आंकड़े झूठ नहीं बोलते: सिर्फ़ बाबर आज़म को आउट करने से भारतीय टीम का काम नहीं बनेगा
एशिया कप में सुपर फ़ोर के चौथे मुक़ाबले में भारत और पाकिस्तान की टीम कोलंबो में आमने-सामने होगी। मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार इस मैच पर भी बारिश का ख़तरा है लेकिन एक रिज़र्व डे भी है। कोलंबो का स्टेडियम विराट कोहली के लिए काफ़ी ख़ास है। यहां कोहली ने आठ पारियों में 103.8 की औसत से 500 से भी अधिक रन बनाए हैं।
आइए देखते हैं कि इस महामुक़ाबले में आंकड़े क्या कहानी बयां कर रहे हैं।
सिर्फ़ बाबर को आउट करने से काम नहीं चलेगा
वनडे में 2022 के बाद से इमाम उल हक़ ने 18 पारियों में 944 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने दो शतक और नौ अर्धशतक लगाए हैं। रैंकिंग में शीर्ष 10 टीमों की बात की जाए तो इमाम 2022 के बाद सबसे अधिक 50+ स्कोर बनाने वाले चौथे खिलाड़ी हैं। इस लिस्ट में 16 अर्धशतकों के साथ बाबर आज़म पहले स्थान पर हैं। ऐसे इमाम का बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनरों के ख़िलाफ़ रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। 14 पारियों में वह इस शैली के गेंदबाज़ के ख़िलाफ़ पांच बार आउट हुए हैं।
किशन का टशन
इशान किशन ने पिछले चार वनडे पारियों में चार अर्धशतक लगाए हैं। एक बार किशन अगर 30 के आकंड़े को पार कर लें तो वह अर्धशतक ज़रूर बनाते हैं। अपने वनडे करयिर में वह नौ बार 0-29 के स्कोर पर आउट हुए हैं लेकिन 30 से 49 के बीच एक बार भी आउट नहीं हुए हैं। साथ ही वनडे में किशन विदेशी धरती पर ज़्यादा और घरेलू धरती पर कम रन बनाते हैं। विदेशी धरती पर नौ पारियो में उन्होंने 65.8 की औसत से कुल 592 रन बनाए हैं। वहीं भारत में उन्होंने 8 वनडे पारियों में सिर्फ़ 184 रन बनाए हैं।
पावरप्ले में असली पावर दिखाते हैं शाहीन,रउफ़ और नसीम
वनडे में 2023 के बाद से पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ों ने 12 पारियों में सिर्फ़ 4.6 की इकॉनमी से रन ख़र्च करते हुए 25 विकेट निकाले हैं। शीर्ष 10 टीमों की बात की जाए तो पावरप्ले में सबसे अधिक विकेट निकालने के मामले में पाकिस्तान के गेंदबाज़ दूसरे स्थान पर हैं।
विराट और रोहित की समस्या सेम है
वनडे फ़ॉर्मेट में 2021 के बाद से रोहित शर्मा और विराट कोहली 10 बार बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ आउट हुए हैं। इस समय अवधि में बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ों के सामने दोनों बल्लेबाज़ों का औसत 23 से भी कम है। वहीं पहले 10 ओवर की बात की जाए तो इस शैली की गेंदबाज़ों के सामने रोहित 11 पारियों में पांच बार आउट हुए हैं और विराट कोहली छह पारियों में तीन बार आउट हुए हैं। हालांकि विराट की समस्या यहीं ख़त्म नहीं होती, क्योंकि बाएं हाथ के स्पिन गेंदबज़ों के सामने विराट 2022 के बाद 12 पारियो में सात बार आउट हुए हैं।
शाहीन सामने हों तो सतर्क रहिए, सावधान रहिए
वनडे में 2021 के बाद से शाहीन ने 20 पारियों में 19 बार एक या उससे ज़्यादा विकेट निकाले हैं। वहीं सिर्फ़ एक ही ऐसी पारी रही है, जहां उन्हें कोई विकेट नहीं मिला है। अगर इकॉनमी की बात की जाए तो 2021 के बाद से शाहीन ने वनडे में 19 पारियों में 12 बार छह से कम की इकॉनमी के साथ गेंदबाज़ी की है। पहले 1 से 10 ओवर के बीच शाहीन ने 2021 के बाद से 20 पारियों में सिर्फ़ 4.7 की इकॉनमी से गेंदबाज़ी करते हैं और 16 विकेट निकाले हैं।
कैच तो पकड़ लो भाई
भारतीय टीम ने नेपाल के ख़िलाफ़ जिस तरह की फ़ील्डिंग की थी, उसकी काफ़ी चर्चा हुई थी। कई कैच टपकाए गए थे और ग्राउंड फ़ील्डिंग में भी काफ़ी ग़लतियां की गई थी। 2019 विश्व कप के बाद देखें तो शीर्ष 10 टीम में कैच ड्रॉप करने के मामले में सबसे ऊपर है। इस समय अवधि के दौरान भारत ने कुल 270 कैच पकड़े हैं और 89 कैच टपकाए हैं। कैच पकड़ने की औसत को देखी जाए तो भारतीय फ़ील्डर सिर्फ़ 75.2 फ़ीसदी कैचों को पकड़ पाते हैं।
राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं