साउथ अफ़्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को थमाई विश्व कप इतिहास में रनों के अंतर से उनकी सबसे बड़ी हार
क्विंटन डिकॉक के शतक और कगिसो रबाडा तथा अन्य गेंदबाज़ों की धारदार गेंदबाज़ी के दम पर साउथ अफ़्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 134 रनों के बड़े अंतर से हराया है। साउथ अफ़्रीका की ये लगातार दूसरी जीत है और उन्होंने अपने दोनों मैच 100 से अधिक रनों के अंतर से जीते हैं।
लखनऊ में खेले गए मुक़ाबले में टॉस ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने जीता था और उन्होंने पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला लिया था। साउथ अफ़्रीका ने 108 रनों की ओपनिंग साझेदारी करके ऑस्ट्रेलिया के इस फ़ैसले को ग़लत साबित कर दिया था। तेम्बा बवूमा 35 रनों की पारी खेलने के बाद आउट हुए थे।
डिकॉक ने 106 गेंदों में 109 रनों की पारी खेली और इस विश्व कप में लगातार दूसरा शतक लगाया। एबी डिविलियर्स के साथ वह संयुक्त रूप से लगातार सबसे अधिक विश्व कप मैचों में शतक लगाने वाले साउथ अफ़्रीकी बल्लेबाज़ बन गए हैं। ऐडन मारक्रम ने भी 44 गेंदों में 56 रनों का योगदान दिया।
35वें ओवर की पांचवीं गेंद पर डिकॉक का विकेट गंवाने तक साउथ अफ़्रीका ने 197 रन बना लिए थे, लेकिन फिर ऑस्ट्रेलिया ने बेहतरीन वापसी करते हुए साउथ अफ़्रीका को 350 का आंकड़ा नहीं छूने दिया। स्कोर का पीछा करते समय ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत बेहद ख़राब रही और उन्होंने पहले 10 ओवर में ही मिचेल मार्श, डेविड वार्नर और स्टीव स्मिथ के विकेट गंवा दिए थे।
18वें ओवर तक मैच पर काफ़ी हद तक साउथ अफ़्रीका का कब्ज़ा हो चुका था क्योंकि ऑस्ट्रेलिया अपने छह विकेट केवल 70 के स्कोर पर गंवा चुकी थी। मार्नस लाबुशेन ने मिचेल स्टार्क के साथ सातवें विकेट के लिए 69 रनों की साझेदारी करके कुछ हद तक विकेटों के गिरने का सिलसिला रोका। नौवें विकेट के लिए ऐडम ज़ैम्पा और पैट कमिंस (22) के बीच 32 रनों की साझेदारी हुई, लेकिन ये केवल हार का अंतर कम करने वाली साझेदारियां साबित हुईं।
साउथ अफ़्रीका की तरफ़ से सभी पांच गेंदबाज़ों को विकेट मिले। रबाडा ने सबसे अधिक तीन विकेट निकाले। मार्को यानसन, केशव महाराज और तबरेज़ शम्सी ने भी दो-दो विकेट अपने नाम किए।