राहुल के शतक और पंत, जाडेजा के अर्धशतकों से भारत बराबरी पर पहुंचा
भारत 387 (राहुल 100, पंत 74, जाडेजा 72, 3-84) इंग्लैंड 387 (रूट 104, कार्स, स्मिथ 51, बुमराह 5-74, रेड्डी2-62) और 2-0 (क्रॉली 2*) दो रनों से आगे
लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय टीम केएल राहुल के शतक और ऋषभ पंत, रवीेंद्र जाडेजा के अर्धशतकों की मदद से इंग्लैंड के 387 रनों के स्कोर को बराबर करने में क़ामयाब रहा। दिन के अंतिम एक ओवर में इंग्लैंड ने दो रनों की मामूली बढ़त ज़रूर बना ली है।
पंत और राहुल की साझेदारी
राहुल और पंत जब तीसरे दिन की सुबह मैदान में उतरे थे तो टेस्ट क्रिकेट का ओल्ड स्कूल और मौजूदा युग का मिलन देखने को मिला था। पंत ने दिन के पहले ही ओवर में दो चौके लगाकर बता दिया था कि वह किस तरह का क्रिकेट खेलने के लिए उतरे हैं। दूसरी ओर राहुल खड़े थे, जो जानते थे कि उनका ऑफ़ स्टंप कहां है और इसके इर्दगिर्द की गेंदों पर उनको कैसे जवाब देना है। राहुल तो शुक्रवार को ही अपना अर्धशतक पूरा कर चुके थे। पंत कदमों का इस्तेमाल ना करें इसके लिए वोक्स की गेंद पर कीपर आगे खड़े दिखाई दिए। जैसे ही कीपर पीछे गए, उन्होंने वोक्स पर डाउन द ग्राउंड शॉट खेलने में कोई शंका नहीं की। हालांकि लंच के पहले के आख़िरी ओवर में पंत, बेन स्टोक्स के बेहतरीन डायरेक्ट थ्रो पर रन आउट हो गए। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 141 रनों की बड़ी साझेदारी हुई।
राहुल का शतक, जाडेजा की ज़िम्मेदारी
दूसरे सत्र में राहुल ने कुछ ही मिनटों बाद अपना शतक पूरा कर लिया। यह उनका टेस्ट क्रिकेट में 10वां, इंग्लैंड में चौथा और लॉर्ड्स में दूसरा टेस्ट शतक था। सब कुछ सही जाता दिख रहा था, लेकिन शोएब बशीर की एक फ़्लाइटेड गेंद ने राहुल को कवर ड्राइव के लिए ललचा दिया और गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेकर सीधा पहली स्लिप के हाथों में चली गई। राहुल आउट हुए तो जाडेजा पर दारोमदार बढ़ गया था। उसी समय पर दो बार ऐसा हुआ जब नीतीश कुमार रेड्डी रन आउट होने से बाल-बाल बच गए। यह मुश्किल समय था जैसे तैसे निकल गया था।
जाडेजा का अर्धशतक और वॉशिंगटन ने दिया साथ
इसके बाद जब जाडेजा ने अर्धशतक पूरा किया और जल्दी से 72 रनों तक पहुंच गए थे। उस समय लग रहा था कि भारतीय टीम इस आख़िरी घंटे में तेज़ी से रन बनाने को देख रही है। लेकिन जाडेजा ग़लत समय पर आउट हुए और यहां पर भारत ने बढ़त बनाने का मौक़ा खो दिया गया। अंत में जिसका डर था, वही हुआ भारत ने 11 रनों के अंदर अपने तीन विकेट गंवा दिए।
यह टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ़ नौवीं बार था कि दोनों टीमों के पहली पारी के स्कोर बराबरी पर छूटे। आखिरी बार ऐसा 2015 में लीड्स में हुआ था, जब इंग्लैंड और न्यूजीलैंड आमने-सामने थे। ऐसा इस सदी में केवल तीसरी बार हुआ है।