रोहित ने कहा, "हमने एक ऑफ़स्पिनर, अश्विन और वॉशी [वाशिंगटन सुंदर] के बारे में भी सोचा था, लेकिन अभी आप देख रहे हैं कि चहल को बाहर होना पड़ा क्योंकि हम केवल 17 खिलाड़ियों को ही चुन सकते थे। अगर एक तेज़ गेंदबाज़ नहीं होता तो हम एक ऑफ़ स्पिनर चुन सकते थे। हम ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि अगले दो महीनों में सीमर बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं। उनमें से कुछ लंबे समय के बाद टीम में वापस आ रहे हैं। इसलिए हम उन्हें पूरा मौक़ा देना चाह रहे थे। ताकि हम यह देख लें कि वह टीम के लिए कैसा प्रदर्शन कर सकते हैं। हालांकि इन सारी बातों के बावजूद किसी भी खिलाड़ी के लिए कोई दरवाज़े बंद नहीं हुए हैं। अगर हमें लगता है कि हमें विश्व कप के लिए चहल की ज़रूरत है, हम देखेंगे कि हम उन्हें टीम में कैसे शामिल किया जाए। वॉशी या अश्विन के लिए भी यही बात लागू होती है।"
एशिया कप 30 अगस्त को मुल्तान में शुरू होगा। भारत का पहला ग्रुप ए मैच 2 सितंबर को पाकिस्तान के ख़िलाफ़ श्रीलंका में खेला जाएगा। इसके बाद वे 4 सितंबर को नेपाल के विरूद्ध खेलेंगे। ग्रुप बी में बांग्लादेश, अफ़ग़ानिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं और प्रत्येक समूह से शीर्ष दो टीमें सुपर 4 चरण में आगे बढ़ेंगी। सुपर 4 में एक और दूसरे स्थान पर रहने वाली टीमें 17 सितंबर को कोलंबो में फ़ाइनल खेलेगी।
दया सागर और राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं. @dayasagar95