वॉशिंगटन और अर्शदीप ने भारत के लिए सीरीज़ कराई बराबर
भारत 188 पर 5 (वॉशिंगटन 49*, तिलक 29 और एलिस 36 पर 3) ने ऑस्ट्रेलिया 186 पर 6 (डेविड 74, स्टॉयनिस 64 और अर्शदीप 35 पर 3) को पांच विकेट से हराया
होबार्ट में खेले गए तीसरे T20I में अर्शदीप सिंह के तिहरे झटकों और वॉशिंगटन सुंदर की नाबाद 49 रनों की पारी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराते हुए पांच मैचों की सीरीज़ 1-1 से बराबर कर ली है।
भारत ने टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया को गेंदबाज़ी के लिए आमंत्रित किया था और अर्शदीप सहित भारत ने अपने एकादश में कुल तीन बदलाव किए थे। अर्शदीप को हर्षित राणा, जितेश शर्मा को संजू सैमसन और वॉशिंगटन को कुलदीप यादव की जगह पर शामिल किया गया। जबकि ऑस्ट्रेलिया ने अपने दल में एकमात्र बदलाव के तौर पर जॉश हेज़लवुड की जगह शॉन एबट को शामिल किया।
ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत ख़राब हुई और पहले ही ओवर में ट्रैविस हेड को अर्शदीप ने अपना शिकार बना लिया जबकि अगले ही ओवर में उन्होंने इंग्लिस को अपना शिकार बा लिया। हालांकि इसके बाद टिम डेविड ने आक्रामक पारी खेलना शुरू किया और मिचेल मार्श ने भी उनका साथ दिया।
नौवें ओवर में वरुण चक्रवर्ती ने मार्श और मिचेल ओवेन का लगातार दो गेंदों पर शिकार लिया लेकिन इसके बाद बल्लेबाज़ी के लिए मार्कस स्टॉयनिस और डेविड में साझेदारी पनप गई। दोनों ने अर्धशतक जड़े और अंत में मैथ्यू शॉर्ट की उपयोगी पारी से ऑस्ट्रेलिया ने स्कोरबोर्ड पर भारत को 187 रनों का लक्ष्य दिया।
अभिषेक शर्मा ने लक्ष्य का पीछा करते हुए अपने चित परिचित अंदाज़ में आक्रामक शुरुआत की। लेकिन नेथन एलिस की शॉर्ट गेंद पर अभिषेक चकित हुए और उन्होंने टीम के 33 के स्कोर और 25 के निजी स्कोर पर पवेलियन लौटना पड़ा। इसके बाद बल्लेबाज़ी के लिए आए भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने आक्रामक शुरुआत की और शुभमन गिल के साथ साझेदारी पनपना शुरू ही हुई थी कि एलिस ने उन्हें पगबाधा कर दिया। गिल ने रिव्यू लिया लेकिन यह रिव्यू भारत को गंवाना पड़ा।
गिल के आउट होने के बाद सूर्यकुमार भी ज़्यादा देर तक नहीं टिक पाए और स्टॉयनिस की धीमी गति की गेंद पर शॉट चेक कर बैठे और कवर्स पर लपके गए। मैच अब पूरी तरह से बराबर के पलड़े पर झुका हुआ था लेकिन अक्षर पटेल और तिलक वर्मा ने भारतीय पारी संभालना शुरू किया। हालांकि अभिषेक की तरह ही अक्षर भी एलिस की शॉर्ट गेंद का शिकार हुए और इस विकेट ने ऑस्ट्रेलिया के मैच में वापसी की राह खोल दी।
लेकिन वॉशिंगटन ने अपने आक्रामक खेल से जल्द ही ऑस्ट्रेलिया को खेल से बाहर कर दिया और तिलक टीम के 145 के स्कोर पर जब तिलक आउट हुए तब भारत मैच में अपनी पकड़ बना चुका था। लेकिन भारत को जीत के लिए अभी भी 42 रनों की दरकार थी और जितेश के साथ मिलकर वॉशिंगटन ने भारत को जीत की दहलीज़ पार कराकर ही दम लिया।