#SRHvsMI:रिकॉर्ड तोड़ मैच में हैदराबाद ने दर्ज की रोमांचक जीत

इस समय हाइनरिक क्‍लासन बेहतरीन लय में नज़र आ रहे हैं © AP Photo / Mahesh Kumar

हैदराबाद के उप्‍पल स्‍टेडियम में जिस तरह से ट्रेविस हेड (62) और अभिषेक शर्मा (63) छक्‍के लगा रहे थे उससे लग रहा था कि मुंबई इंडियंस के ख़‍िलाफ़ यह टीम बुधवार को 230 रनों से बड़ा स्‍कोर खड़ा कर देगी। 11 ओवर में 161 रन बन चुके थे और तीन विकेट गिर भी चुके थे, लेकिन किसे पता था कि 277 रन ख़ड़ा करने के बाद भी मुंबई की टीम मात्र 31 रन से यह मैच हार जाएगी। आप समझ ही गए होंगे कि ना जाने कितने रिकॉर्ड इस मैच में बने और टूटे होंगे।

चार ओवर में 45 रन बन चुके थे और सनराइज़र्स हैदाबाद टॉस हारकर भी जब पहले बल्‍लेबाज़ी करने उतरी तो किसी ने नहीं सोचा था कि आगे आने वाले समय में क्‍या होने वाला है। वनडे विश्‍व कप फ़ाइनल में अहमदाबाद में हेड ने जो भारतीय टीम को दर्द दिया था, ऐसा लगा जैसे वह उसी चीज़ को दोहराने उतरे थे। मात्र 24 गेंद में 63 रन की पारी जिसमें नौ चौके और तीन छक्‍के शामिल थे। यह तूफ़ान ख़त्‍म ही नहीं हुआ था कि अभिषेक ना जाने क्‍या करने उतरे थे। उनकी क्‍लीन हिटिंग ने युवराज सिंह की बैक लिफ़्ट की याद दिला दी। हो भी क्‍यों ना उन्‍होंने युवी के निर्देशन में ही अपने करियर की शुरुआत की थी। मुंबई सोच रही होगी कि अभिषेक आउट नहीं होते तो सही रहता क्‍योंकि इसके बाद हाइनरिक क्‍लासन (नाबाद 80) रन की पारी खेली वह भी केवल 34 गेंद में, उसने इस मैच की पुरानी पारियों की यादों को भुला दिया था, क्‍योंकि उन्‍होंने इस दौरान चार चौके और सात छक्‍के अपनी पारी में लगाए और आईपीएल इतिहास का सबसे बड़ा स्‍कोर बनवा दिया।

लक्ष्‍य 278 रनों का था और सामने पांच बार की चैंपियन मुंबई थी, यानि मैच तो अंत तक जाने ही वाला था। यकीन मानिए 3.1 ओवर तक इशान किशन का विकेट गिरने से पहले मुंबई 56 रन बना चुकी थी और 4.3 ओवर तक रोहित शर्मा का विकेट गंवाने से पहले 66 रन बन चुके थे। मामला तो तब गंभीर हो गया जब तिलक वर्मा (64) आए और अपने घरेलू मैदान पर नायाब कारनामा करने की ओर अग्रसर हो गए। उन्‍होंने 64 रन की अपनी पारी में केवल 34 गेंद खेली और दो चौके, छह छक्‍के लगा दिए।

नमन धीर की 14 गेंद में 30 रनों की पारी भी अहम साबित हुई। अब यहां से कप्‍तान हार्दिक पंड्या (24) और फ़ीनिशर टिम डेविड (नाबाद 42) के सामने नायाब लक्ष्‍य था। यहां नज़रें लक्ष्‍य पर नहीं छक्‍कों पर होनी थी, लेकिन भुवनेश्‍वर कुमार के बाद जयदेव उनादकट के अगले ओवर ने मैच का पासा पलट दिया और अंत में मुंबई भरपूर कोशिश के बाद 31 रनों से मैच हार गई। वैसे यह जीत कप्‍तान पैट कमिंस के लिए भी याद रखी जाएगी, जिन्‍होंने चार ओवर में 35 रन देकर दो विकेट लिए थे। उनको सबसे बड़े विकेट रोहित और तिलक के तौर पर मिले।

निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26

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