रणजी में जगदीशन की रिकॉर्ड 245* रन की पारी
तमिलनाडु के एन जगदीशन के लिए 2022-23 सीज़न में विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी काफ़ी यादगार रही थी। हालांकि इसके बाद वह अचानक ही परिदृश्य से ग़ायब हो गए। हाल ही में हुई सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी (SMAT) में वह अपने राज्य की टीम के लिए बतौर विकेटकीपर पहली पसंद नहीं थे। इसके अलावा वह IPL 2024 की ऑक्शन लिस्ट के लिए भी शॉर्ट लिस्ट नहीं हो पाए।
इस सीज़न वह विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में भी कुछ ख़ास नहीं कर पाए, जिसके बाद उन्हें रणजी ट्रॉफ़ी में बल्लेबाज़ी क्रम में नीचे भेज दिया गया। गुजरात के ख़िलाफ़ वलसाड में खेले गए तमिलनाडु के पहले रणजी ट्रॉफ़ी मुक़ाबले में उन्होंने नंबर सात और नंबर आठ पर बल्लेबाज़ी की। हालांकि अपने बुरे वक़्त के सामने जगदीशन ने घुटने नहीं टेके।
अपने गृहनगर कोयंबटूर में, रेलवेज़ के ख़िलाफ़ उन्होंने रणजी ट्रॉफ़ी में अपना पहला दोहरा शतक लगाया। जगदीशन ने 402 गेंदों पर 245 रनों की नाबाद पारी खेली। जगदीशन का यह स्कोर रणजी ट्रॉफ़ी में तमिलनाडु के किसी विकेटकीपर द्वारा बनाया सर्वोच्च स्कोर भी है। इससे पहले यह रिकॉर्ड दिनेश कार्तिक के नाम था जिन्होंने 2008-09 के सीज़न में उत्तर प्रदेश के ख़िलाफ़ 213 रन बनाए थे।
पहले दिन के खेल के बाद जगदीशन ने कहा, "ज़ाहिर तौर पर यह मेरे लिए बहुत मुश्किल मानसिक लड़ाई थी। क्योंकि मेरे लिए यह साल पिछले साल जैसा नहीं था। कोच अलग हैं, हर कोई अलग है। इसलिए लोगों की अलग अलग राय भी हैं। लेकिन मैं पूरी तरह से स्पष्ट था कि मुझे कोई भी चीज़ व्यक्तिगत तौर पर नहीं लेनी है। मैंने यह तय कर लिया था कि मैं ड्रॉप किए जाने और रन ना बना पाने का भय अपने भीतर से निकाल दूंगा।"
जगदीशन ख़ुद भी यह समझते हैं कि आक्रामक क्रिकेट खेलना ही उनका मज़बूत पक्ष है। उनके पास शॉट्स की कमी नहीं है। उन्होंने ख़ुद एक बार रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के IPL ट्रायल के दौरान अपने स्विच हिट से शेन वॉट्सन को प्रभावित किया था। रेलवेज़ के ख़िलाफ़ भी उन्होंने 25 चौके और चार छक्के लगाए।
जगदीशन ने कहा, "पहली गेंद से ही मेरा माइंडसेट क्लियर था। मेरा मतलब है कि गेंदबाज़ को दबाव में लाना ज़रूरी होता है। अगर आप कुछ फ़ील्डर को बाउंड्री लाइन पर ले जाने में सक्षम हो जाते हैं तब सिंगल और डबल निकालना आसान हो जाता है।"
इस सीज़न की शुरुआत से ही तमिलनाडु में जगदीशन की जगह पर सवाल उठते रहे हैं। हालांकि ख़ुद जगदीशन का कहना है कि वह इसी अंदाज़ में खेलते रहेंगे।
"सच कहूं तो पिछले साल के बाद, इस सीज़न के पहले मैच से लेकर अब तक मुझे यह समझ नहीं आया कि मेरे ऊपर आख़िर तलवार क्यों लटक रही है। दो टूर्नामेंट ख़राब गए लेकिन अब इस पर सिर्फ़ दुःखी होने के अलावा मेरे बस में कुछ और नहीं है। डिफ़ेंसिव खेलना मेरा गेम नहीं है।"
क्या IPL की ऑक्शन लिस्ट के लिए शॉर्ट लिस्ट ना हो पाने से जगदीशन हैरान थे?
"नहीं। मुझे पहले से इस बात का अंदेशा था। मैंने अपने मन में यह तय कर लिया था कि अगर मेरा चयन नहीं भी होता है तब भी दुनिया की कोई ताक़त मुझे क्रिकेट खेलने से नहीं रोक सकती। मैंने यह खेल खेलना इसलिए शुरू किया क्योंकि मैं इस खेल से प्यार करता हूं। मुझे इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि मैं कौन से स्तर पर क्रिकेट खेल रहा हूं। कुछ भी हो, मैं क्रिकेट खेलता रहूंगा।"
टॉप ऑर्डर में जगदीशन की वापसी ने तमिलनाडु के बैटिंग लाइन अप को अनुभव के साथ साथ मज़बूती भी प्रदान की है। हालांकि जगदीशन टीम के लिए किसी भी नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए तैयार हैं लेकिन उनकी प्राथमिकता ओपन करने और नई गेंद का सामना करने की है।
"मुझे लगता है कि निचले क्रम में बल्लेबाज़ी करना कभी कभी टीम की ज़रूरत भी होती है। इसलिए मैं उस स्थान पर बल्लेबाज़ी कर के संतुष्ट था। या अभी भी जब टीम ने मुझे ओपन करने के लिए कहा तो मैंने किया। लेकिन अगर मुझे कोई विकल्प दिया जाएगा तो मैं ऊपर बल्लेबाज़ी करना ही पसंद करूंगा। मैं ख़ुश हूं और साई किशोर (तमिलनाडु के कप्तान) का आभारी भी हूं जो उन्होंने मुझे ओपन करने दिया।"
देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं