दो साल पहले ऑस्ट्रेलिया और भारत टी20
विश्व कप के फ़ाइनल में 88,000 समर्थकों के सामने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में भिड़े थे और अब उनका एक और बड़े फ़ाइनल में मुक़ाबला है राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक के लिए। इस बार का मैदान शायद पहले जितना बड़ा और अभित्रस्त करने लायक नहीं होगा लेकिन एजबेस्टन में एक फ़ुल हाउस की पूरी उम्मीद है, जिससे 25,000 दर्शक तो हो ही सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने पिछले चार सालों में महिला क्रिकेट के लगभग सारे ही ख़िताब अपने नाम किए हैं और ऐसे में फ़ेवरिट का टैग उन्हीं पर सही बैठेगा। भारत के लिए
2017 के 50 ओवर विश्व कप फ़ाइनल में एक बेहद क़रीबी मैच में हार के बाद इंग्लैंड की ही सरज़मीं पर एक वैश्विक ख़िताब जीतने का यह बढ़िया अवसर है।
इन वर्षों में दोनों टीमों में कोई ख़ास बदलाव नहीं हुए हैं लेकिन भारत की काफ़ी युवा टीम है जिसे इंग्लैंड के ऊपर
सेमीफ़ाइनल में मिली जीत के बाद अपनी भावनाओं को भूलकर एक तगड़े मुक़ाबले के लिए तैयार रहना होगा। भारत ने इस टूर्नामेंट में बल्लेबाज़ी करते हुए स्कोरबोर्ड पर बड़ा स्कोर खड़ा करना और फिर गेंदबाज़ों द्वारा दबाव का संचार करने की नीति पर विश्वास जताया है। यह ग्रुप स्टेज के
पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ भी अच्छा चला था लेकिन ग्रेस हैरिस ने छह सालों में अपने पहले मैच में अपनी पारी से भारत के योजना को विफल कर दिया।
भारत के लिए सफलता का राज़ रहा है
स्मृति मांधना की शुरुआती आक्रामकता, और इसके बाद
जेमिमाह रॉड्रिग्स और
दीप्ति शर्मा की फ़िनिशर भूमिकाएं। इस बड़े मैच में वह कप्तान
हरमनप्रीत कौर से उम्मीदें रखेगा - आख़िर उनके 2017 विश्व कप में इसी विपक्ष के ख़िलाफ़
171 नाबाद ने महिला क्रिकेट में रूचि को बढ़ावा दिया था। भारत में स्वर्ण पदक विजेताओं को जो स्वामित्व मिलता है, उसको देखते हुए रविवार के मैच में जीत विश्व कप से भी बड़ा पुरस्कार सिद्ध हो सकता है।
हालिया फ़ॉर्म (पिछले पांच मैच, ताज़ा मैच पहले)
भारत WWWLW
ऑस्ट्रेलिया WWWWWभारत अपनी टीम में तीन ऑलराउंडर पर भरोसा जताता है -
दीप्ति,
स्नेह राणा और
पूजा वस्त्रकर। दीप्ति बल्लेबाज़ी क्रम में गहराई देने के साथ ही रन रोकने के लिए हरमनप्रीत की सबसे असरदार गेंदबाज़ हैं। स्नेह के चार ओवरों पर आप आसानी से भरोसा जता सकते हैं। पूजा ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध लीग मैच में मौजूद नहीं थीं और अब उनके उपस्थिति में टीम संतुलन बेहतर है। उनसे आप कुछ उपयोगी ओवरों के अलावा निचले क्रम में बड़े शॉट्स की उम्मीद रख सकते हैं।
अलिसा हीली ने 2020 के टी20 विश्व कप फ़ाइनल में भारतीय गेंदबाज़ी को धो डाला था, लेकिन तब से उनका फ़ॉर्म काफ़ी साधारण रहा है। उन्होंने 16 पारियों में 25 का स्कोर केवल एक बार पार किया है और उनका औसत इस दौरान
10 से थोड़ा ज़्यादा है। रविवार को एक बड़ी पारी के साथ वह दुनिया को अपनी गुणवत्ता का याद दिलाना चाहेंगी।
भारत के लिए एक ही सवाल हो सकता है कि क्या तानिया भाटिया की जगह यास्तिका भाटिया को शामिल करके बल्लेबाज़ी को और सुदृढ़ किया जाए? हालांकि शनिवार के सेमीफ़ाइनल में इंग्लैंड की पारी में तीन रनआउट ने एक अच्छे विकेटकीपर के महत्त्व को उजागर किया।
भारत (संभावित): 1 स्मृति मांधना, 2 शेफ़ाली वर्मा, 3 जेमिमाह रॉड्रिग्स, 4 हरमनप्रीत कौर (कप्तान), 5 दीप्ति शर्मा, 6 तानिया भाटिया (कीपर), 7 स्नेह राणा, 8 पूजा वस्त्रकर, 9 राधा यादव, 10 मेघना सिंह, 11 रेणुका सिंह
मेग लानिंग ने अब तक चारों मैचों में एक ही टीम को खिलाया है। इसका मतलब यही है कि कोई चोट या रणनीति में बदलाव की सोच नहीं हो तो एलीस पेरी जैसी स्टार ऑलराउंडर यह मैच भी बेंच का हिस्सा बनकर ही देखेंगी।
ऑस्ट्रेलिया (संभावित): 1 अलीसा हीली (कीपर), 2 बेथ मूनी, 3 मेग लानिंग (कप्तान), 4 तालिया मैकग्रा, 5 रेचल हेंस, 6 ऐश्ली गार्डनर, 7 ग्रेस हैरिस, 8 जेस जॉनासन, 9 अलाना किंग, 10 मेगन शूट, 11 डार्सी ब्राउन
फ़ाइनल से पहले एक ही पिच पर कांस्य पदक के लिए इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड के बीच तीसरे स्थान का प्ले-ऑफ़ खेला जा चुका होगा। शनिवार को इसके ही साथ पिच पर दोनों मैचों में पिच बल्लेबाज़ी के लिए अनुकूल थी और आज भी यही उम्मीद रहेगी।