अगरकर: 'मुझे नहीं लगता कि बुमराह सभी पांच टेस्ट मैचों के लिए उपलब्ध होंगे'
20 जून से हेडिंग्ली में शुरू हो रही भारत-इंग्लैंड की पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ में जसप्रीत बुमराह के सभी मैच खेलने की संभावना न के बराबर है। भारत के मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर ने बताया है कि मेडिकल स्टाफ़ ने बुमराह को वर्कलोड मैनेज करने के लिए लगातार टेस्ट नहीं खेलने की सलाह दी है।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी 2024-25 में सिडनी में खेले गए अंतिम टेस्ट में बुमराह दूसरे दिन फ़ील्ड छोड़ने पर मजबूर हुए थे और इसके बाद उन्होंने मैच में गेंदबाज़ी नहीं की। इसके बाद बुमराह को चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 से बाहर रहना पड़ा और IPL 2025 में अप्रैल में उन्होंने वापसी की।
शनिवार को इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट दल का ऐलान करने के दौरान अगरकर ने कहा, "जैसा कि फ़ीज़ियो और चिकित्सकों ने हमें बताया है,मुझे नहीं लगता कि बुमराह पांचों टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं रह पाएंगे। वह तीन या चार टेस्ट खेल सकते हैं लेकिन हम देखेंगे कि सीरीज़ कैसे आगे बढ़ती है और उनका शरीर कितना वर्कलोड मैनेज कर सकता है। वह कितने अहम गेंदबाज़ हैं यह बताने की आवश्यकता नहीं है, अगर वह तीन या चार टेस्ट मैच भी खेलते हैं तब भी वह हमें कुछ मैच जिता सकते हैं। इसलिए हम ख़ुश हैं कि वह फ़िट हैं और वापस आ रहे हैं। मुझे पता है कि वह T20 क्रिकेट खेल रहे हैं लेकिन हमने देखा है कि उन्होंने IPL में कैसी गेंदबाज़ी की है।"
आगामी टेस्ट सीरीज़ इंग्लैंड में बुमराह की तीसरी सीरीज़ होगी। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2021 के फ़ाइनल को अगर हटा दें तो उन्होंने इंग्लैंड में खेले आठ टेस्ट मैचों में 23.78 की औसत और 51.9 के स्ट्राइक रेट से 37 विकेट चटकाए हैं। अगरकर ने बताया कि अगर बुमराह के साथ पीठ की समस्या नहीं होती तो वह रोहित शर्मा के टेस्ट से संन्यास के बाद इस प्रारूप में भारत की कप्तानी के दावेदार थे।
बुमराह ने तीन टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की है, जिसमें 2022 में एजबेस्टन और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी में पर्थ और सिडऩी टेस्ट शामिल है। पर्थ में उनकी कप्तानी में भारत ने जीत के साथ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी का आग़ाज़ किया था। अगरकर ने कहा कि शुभमन गिल को BCCI और चयनकर्ताओं ने सर्वसम्मति से कप्तान नियुक्त करने का फ़ैसला किया।
अगरकर, "बूम्स (बुमराह) चूंकि सभी टेस्ट मैचों के लिए उपलब्ध नहीं रह सकते थे इसलिए उनका नाम कप्तानी की चर्चा में शामिल नहीं था। वह एक खिलाड़ी के तौर पर हमारे लिए ज़्यादा अहम हैं। हम उन्हें फ़िट रखना चाहते हैं, जब आप 15-16 अन्य लोगों को मैनेज करना होता है तो आपके ऊपर अतिरिक्त बोझ आ जाता है। वह यह बात जानते हैं और इस पर हमने उनसे चर्चा भी की है। वह अपने शारीरिक स्थिति से अवगत हैं और हम उनका वर्कलोड मैनेज करना चाहते हैं और हम एक गेंदबाज़ के तौर पर उन्हें पूरी तरह से फ़िट देखना चाहते हैं।"
मार्च 2023 में बुमराह की पीठ की सर्जरी हुई थी और इसके बाद से ही वह करियर को प्रभावित करने वाली चोट से बचने के लिए लगातार अपने वर्कलोड को मैनेज कर रहे हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनके वर्कलोड पर काफ़ी ज़्यादा भार आ गया था, जहां उन्होंने पांच टेस्ट मैचों में कुल 152.1 ओवर की गेंदबाज़ी की। इस दौरान बुमराह ने 13 से अधिक की औसत और 28.3 के स्ट्राइक रेट से 32 विकेट हासिल किए थे। सिडनी में स्कैन में पता चला कि बुमराह को पीठ में ऐंठन है लेकिन भारत लौटने के बाद पता चला कि बुमराह की समस्या गंभीर है।
पीठ की समस्याओं के चलते न्यूज़ीलैंड के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ शेन बॉन्ड को संन्यास लेना पड़ा था और उन्होंने मार्च में ESPNcricinfo से कहा था कि बुमराह का वर्कलोड मैनेज किए जाने की आवश्यकता है अन्यथा अगर उन्हें उसी जगह दोबारा इंजरी होती है तो उनका करियर भी ख़तरे में पड़ सकता है।
बॉन्ड ने कहा था कि तेज़ गेंदबाज़ों के लिए सबसे बड़ी चूनौती तब खड़ी होती है जब उन्हें बेहद कम अंतराल में T20 से टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए तैयार होना पड़ता है। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ भारत का पहला टेस्ट 3 जून को IPL 2025 के फ़ाइनल के ठीक 17 दिन बाद शुरू होगा।
नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo में न्यूज़ एडिटर हैं