सेमीफ़ाइनल से पहले अपनी आख़िरी तैयारियों को पुख़्ता करने उतरेगी भारतीय टीम

क्रांति गौड़ ने अब तक 13 वनडे में 22 विकेट लिए हैं © AFP/Getty Images

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बांग्लादेश के ख़िलाफ़ नवी मुंबई में होने वाले मुक़ाबले में भारत नए आत्मविश्वास के साथ उतरेगा। टीम ने पहले ही सेमीफ़ाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है, इसलिए अब दबाव क्वालिफ़िकेशन का नहीं बल्कि लय बनाए रखने का है। उनके लिए लगातार तीन मैचों में जहां सब कुछ गड़बड़ दिखा, वहीं न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ भारत ने आखिरकार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।

यह मैच नवी मुंबई में खेला जाएगा। इसी मैदान पर सेमीफ़ाइनल और फ़ाइनल दोनों मुक़ाबले खेले जाएंगे। यह एक ऐसा ग्राउंड है, जिसे भारत अच्छी तरह जानता है और जहां उन्होंने अपना आदर्श फ़ॉर्मूला खोज लिया है। कई मैचों में संयोजन बदलने के बाद टीम को न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सही तालमेल मिला, जब उन्होंने ऑलराउंडर अमनजोत कौर को बाहर रखकर पांच गेंदबाज़ों के संयोजन पर वापसी की। वापसी करने वाली जेमिमाह रॉड्रिग्स को नंबर 3 पर भेजने का फ़ैसला भी सफल रहा और अब बांग्लादेश के ख़िलाफ़ कुछ और प्रयोग भी देखने को मिल सकते हैं।

भारत के मध्यक्रम की परीक्षा अभी नहीं हुई है, लेकिन नॉकआउट मैचों से पहले उनके लिए पिच पर समय बिताना काफ़ी अहम होगा। भारत ने अब तक पांच मैचों में पहले बल्लेबाज़ी की है और सिर्फ़ एक बार लक्ष्य का पीछा किया है। इस मैच में उन्हें इंग्लैंड से चार रन से हार मिली थी। इसलिए टॉस जीतने पर टीम ख़ुद को चेज़ में आज़माने का फ़ैसला कर सकती है, ताकि तैयारी पूरी हो सके।

बांग्लादेश के लिए यह मौक़ा टूर्नामेंट की फ़ेवरिट टीमों में से एक को चौंकाने का है। उन्हें यह भी साबित करना है कि वे इस स्तर पर खेल सकते हैं। उन्होंने कम से कम तीन मैचों में मज़बूत टीमों को कड़ी टक्कर दी है और उनकी सबसे बड़ी ताक़त उनकी अनुशासित गेंदबाज़ी रही है। बल्लेबाज़ी में भी कुछ झलकें दिखाई दी हैं और अगर वे उन्हें लंबे समय तक जारी रख पाईं, तो भारत को चुनौती दे सकती हैं।

इन पर रहेंगी नज़रें

भारत को एक बार फिर रेणुका सिंह से शुरुआती विकेटों की उम्मीद होगी। न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ उन्होंने वही किया। ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ मैचों में चूकने और दो मैचों में बिना विकेट रहने के बाद रेणुका नवी मुंबई में फिर से अपनी लय फिर पकड़ पाईं।

शुरुआती स्विंग का फ़ायदा उठाते हुए उन्होंने क्रांति गौड़ के साथ मिलकर न्यूज़ीलैंड को शुरुआत में ही रोक दिया। उनके स्पेल ने भारत के दबदबे की नींव रखी।

राबेया ख़ान और शोरना अख़्तर बांग्लादेश की उम्मीदों की कुंजी होंगी © BCB

क्या बांग्लादेश की लेग स्पिनर जोड़ी राबेया ख़ान और शोरना अख़्तर भारत की बल्लेबाज़ों को परेशान कर पाएंगी? दोनों ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ मैच में नवी मुंबई की गर्मी में लंबा स्पेल डालते हुए अपनी गेंदबाज़ी में ऊर्जा और नियंत्रण को दिखाया था। उन्होंने मध्य ओवरों में रन रोककर दबाव बनाया।

राबेया ने ख़तरनाक चमारी अतापत्तू को आउट कर श्रीलंका की लय तोड़ी, जबकि शोरना ने हसिनी पेरेरा और निलाक्षिका सिल्वा को आउट कर विपक्ष को सिर्फ़ 202 रन पर ऑलआउट कर दिया था।

श्रुति रवींद्रनाथ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं

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