पिंक बॉल का तोड़ नहीं निकाल सकी टीम इंडिया, ऑस्ट्रेलिया को मिली बड़ी जीत
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इस बार भी पिंक बॉल का तोड़ नहीं निकाल सकी और ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट में अपनी अजेय को बरक़रार रखते हुए भारतीय टीम को 10 विकेट से शिकस्त दे दी। इसका मतलब यह है कि पांच मैचों की सीरीज़ में अब ऑस्ट्रेलिया ने 1-1 की बराबरी कर ली है। यह ऑस्ट्रेलिया की एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट में लगातार आठवीं जीत है।
तीसरे दिन की सुबह जब ऋषभ पंत और नीतीश कुमार रेड्डी क्रीज़ पर थे तो भारत को एक हल्की सी उम्मीद दिख रही थी। हालांकि पंत ने पहले ही ओवर से काउंटर अटैक करने की कोशिश की और वह मिचेल स्टार्क के जाल में पहले ही ओवर में फंस गए। स्टार्क ने लगातार गेंद लेग स्टंप लाइन और उससे बाहर खिलाई, लेकिन एक सटीक गेंद पर उन्होंने पंत को डिफ़ेंस करने पर मजबूर किया और वह विकेट के पीछे लपके गए।
अश्विन ने नीतीश का थोड़ा साथ दिया लेकिन वह भी पैट कमिंस की एक ख़ूबसूरत गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे। अब ज़िम्मेदारी नीतीश पर थी, जो पहले भी इस सीरीज़ में काउंटर अटैक कर चुके हैं। हालांकि हर्षित राणा भी बिना कोई रन बनाए दूसरे एंड पर चलते बने। यहां से अब नीतीश के पास प्रहार करने के अलावा कोई चारा नहीं था। किसी तरह भारत बढ़त बनाने में क़ामयाब रहा। नीतीश जल्दी ही कमिंस के जाल में फंस गए। जिन्होंने रैंप शॉट के लिए पीछे बाउंड्री पर फ़िल्डर तैनात कर रखा था। एक बाउंसर पर यह जानते हुए कि पीछे फिल्डर है वह रैंप शॉट के लिए चले गए और कैच दे बैठे। खु़द नीतीश भी अपने इस शॉट से बेहद निराश थे। आखिरी विकेट मोहम्मद सिराज का गिरा और भारत के पास बस 18 रनों की बढ़त थी, जिसे ऑस्ट्रेलिया के दोनों ओपनरों ने आसानी से हासिल करके सीरीज़ में 1-1 की बराबरी करा दी।
ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरी पारी में कमिंस ने सबसे अधिक पांच, स्कॉट बोलैंड ने तीन और स्टार्क ने दो विकेट लिए।
भारतीय टीम ने इस मैच में 81 ओवरों में कुल 20 विकेट गंवाए, जो इस मैच की पूरी कहानी को बयां करती है। साथ ही अगर बल्लेबाज़ों के बीच की साझेदारी की बात करें तो सिर्फ़ पहली पारी में एक अर्धशतकीय पारी थी। इसके अलावा भारत ने इस मैच में कोई अर्धशतकीय साझेदारी नहीं की।
इस हार के बाद ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में पहुंचने का मज़बूत दावेदार बन गया है। सथ ही भारतीय टीम को एक बड़ा झटका लगा है। अगर भारतीय टीम आने वाले तीनों मैचों को जीत लेता है तो उनके पास फ़ाइनल में पहुंचने का सबसे अच्छा मौक़ा होगा लेकिन काम कहीं से भी आसान नहीं है।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26