हरमनप्रीत: खिलाड़ियों को अपनी भूमिका की समझ हमारी सबसे बड़ी ताक़त है

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हरमनप्रीत: 'घर पर वर्ल्ड कप खेलने का दबाव नहीं है'

भारत पिछले कई विश्व कप की तुलना में इस बार एक बेहतर टीम के साथ मैदान पर उतरेगा। भारतीय महिला टीम ने वनडे टीम एक बेहतरीन लय में है। भारत को घरेलू परिस्थितियों का लाभ मिलेगा। ऐसे कई बातें महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 से पहले कही और सुनी जा रही है।

हालांकि भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर और उनकी टीम श्रीलंका के ख़िलाफ़ होने वाले पहले मैच से पहले एक अलग ही ज़ोन में दिखी। अभ्यास के दौरान टीम की मेहनत और उनकी तीव्रता देखने लायक थी। मैच पहले एक दिन हल्का अभ्यास किया जाए - वाली थ्योरी को त्यागते हुए टीम जमकर नेट्स में कड़ी मेहनत कर रही थी।

साथ ही जब हरमनप्रीत कौर मैच की पूर्वसंध्या प्रेस कांफ़्रेंस में आई तो उनकी स्पष्टता और उनका आत्मविश्वास साफ़ झलका रहा था। उन्होंने यह माना कि भारत के पास इस वर्ल्ड कप में जीतने के सबसे मज़बूत दावेदारों में से एक है लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उनकी टीम के हर एक खिलाड़ी को उनकी भूमिका के बारे में पता है और अगर वह उसे सही तरह से निभाती हैं तो वह इस वर्ल्ड में जीत हासिल करने की प्रबल दावेदार बन सकती हैं।

उन्होंने कहा, "पिछले ICC विश्व कप के बाद हमने काफ़ी वनडे खेले हैं और काफ़ी मैच जीते भीं हैं। अब हमारे पास वह आत्मविश्वास है, जिससे हम किसी भी मैच में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। हमारी टीम के सभी खिलाड़ियों को अपनी भूमिका के बारे में पता है और यही हमारी टीम की सबसे बड़ी ताक़त है। लेकिन हमें उसे सही तरीक़े से निभाना भी होगा।"

भारत 2013 के बाद पहली बार वनडे विश्व कप अपनी घरेलू धरती पर खेलेगा। ऐसे में भारत को घरेलू परिस्थितियों में खेलने का फ़ायदा मिलेगा, जिसे हरमनप्रीत भी स्वीकार करती हैं। लेकिन इसके अलवा उन्होंने एक और अहम बात कही।

उन्होंने कहा, "सिर्फ़ घरेलू परिस्थितियों का फ़ायदा ही नहीं, बल्कि पिछले दो सालों में हमने जितने मैच खेले और जो नतीजे मिले, उन्होंने हमें बहुत मज़बूत बनाया है। इसमें कोई शक नहीं कि यह मैदान हमारे लिए बिल्कुल नया वेन्यू है। लेकिन भारत में कई अलग-अलग जगहों की परिस्थितियां एक जैसी होती हैं। इन परिस्थितियों में हमारे पास खेलने का अनुभव भी है। लेकिन अगर परिस्थितियां अलग भी हों तो हम उसी हिसाब से फ़ैसला लेंगे और हमने उसकी तैयारी कर ली है।

भारतीय टीम को हालिया समय में लगतार तीन स्पिनरों के साथ खेलते हुए देखा गया है। क्या भारत कल के मैच में भी ऐसा करेगा।? इस पर हरमनप्रीत ने ज़्यादा स्पष्ट उत्तर नहीं दिया लेकिन यह स्वीकार किया कि उनकी टीम के स्पिनरों ने पिछले कुछ साल में टीम को काफ़ी मज़बूती दी है।

उन्होंने कहा, "हमने इंग्लैंड और कुछ अन्य जगहों पर देखा है कि हमने 3-4 स्पिनरों का इस्तेमाल किया है। ऐसा हो सकता है कि यहां हम भी इसी रणनीति के साथ जाएं लेकिन अभी तक हम परिस्थितियों और अन्य चीज़ों को ध्यान में रखते हुए अपना प्लेइंग XI फ़ैसला लेंंगे।

स्पिनर हमेशा से हमारी सबसे बड़ी ताक़त रहे हैं। जब भी हमें उनकी ज़रूरत पड़ी, वे मौजूद रहे। और इसमें कोई शक़ नहीं कि जब भी हम विपक्ष पर दबाव नहीं बना पाए हैं, स्पिनरों ने उसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने हमें मैच में वापसी दिलाई।"

राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं

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