हरमन, सेनोक्वाने और हम्ज़ा की बदौलत SA A ने चेज़ किए 417 रन

टेम्बा बवूमा और ज़ुबैर हम्ज़ा ने 107 रनों की साझेदारी निभाई © PTI

साउथ अफ़्रीका 'ए' 221 (एकरमैन 134, प्रसिद्ध 3-35) और 417/5 (हरमन 91, सेनोक्वाने 77, हम्ज़ा 77, प्रसिद्ध 2-49) ने भारत 'ए' 255 (जुरेल 132*, वान वुरेन 4-52) और 382/7 घोषित (जुरेल 127*, सेले 3-46) को पांच विकेट से हराया

कॉनर एस्टरहाउज़न ने बेहतरीन स्पिन खेलने की अपनी क़ाबिलियत दिखाते हुए 52* रनों की तूफ़ानी पारी खेली और साउथ अफ़्रीका 'ए' को ख़राब रोशनी के बावजूद भारत 'ए' के ख़िलाफ़ 417 रन के लक्ष्य को पांच विकेट रहते हासिल करने में मदद की। यह भारत में 2016 के बाद से फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में सबसे बड़ा चौथी पारी का स्कोर था और कुल मिलाकर देश में छठा सबसे बड़ा।

एस्टरहाउज़न की पारी में आठ चौके और एक छक्का शामिल था। उनकी और टियान वान वुरेन की नाबाद छठी विकेट की साझेदारी 52 गेंदों में 65 रनों की रही।

भले जीत का आख़िरी पड़ाव एस्टरहाउज़न ने पार कराया, लेकिन इस लक्ष्य की नींव लेसेगो सेनोक्वाने और जॉर्डन हरमन ने रखी थी। दोनों ओपनरों ने 156 रनों की साझेदारी की, जिसका बड़ा हिस्सा सुबह के विकेटरहित सत्र में बना, जब उन्होंने प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज और आकाश दीप पर हमला बोला।

कुलदीप यादव को भी उन्होंने नहीं छोड़ा। हालांकि पिच से उन्हें बहुत मदद नहीं मिल रही थी। सतह में टूट-फूट न होने की वजह से कुलदीप को टर्न नहीं मिला और बल्लेबाज़ों ने उन्हें आसानी से खेलने का रास्ता निकाल लिया। जब उन्होंने फुल गेंद डाली तो ड्राइव किया गया और जब शॉर्ट गेंद डाली तो बैकफुट से आराम से खेल लिया गया।

हरमन ने शुरुआत में ही आक्रमक तेवर दिखाए, जब उन्होंने आकाश दीप के एक ओवर में चार चौके जड़े। एक ऑफ़ ड्राइव, दो कवर ड्राइव और एक पॉइंट के पीछे स्क्वेयर ड्राइव। उन्होंने 73 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया। भारत 'ए' की झुंझलाहट बढ़ती गई क्योंकि एज लगने के बावजूद कैच हाथ में नहीं आए और शुरुआती दो दिनों में जो हल्का स्विंग था, वह भी गायब हो गया।

जॉर्डन हरमन ने 91 रन बनाए © PTI

सेनोक्वाने ने भी सधी हुई बल्लेबाज़ी करते हुए 113 गेंदों में अपना पचासा पूरा किया। तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ सावधानी बरतने के बाद उन्होंने बाएं हाथ के स्पिनर हर्ष दुबे का स्वागत स्लॉग स्वीप से किया। हरमन ने भी दुबे पर दबाव बनाया, जिन्होंने गेंद की गति में विविधता नहीं दिखाई और अक्सर बहुत तेज़ी से गेंद फेंकी।

हरमन को 66 के स्कोर पर क़िस्मत का साथ मिला जब एक तेज़ बाउंसर उनके ग्लव्स से लगकर विकेटकीपर ऋषभ पंत के पीछे गिरी। मगर ऐसे मौक़े बहुत कम देखने को मिले।

प्रसिद्ध ने आखिरकार हरमन को आउट किया जब उनका सीधा शॉट बॉलर के हाथ में चिपक गया और वह 91 पर लौट गए। इस विकेट से भारत 'ए' के तेज़ गेंदबाज़ों में जान आई। ख़ासकर सिराज ने एक आक्रामक स्पेल डाला और सेनोक्वाने को कई बार बीट किया, साथ ही कुछ शब्दों का आदान-प्रदान भी हुआ।

शायद इसका असर सेनोक्वाने पर हुआ, जो बाद में हर्ष की गेंद पर स्वीप मारते हुए चूक गए और 77 पर LBW हो गए। इसके बाद ज़ुबैर हम्ज़ा और टेम्बा बवूमा क्रीज़ पर आए। ये इस टीम के केवल दो बल्लेबाज़ थे जो टेस्ट टीम में भी हैं और दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 107 रन जोड़े जिससे लक्ष्य 100 के अंदर आ गया।

पहली पारी में पहली गेंद पर आउट हुए बवूमा इस बार काफ़ी संयमित दिखे, जबकि हम्ज़ा ने शुरुआत से ही गेंदबाज़ों पर दबाव बनाने की कोशिश की। बीच में भारत 'ए' को तब झटका लगा जब सिराज फ़ील्डिंग के दौरान चोटिल हो गए और मैदान से बाहर चले गए। पंत ने भी दो सत्रों तक विकेटकीपिंग नहीं की और जुरेल ने ज़िम्मेदारी संभाली। बाद में यह स्पष्ट किया गया कि पंत को आराम देने का फ़ैसला उनके हालिया लगातार मैचों के बोझ को देखते हुए लिया गया था।

हम्ज़ा को प्रसिद्ध की गेंद पर इनसाइड ऐज लगा और वह बोल्ड हो गए। इसके थोड़ी देर बाद बवूमा भी आउट हो गए। जब स्कोरबोर्ड पर 89 रन बाक़ी थे, सिराज ने मार्कस एकरमैन को बाउंसर पर आउट किया, लेकिन बाद में पता चला कि उन्होंने नो-बॉल की थी। एकरमैन बाद में 24 रन बनाकर कैच आउट हुए और एस्टरहाउज़न क्रीज़ पर आए। इसके बाद मैच का रुख़ पूरी तरह बदल गया। उन्होंने कुलदीप और दुबे पर हमला बोला और कम होती रोशनी के बीच साउथ अफ़्रीका 'ए' को ऐतिहासिक जीत दिलाई।

शशांक किशोर ESPNcricinfo के वरिष्ठ संवाददाता हैं

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