पुरुष T20 एशिया कप : भारत-पाकिस्तान भिड़ंत मतलब रोमांच की गारंटी
14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच पुरुष T20 एशिया कप में चौथी भिड़ंत होगी। इससे पहले तीन अवसर पर हुई भिड़ंत में दो बार बाज़ी भारत के हाथ लगी है जबकि एक बार पाकिस्तान ने भारत को हार का स्वाद चखाया है। हालांकि दोनों ही मर्तबा भारत को जीत हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी है। भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप के इस प्रारूप में हुईं रोचक भिड़ंत की सैर पर चलते हैं।
आमिर की आंधी बनी भारत के लिए चुनौती
2016 की फ़रवरी में मीरपुर में हुए इस मुक़ाबले में भारत को महज़ 84 रनों का लक्ष्य मिला था लेकिन तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद आमिर ने भारत के लिए ऐसी चुनौती पैदा की कि एक वक़्त पर भारत के लिए एक छोटा सा लक्ष्य भी कठिन लगने लगा। हालांकि विराट कोहली की 49 रनों की पारी भारत के लिए संजवीनी बनी और भारत ने जीत के साथ अपने अभियान का आग़ाज़ किया।
हार्दिक पंड्या के तिहरे झटकों की बदौलत पाकिस्तान की पूरी टीम 17.3 ओवरों में 83 रनों पर ही सिमट गई। पाकिस्तान के इस स्कोर में 11 रन, एक्स्ट्रा की बदौलत आए थे लेकिन जवाब में आमिर की गेंदबाज़ी ने भारतीय बल्लेबाज़ों के भी दांत खट्टे कर दिए।
पहले ही ओवर में आमिर ने रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे की सलामी जोड़ी को पगबाधा कर अपना शिकार बना लिया और दोनों ही बल्लेबाज़ अपना खाता तक नहीं खोल पाए। आमिर जब अपना अगला ओवर करने आए तो भारत को सुरेश रैना के रूप में तीसरा झटका लगा और अब भारत महज़ आठ के स्कोर पर अपने तिन विकेट गंवा चुका था। पावरप्ले की समाप्ति तक भारत ने तीन विकेट के नुक़सान पर मात्र 21 रन बनाए थे जबकि इसी स्थिति में पाकिस्तान का स्कोर तीन विकेट के नुक़सान पर 32 रन था।
आमिर ने कोहली के लिए भी मुश्किल खड़ी की और दो बार उन्होंने कोहली का लगभग शिकार ही कर लिया था लेकिन क़िस्मत कोहली पर मेहरबान थी और एक बार पगबाधा पर बचने के बाद एक गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर स्लिप कॉर्डन के ऊपर से चली गई। मैच बराबरी के पलड़े पर झुक चुका था लेकिन भारतीय पारी के सात ओवर की समाप्ति के साथ ही आमिर के कोटा के चार ओवर समाप्त हो गए और भारत को आमिर की आंधी से छुटकारा मिल गया।
कोहली ने यहां से युवराज सिंह के साथ मिलकर भारतीय पारी को संभाला। युवराज ने संभलकर बल्लेबाज़ी की जबकि कोहली ने भी सात चौकों की मदद से 51 गेंदों पर 49 रन बनाए। कोहली जब आउट हुए तब भारत को मात्र आठ रनों की दरकार थी और मुक़ाबले में 29 गेंदें बची हुई थीं। इस तरह भारत ने आमिर के झटकों से उबरते हुए एक छोटा प्रतीत होने वाला मुश्किल लक्ष्य हासिल कर लिया।
एक और रोमांचक मुक़ाबला और हार्दिक का हरफ़नमौला प्रदर्शन
पिछली बार हार्दिक ने गेंद के साथ अपना कमाल दिखाया था लेकिन इस बार भारत को जीत की दहलीज़ पार करने में हार्दिक के हरफ़नमौला प्रदर्शन की ज़रूरत पड़ी। इस बार भी लक्ष्य बड़ा नहीं था लेकिन मैच अपने अंतिम मोड़ पर आते-आते रोमांचक हो गया था।
148 के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के लिए तब तक जीत की राह आसान नहीं हुई जब तक हार्दिक ने बल्लेबाज़ी के लिए एक मुश्किल पिच पर 19वें ओवर में तीन चौके नहीं लगाए। हालांकि अभी भी भारत को जीत हासिल नहीं हुई थी और अंतिम ओवर में मोहम्मद नवाज़ ने समीकरण को तीन गेंद पर छह रनों की दरकार तक पहुंचा दिया था।
लेकिन हार्दिक ने लॉन्ग ऑन के ऊपर छक्का जड़कर भारत के लिए 17 गेंदों पर 33 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली और पुरुष T20 एशिया कप में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ एक और मुश्किल प्रतीत होती चेज़ को अपनी मुट्ठी में कर लिया। इससे पहले हार्दिक ने चार ओवर में महज़ 25 रन देते हुए तीन अहम विकेट भी हासिल किए थे जिसके चलते पाकिस्तान की टीम 20 ओवर में 147 रन बना पाई थी।
इस मैच में रोचक भिड़ंत के साथ ही रणनीति के स्तर पर भी उठा-पटक साफ़ दिखाई दी थी। उमस और गर्मी भरे मौसम में पाकिस्तान के डेथ ओवर विशेषज्ञ गेंदबाज़ हारिस रऊफ़ और नसीम शाह को क्रैंप का सामना करना पड़ा। मध्य ओवरों में जब पाकिस्तान के स्पिनर भारतीय बल्लेबाज़ों पर हावी होने की कोशिश कर रहे थे तब रवींद्र जाडेजा को ऊपर प्रमोट किया गया जिससे उनके स्पिनर दाएं हाथ के बल्लेबाज़ के लिए अधिक परेशानी न खड़ी कर सकें। जाडेजा ने आते ही नवाज़ की गेंद पर चौका और छक्का जड़ दिया जिसका नतीजा यह हुआ कि पाकिस्तान को नवाज़ का अंतिम ओवर देरी से कराने का निर्णय लेना पड़ा और इसके परिणामस्वरूप उन्हें अंतिम ओवर नवाज़ से कराने पर मजबूर होना पड़ा।
पाकिस्तान ने की भारत की राह मुश्किल
पाकिस्तान के ख़िलाफ़ पुरुष T20 एशिया कप की पहली दो भिड़ंत में तो भारत ने चेज़ करते हुए जीत हासिल की थी लेकिन इस बार भारत लक्ष्य का बचाव नहीं कर पाया। यह हार न सिर्फ़ एक मुक़ाबले की हार भर थी बल्कि इसकी क़ीमत भारत को आगे चलकर फ़ाइनल में प्रवेश न पाने से चुकानी पड़ी।
पहले बल्लेबाज़ी के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद भारत ने एक तेज़ शुरुआत की थी और 4.2 ओवर में ही रोहित और के एल राहुल की जोड़ी के बीच अर्धशतकीय साझेदारी भी पूरी हो गई थी जो उस समय T20I में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत द्वारा बनाए गए सबसे तेज़ 50 रन थे। अब यह पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत के लिए सबसे तेज़ 50 रनों की सूची में संयुक्त तौर पर आठवें स्थान पर है जो कि दर्शाता है कि बीते तीन वर्षों में छोटे प्रारूप में भारत की शैली में कैसे बदलाव आया है।
हालांकि एक तेज़ शुरुआत के बावजूद विकेटों की लगातार लगती झड़ी के बीच भारत की गति प्रभावित हुई और कोहली की 44 गेंदों पर 60 रनों की पारी के बावजूद भारत अंतिम 10 ओवर में 88 रन ही जोड़ पाया। इसके बावजूद पाकिस्तान के सामने 182 का लक्ष्य था। भारतीय गेंदबाज़ों ने पाकिस्तान के शीर्ष क्रम को परेशानी में भी डाला और जब फ़ख़र ज़मान दूसरे विकेट के रूप में आउट हुए तब पाकिस्तान को 68 गेंदों पर 119 रनों की दरकार थी। इसके बाद मोहम्मद रिज़वान और मोहम्मद नवाज़ के बीच साझेदारी पनपी और नवाज़ जब 42 (20 गेंद) के स्कोर पर भुवनेश्वर कुमार का शिकार हुए तब पाकिस्तान को 27 गेंदों पर 46 रनों की दरकार थी।
ग्रुप मुक़ाबले में जिस प्रकार भारत ने जाडेजा को ऊपर प्रमोट किया वैसे ही पाकिस्तान ने भी बाएं हाथ के नवाज़ को उस समय चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए भेजा जब उनके पास मध्य क्रम में अन्य विकल्प मौजूद थे। पाकिस्तान का यह फ़ैसला उनके लिए कारगर सिद्ध हुआ।
17वें ओवर में हार्दिक ने रिज़वान (71) का भी शिकार कर लिया। इसके बाद रवि बिश्नोई ने 18वें ओवर में मात्र 8 रन दिए और अब मैच बराबरी पर पहुंच चुका था। पाकिस्तान को अभी भी जीत के लिए दो ओवर में 26 रनों की दरकार थी। लेकिन 19वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने 19 रन ख़र्च कर दिए जो कि उस समय T20I में डेथ में उनके द्वारा डाला गया दूसरा सबसे महंगा ओवर भी था। अंतिम ओवर में अर्शदीप द्वारा चौका खाने के बाद भी तेज़ गेंदबाज़ ने जब आसिफ़ अली को पगबाधा किया तब भी पाकिस्तान को दो गेंदों पर दो रनों की दरकार थी लेकिन इफ़्तिख़ार अहमद ने लो फ़ुल टॉस गेंद पर दो रन चुराते हुए पाकिस्तान को जीत दिला दी।
भारत पाकिस्तान से एशिया कप के T20 प्रारूप में पहली बार हारा था लेकिन इस हार की चोट तब ज़्यादा महसूस हुई जब भारत सुपर 4 चरण में आगे चलकर श्रीलंका से भी हार गया और फ़ाइनल की दौड़ से बाहर हो गया। पुरुष T20 एशिया कप में एक बार फिर भारत-पाकिस्तान की भिड़ंत होगी और संभव है कि दोनों टीमों का सामना इस बार सुपर-4 में भी हो। ऐसे में इस भिड़ंत के रोमांचक रहने की पूरी उम्मीद है।
नवनीत झा ESPNcricinfo हिंदी में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।