टी20 सीरीज़ का
दूसरा मैच ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा। ऑस्ट्रेलिया ने 131 के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुक़ाबला छह विकेटों से और छह गेंद शेष रहते हुए जीत लिया।
क्या सही क्या ग़लत?
पहले मैच के उलट इस बार पहले बल्लेबाज़ी की बारी भारत की थी। पहले मैच में भारतीय सलामी जोड़ी ने ही बल्लेबाज़ों का काम आसान कर दिया था। हालांकि इस मैच में भारतीय बल्लेबाज़ों की अग्नि परीक्षा होनी थी और भारतीय बल्लेबाज़ी क्रम एक्सपोज़ हो गया।
गेंदबाज़ी में भारतीय टीम का प्रदर्शन अच्छा ही कहा जाएगा क्योंकि उनके पास बचाव करने के लिए अच्छा लक्ष्य नहीं था। लेकिन इसके बाद भी उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को आसानी से रन नहीं निकालने दिए और विपक्षी टीम को लक्ष्य हासिल करने के लिए 19 ओवर का इंतज़ार करना पड़ा।
प्लेयर रेटिंग्स (1 से 10, 10 सर्वाधिक)
शेफ़ाली वर्मा, 5 : बल्लेबाज़ी में शेफ़ाली आज कोई ख़ास कमाल नहीं दिखा पाईं। उन्होंने शुरुआत से ही आक्रामक रुख़ अपनाने की कोशिश की। पहले ओवर की दूसरी ही गेंद पर उन्होंने स्टेप आउट किया। हालांकि दूसरे ओवर में किम गार्थ की चौथी गेंद को वह समझ नहीं पाईं और बैकफ़ुट पर डिफ़ेंड के प्रयास में पगबाधा हो गईं। फ़ील्डिंग के दौरान दूसरे ओवर की पहली गेंद उनकी तरफ़ ज़रूर आई, लेकिन मिडविकेट पर खड़ीं शेफ़ाली की पहुंच से गेंद काफ़ी दूर थी।
स्मृति मांधना, 5 : स्मृति मांधना पहले मैच की तरह ही अच्छी लय में नज़र आ रही थीं। उन्हें शॉट खेलने में ज़्यादा समस्या नहीं आ रही थी, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने उनके लिए स्वीपर कवर लगा रखा था और बार बार उन्हें एंगल के साथ ऑफ़ स्टंप के बाहर गेंद डाली जा रही थी ताकि वह गैप ना ढूंढ पाएं। हालांकि पावरप्ले समाप्त होने से पहले उन्होंने छठे ओवर में स्टेप आउट करते हुए गियर बदलने के संकेत दिए लेकिन जल्द ही वह पुल शॉट खेलने के चक्कर में अपने लिए बुने गए जाल में फंस गईं।
जेमिमाह रॉड्रिग्स, 4 : जेमिमाह ने क्रीज़ पर आते ही आक्रामक रुख़ अपना लिया था। उन्होंने गैप निकालते हुए दो चौके भी जड़े। लेकिन गार्थ की एक बाहर जाती गेंद पर वह बल्ले का मुंह खोलने का जोखिम ले बैठीं और गेंद सीधा अलिसा हीली के दस्ताने में चली गई। जेमिमाह ने दूसरी पारी के दौरान चौथे ओवर की अंतिम गेंद पर एक आसान सी गेंद पर मिसफ़ील्ड भी किया।
हरमनप्रीत कौर, 4 : हरमनप्रीत जब बल्लेबाज़ी करने आईं, तब भारत पावरप्ले के भीतर ही अपने दो महत्वपूर्ण विकेट गंवा चुका था। 10 ओवर की समाप्ति पर भारतीय टीम ने तीन विकेट खोकर 54 रन बनाए थे। कप्तान पर पारी को थोड़ा संभलकर आगे बढ़ाने की ज़िम्मेदारी थी लेकिन ड्रिंक्स के बाद पहली ही गेंद पर उन्होंने स्वीप शॉट खेला और टॉप एज लगने के चलते उन्हें पवेलियन लौटने पर मजबूर होना पड़ा।
ऋचा घोष, 6 : ऋचा घोष ने आते ही आक्रामक शुरुआत की थी। हरमन के आउट होने के बाद ऋचा ने दीप्ति शर्मा के साथ पारी को संभालने का प्रयास किया। लेकिन दोनों की साझेदारी 33 रनों से अधिक नहीं चल पाई। ऋचा ने कीपिंग के दौरान कॉट बिहाइंड और स्टंप दोनों का चांस एकसाथ मिस किया था लेकिन उस गेंद पर उनका व्यू पूरी तरह से ब्लॉक हो चुका था। हालांकि दीप्ति के दूसरे ओवर में ऋचा ने बेथ मूनी को स्टंप कर दिया, वहीं उन्होंने तालिया मैक्ग्रा का भी कैच लपका।
दीप्ति शर्मा, 8 : दीप्ति बल्लेबाज़ी में भारत की टॉप स्कोरर रहीं। भारत को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने के लिए वह अंत तक संघर्ष करती रहीं। गेंदबाज़ी में भी उन्होंने ही ऑस्ट्रेलिया की सलामी जोड़ी को पवेलियन भेजकर भारत की जीत की उम्मीद को जगाने का काम किया।
पूजा वस्त्रकर, 5 : ऋचा के आउट होने के बाद पूजा के ऊपर दीप्ति का साथ देने की ज़िम्मेदारी थी। हालांकि वह ज़्यादा योगदान नहीं दे पाईं। गेंदबाज़ी में भी उन्हें पर्याप्त अवसर नहीं मिले। उन्हें पहला ओवर ही 16वें ओवर में दिया गया, तब तक ऑस्ट्रेलिया मैच में अपनी पकड़ मज़बूत बना चुका था। लेकिन उन्होंने अपने पहले ही ओवर में ऐश्ली गार्डनर को पवेलियन भेज दिया।
अमनजोत कौर, 4 : अमनजोत ने पहली ही गेंद पर चौका जड़कर अच्छे संकेत दिए। लेकिन उनकी पारी दो गेंदों से अधिक नहीं चल पाई। गेंदबाज़ी में भी वह कुछ ख़ास कमाल नहीं कर पाईं। उन्होंने अपने पहले दो ओवर में ही चार चौके दे दिए जबकि गेंदबाज़ों के पास बचाव करने के लिए एक छोटा लक्ष्य था।
श्रेयंका पाटिल, 6 : श्रेयंका ने बल्लेबाज़ी के दौरान एक चौका जड़ा और अंत में नाबाद भी लौटीं। गेंदबाज़ी के दौरान भी उन्होंने मकग्रा का विकेट लेकर भारत को अहम ब्रेकथ्रू दिलाया।
रेणुका सिंह, 6 : रेणुका सिंह ने गेंदबाज़ी की शुरुआत की। उन्होंने भले ही कोई सफलता नहीं मिली लेकिन उन्होंने काफ़ी किफ़ायती गेंदबाज़ी की।
तितास साधु, 5 : पिछले मैच की प्लेयर ऑफ़ द मैच तितास साधु इस मैच में छाप नहीं छोड़ पाईं। हरमनप्रीत ने उन्हें दूसरा ओवर थमाया लेकिन उनके पहले ही ओवर में हीली हावी हो गईं। हालांकि इसके बाद तितास ने वापसी करने की कोशिश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।