पाटीदार ने अपने छक्कों से मध्य प्रदेश को फ़ाइनल में पहुंचाया
सन 2010-11 से पहली बार मध्य प्रदेश ने सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में जगह बनाई और उनकी इस सफलता के पीछे उनके कप्तान रजत पाटीदार ने अहम भूमिका निभाई है। 15 दिसंबर को मुंबई से होने वाले फ़ाइनल से पहले उन्होंने 347 रन बनाए हैं, जिसमें चार अर्धशतक शामिल हैं और उनका स्ट्राइक रेट भी 182.63 का रहा है।
पाटीदार ने वहीं से शुरुआत की जहां इस साल उन्होंने IPL छोड़ा था। उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए 177.13 के स्ट्राइक रेट से 395 रन बनाए और वह उनके तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ थे। यह उनकी छक्के लगाने की क़ाबिलियत थी जिसकी वजह से वह यहां तक पहुंच पाए। IPL में उन्होंने 13 पारियों में 33 छक्के लगाए और इस टूर्नामेंट में वह आठ पारियों में 21 छक्के लगा चुके हैं।
शुक्रवार को सेमीफ़ाइनल में दिल्ली को हराने के बाद पाटीदार ने कहा, "मैं जहां मारने जा रहा हूं उसी ताक़त का बचाव करने को देख रहा हूं। मैं पिछले से पिछले साल से लंबा हिट लगा रहा था । तो मैं उसी तरीक़े को ढूंढने का प्रयास कर रहा था जैसे मैं IPL में कर रहा था।"
दिल्ली के ख़िलाफ़ 147 रन का पीछा करते हुए पाटीदार उस समय क्रीज़ पर आए जब मध्य प्रदेश ने 46 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे और परिस्थिति के हिसाब से उनके पास अधिक समय नहीं था। तेज़ गेंदबाज़ हिमांशु चौहान का सामना करते हुए उन्होंने पांचवीं गेंद पर ही स्लैश करते हुए प्वाइंट पर चौका लगा दिया। इसके बाद उन्होंने डीप स्क्वायर लेग पर छक्का लगा दिया और उन्होंने इस ओवर में 14 रन बनाए।
पाटीदार के बल्ले से लगातार छक्के बरसते गए। उन्होंने मिडविकेट के ऊपर से, लांग ऑन पर, स्क्वायर लेग पर पुल से बड़े छक्के लगाए।
अपनी निरंतरता पर उन्होंने कहा, "मैं अपनी टीम के लिए विरोधी टीम पर अपना प्रभाव छोड़ने का प्रयास कर रहा था। मैंने कभी भी बड़े स्कोर बनाने के लिए टीम का ध्यान नहीं खींचा है। मेरा मंत्र हमेशा से एक गेंद खेलने का रहा है। तो मैंने यही करने की कोशिश की। मैंने कभी नहीं सोचा कि मैं बड़े स्कोर बनाऊंगा। मेरा फ़ोकस इसी पर रहा कि मैं क्या कर सकता हूं।"
यहां तक कि सौराष्ट्र के ख़िलाफ़ क्वार्टरफ़ाइनल में भी वह बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए मुश्किल समय में क्रीज़ पर आए। मध्य प्रदेश को 10.14 रन प्रति ओवर चाहिए थे और सात ओवर बचे थे और लक्ष्य 174 का था। उन्होंने 18 गेंद में 28 रन बनाए और चार रहते अपनी टीम को जीत दिला दी।
RCB का IPL 2025 के लिए पाटीदार को 11 करोड़ रुपये में रिटेन करने का निर्णय SMAT में उनके प्रदर्शन से सही साबित हुआ। उन्हें लगता है कि RCB के निर्णय ने उन्हें बहुत आत्मविश्वास दिया है और वह खु़श होंगे अगर उन्हें अपनी IPL टीम का नेतृत्व करने का मौक़ा मिलता है।
उन्होंने मध्य प्रदेश की कप्तानी करने पर कहा, "मैंने बहुत कुछ सीखा है। मैंने रणनीति तौर पर सीखने पर बहुत लुत्फ़ लिया है क्योंकि मुझे खिलाड़ियों को देखना पसंद है और यह जानकर कि वे क्या कर सकते हैं। यह कप्तानी के लिए कोच चंद्रकांत पंडित के साथ बिताया अच्छा समय रहा। तो हां मैंने बहुत कुछ सीखा।"
मध्य प्रदेश को फ़ाइनल में मुंबई से बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में रविवार को भिड़ना है। वहीं पर जहां 2021-22 रणजी ट्रॉफ़ी सीज़न में मध्य प्रदेश ने मुंबई को हराया था। पाटीदार ने तब 122 रन बनाए थे और उन्हें लगता है कि दो साल पहले की वह जीत टीम को बूस्ट करेगी।
हिमांशु अग्रवाल ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं।