ऋषभ पंत की ज़िंदगी का एक बड़ा दिन और सफल वापसी

पंत ने बल्लेबाज़ी और विकेटकीपिंग दोनों की परीक्षा को पास किया

वापसी मैच में टॉस के समय पंत © BCCI

पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ मैच में डेविड वॉर्नर के आउट होने के बाद ऋषभ पंत 4 बजकर 06 मिनट पर बल्लेबाज़ी के लिए आए, जो 30 दिसंबर 2022 की दुर्घटना के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट मैदान में लंबे समय बाद उनकी वापसी थी।

वॉर्नर के इस विकेट के दौरान रिव्यू लिया गया था, जिससे उनके 15 महीनों का इंतज़ार और बढ़ गया। वह बाउंड्री लाइन पर पूरी तरह तैयार होकर रिव्यू के निर्णय का इंतज़ार कर रहे थे।

दर्शक भी पंत का इंतज़ार कर रहे थे और उन्होंने ज़ोर से चीयर कर उनकी वापसी का जश्न मनाया। नॉन स्ट्राइक पर खड़े शे होप भी ग्लव्स से बल्ला बजाकर अपने कप्तान का स्वागत कर रहे थे।

कई दर्शक पड़ोसी राज्यों हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली से पंत को देखने के लिए आए थे। कई तो पंत के 777 नंबर वाली नीली जर्सी भी पहने थे।

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पंत ने लेग स्टंप पर गॉर्ड लिया। पंजाब के बाएं हाथ के स्पिनर ने एंगल के साथ उनसे गेंद दूर फेंकी। घुटने के लिगामेंट की सर्ज़री से उबरने वाले पंत के लिए यह परीक्षा की घड़ी थी। पंत उस गेंद तक पहुंचे और उसे कट किया, हालांकि गैप नहीं निकाल पाए।

शुरुआती छह गेंदों में दो बार ऐसा मौक़ा आया, जब पंत ने दो रन लेने से मना कर दिया। यह कुछ छोटे-छोटे क़दम थे, जिससे पंत ख़ुद को पूरी तरह मैच में ढाल रहे थे।

पंत ने राहुल चाहर की गेंद पर एक गेंद को डीप मिडविकेट पर स्लॉग मारा, लेकिन सूर्य की चकाचौंध के कारण हर्षल पटेल उसे कैच नहीं कर सके। यह वापसी के बाद पंत का पहला चौका था, जो जीवनदान के बाद आया। उनका दूसरा चौका कवर ड्राइव था, लेकिन इसके तुरंत बाद वह हर्षल की एक स्लोअर ऑफ़ कटर बाउंसर पर आउट हो गए। उनकी पारी 13 गेंदों में 18 रन पर समाप्त हुई।

अब पंत के लिए कीपिंग का समय था, जो चोट के बाद उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती माना जा रहा था। हालांकि वह इसके लिए तैयार दिखे। अपनी पुरानी आदत के अनुसार वह विकेट के पीछे से लगातार बात कर रहे थे और अपने गेंदबाज़ों को मोटिवेट और गाइड कर रहे थे।

पंत की पारी 13 गेंदों में 18 रन पर समाप्त हुई © BCCI

उन्होंने सबसे अधिक कुलदीप यादव से बातें की और "लंबा मारने दे उसको" और "ठीक डाल रहा है, खुलके डाल" जैसे हिंदी वाक्यांशों का प्रयोग किया। जब प्रभसिमरन सिंह आक्रामक बल्लेबाज़ी कर रहे थे तो उन्होंने कुलदीप से कहा, "तू ही है, तुझे ही (विकेट) मिलेगा। इसकी अगली ही गेंद पर प्रभसिमरन आउट थे।

पंत की सबसे बड़ी ख़ासियत उनकी निडरता है और वह इस वापसी मैच में भी नज़र आई। उन्होंने विकेट के पीछे डाइव लगाया और एक सफल स्टंपिंग भी किया। कुल मिलाकर पंत ने अपने वापसी मैच में उस पुराने पंत की झलक दिखाई, जिसके लिए वह जाने जाते हैं।

नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo के न्यूज़ एडिटर हैं

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