जुरेल के शतक से भारत ए का मज़बूत जवाब

Dhruv Jurel ने अपना दूसरा प्रथम श्रेणी शतक जड़ा Tanuj / © UPCA

भारत ए 403 पर 4 (जुरेल 113*, पड़िक्कल 86* और स्कॉट 31 पर 1) ऑस्ट्रेलिया ए 532 पर 6 (फिलिपे 123, कॉन्स्टास 109 और दुबे 141 पर 3) से 129 रन से पीछे

भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ ध्रुव जुरेल के नाम अब तक सिर्फ़ एक प्रथम श्रेणी शतक था, जब उन्होंने 2022-23 के रणजी ट्रॉफ़ी के दौरान नागालैंड के ख़िलाफ़ 249 रनों की पारी खेली। इसके बाद उनके नाम कोई प्रथम श्रेणी शतक तो नहीं आया, लेकिन घरेलू क्रिकेट और IPL में कुछ प्रभावशाली पारियों के कारण वह भारतीय टीम में आ गए।

उन्होंने ना सिर्फ़ भारत के लिए टेस्ट और T20I डेब्यू किया बल्कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के अहम दौरों पर अहम किरदार भी निभाए। ऑस्ट्रेलिया ए के ख़िलाफ़ पहले अनाधिकृत टेस्ट के तीसरे दिन जुरेल ने उन्हीं अंतर्राष्ट्रीय अनुभवों का भरपूर प्रदर्शन किया और नाबाद 113 रनों की पारी खेली।

जुरेल की 132 गेंदों की इस शतकीय पारी में उन्होंने मैदान के चारों तरफ़ 10 चौके और चार गगनचुंबी छक्के लगाए। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया ए के स्पिनरों को ख़ासकर निशाना बनाया और पारी के 80वें ओवर में कोरी रॉकीचॉली पर दो छक्के और एक चौके जड़कर 54 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। बाएं हाथ के बल्लेबाज़ देवदत्त पड़िक्कल ने भी जुरेल का बखू़बी साथ दिया और स्टंप्स होने तक वह नाबाद 86 रन बनाकर खेल रहे थे।

इससे पहले बारिश और गीले मैदान के कारण तीसरे दिन फिर से खेल प्रभावित हुआ और दो घंटे देरी से शुरू हुआ। लंच से पहले के आधे घंटे के खेल में भारत ने बुधवार के अर्धशतकवीर खिलाड़ी नारायण जगदीशन का विकेट खोया, जब वह ज़ेवियर बार्टलेट की बाहर निकलती बैक ऑफ़ लेंथ गेंद पर बाहरी किनारा दे बैठे और विकेटकीपर जॉश फ़िलिपे ने पीछे कोई ग़लती नहीं की।

इसके बाद साई सुदर्शन और पड़िक्कल ने पारी को संभाला और तीसरे विकेट के लिए 76 रन जोड़े। दूसरे दिन के नाबाद 20 रन की पारी को आगे बढ़ाते हुए सुदर्शन ने स्पिनरों पर कुछ बेहतरीन स्वीप और रिवर्स स्वीप शॉट खेले, लेकिन इसी शॉट को खेलने के चक्कर में वह बाएं हाथ के स्पिनर कूपर कॉनली की अंदर आती गेंद पर पगबाधा आउट हो गए।

इसके बाद आए कप्तान श्रेयस अय्यर ने रॉकीचॉली की गेंद पर आगे निकलकर वाइड मिड ऑन के ऊपर से एक चौका ज़रूर प्राप्त किया, लेकिन उनकी अंदर आती बैक ऑफ़ लेंथ गेंद को बैकफ़ुट से डीप मिडविकेट पर फ़्लिक करने के चक्कर में गेंद को पैड पर खा गए। उन्होंने 13 गेंदों की पारी में आठ रन बनाए।

सिर्फ़ तीन ओवर के अंतराल में दो विकेट गिरने के बाद पड़िक्कल थोड़ा और सजग हो गए और उन्होंने धीमे-धीमे अपनी पारी को आगे बढ़ाया। वहीं जुरेल पहले गेंद से ही आक्रामक नज़र आए और उनकी पारी में अंतर्राष्ट्रीय अनुभव और परिपक्वता की झलक साफ़ नज़र आ रही थी। उन्होंने तेज़ गेंदबाज़ों ख़ासकर बार्टलेट की शॉर्ट गेंदों पर कुछ बेहतरीन पुल शॉट खेले, जबकि स्पिनरों पर आगे निकलकर कुछ अच्छे स्लॉग्स और स्वीप्स लगाए।

अब मैच के चौथे और आख़िरी दिन भारत ए की नज़रें पहली पारी की बढ़ते लेने पर होगी, जबकि पड़िक्कल अपना शतक बनाना चाहेंगे।

दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।dayasagar95

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