साई सुदर्शन और जायसवाल के अर्धशतकों से पहला दिन भारत के नाम
भारत 264 पर 4 (साई सुदर्शन 61, जायसवाल 58 और स्टोक्स 47 पर 2) बनाम इंग्लैंड
एक अच्छा पहला सत्र और दूसरे सत्र में इंग्लैंड की वापसी के बाद साई सुदर्शन और ऋषभ पंत ने भारतीय पारी को संभालते हुए 72 रनों की साझेदारी कर ली थी। लेकिन क्रिस वोक्स की गेंद पर पैर चोटिल करने के बाद पंत को रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा। साई सुदर्शन ने अपने टेस्ट करियर का पहला अर्धशतक जड़ा लेकिन यशस्वी जायसवाल की तरह वह भी अपने अर्धशतक को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए और शॉर्ट गेंद को पुल करने के प्रयास में वह बेन स्टोक्स का दूसरा शिकार बने।
हालांकि पंत के रिटायर्ड हर्ट होने के बाद बल्लेबाज़ी के लिए रवींद्र जाडेजा और शार्दुल ठाकुर ने भारतीय पारी को संभालना शुरू किया। दिन का खेल आगे बढ़ने के साथ ही रोशनी भी दोनों बल्लेबाज़ों के सामने चुनौती बनकर सामने खड़ी हुई। दिन के खेल में अधिकांश समय बादल छाए रहे। अतिरिक्त आधे घंटे का सत्र ख़राब रोशनी के चलते पहले ही समाप्त करना पड़ा और भारतीय टीम चार विकेट के नुक़सान पर 264 रनों के स्कोर के साथ ड्रेसिंग रूम की ओर गई।
इंग्लैंड ने इस सीरीज़ में लगातार चौथा टॉस जीतते हुए भारत को पहले बल्लेबाज़ी के लिए आमंत्रित किया था और के एल राहुल और जायसवाल की सलामी जोड़ी ने मुश्किल पहला घंटा सफलतापूर्वक बिताया। राहुल एक छोर पर चौके भी बटोरते रहे और पहले सत्र के दूसरे चरण में जायसवाल भी लय में आ गए। भारत ने पहले सत्र की समाप्ति तक बिना विकेट खोए 78 रन बना लिए थे, हालांकि दूसरे सत्र में वापसी इंग्लैंड का इंतज़ार कर रही थी।
वोक्स की गेंद पर राहुल उछाल को भांप नहीं पाए और फिर जायसवाल, आठ साल बाद टेस्ट में वापसी कर रहे लियम डॉसन की गेंद पर टर्न के लिए खेलने के प्रयास में स्लिप में हैरी ब्रूक के हाथों में कैच थमा बैठे और अपने अर्धशतक को बड़ी पारी में तब्दील करने में नाकाम रहे। जबकि शुभमन गिल, स्टोक्स की गेंद को छोड़ने के प्रयास में लेग बिफ़ोर आउट करार दिए गए लेकिन रिव्यू लेने पर भी वह ख़ुद का विकेट नहीं बचा पाए।
इससे ठीक एक ओवर पहले ही स्टोक्स की गेंद पर साई सुदर्शन ने फ़्लिक किया था लेकिन कीपर जेमी स्मिथ अपनी दायीं ओर गेंद को उछाल को भांप नहीं पाए थे और साई सुदर्शन बाल-बाल बचे थे। भारत ने दूसरे सत्र में 71 रन बनाए थे लेकिन अपने तीन अहम विकेट गंवा दिए थे। तीसरे सत्र में अब ज़िम्मेदारी दो बाएं हाथों के बल्लेबाज़ों - पंत और साई सुदर्शन के ऊपर थी और दोनों ही बल्लेबाज़ों ने निराश नहीं किया। लेकिन दोनों बल्लेबाज़ों के बीच 72 रनों की साझेदारी के बाद पंत के रिटायर्ड हर्ट होने ने इंग्लैंड के लिए एक बार पकड़ बनाने के दरवाज़े खोल दिए।
दूसरे दिन का खेल बहुत हद तक पंत की चोट पर निर्भर करेगा। भले ही स्कोरबोर्ड पर इस समय चार विकेट दिख रहे हों लेकिन पंत की फ़िटनेस बहुत हद तक भारत की इस पारी की ना सिर्फ़ दिशा बल्कि दशा भी तय कर सकती है।
नवनीत झा ESPNcricinfo हिंदी में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।