पश्चिम क्षेत्र 270 (पटेल 98, साई किशोर 5-86) और 585/4 (जायसवाल 265, सरफ़राज़ 127*, अय्यर 71, साई किशोर 2-157) ने दक्षिण क्षेत्र 234 (कुन्नुमल 93, मुलानी 4-51) और 327 (इंद्रजीत 118, उनदकट 4-52) को 294 रन से हराया
पश्चिम क्षेत्र ने दक्षिण क्षेत्र को 294 रन के बड़े अंतर से हराकर दलीप ट्रॉफ़ी जीत लिया है। 529 रन के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण क्षेत्र की टीम दूसरी पारी में बस 234 रन बना सकी।
पहली पारी में 57 रन से पिछड़ने के बाद पश्चिम क्षेत्र ने दूसरी पारी में विशाल 585 रन बनाए थे। जायसवाल के दोहरे शतक के बाद सरफ़राज़ ने शानदार शतक ठोका। इस दौरान जायसवाल, अमोल मज़ूमदार और रूसी मोदी के साथ सबसे तेज़ 1000 प्रथम श्रेणी रन पूरा करने वाले भारतीय बने। उन्होंने 13वीं पारी में यह कारनामा किया।
इसके बाद का काम पश्चिम क्षेत्र के गेंदबाज़ों ने किया।
शम्स मुलानी ने दूसरी पारी में चार विकेट लिए। दक्षिण क्षेत्र की तरफ़ से सलामी बल्लेबाज़
रोहन कुन्नुमल (93) ही कुछ संघर्ष कर पाए।
जायसवाल को मैदान से बाहर भेजा गया
मैच के पांचवें दिन एक अजीबोगरीब वाकया देखने को मिला जब पश्चिम क्षेत्र के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने अपने खिलाड़ी जायसवाल को मैदान से वापस भेज दिया। न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार दक्षिण क्षेत्र के बल्लेबाज़ रवि तेजा ने अंपायरों से शिकायत की कि जायसवाल लगातार उन्हें स्लेज़ कर रहे हैं। इसके बाद अंपायरों ने उन्हें चेतावनी दी लेकिन जायसवाल फिर भी ना रूके। 57वें ओवर में रहाणे को जायसवाल को मैदान छोड़ने को कहना पड़ा। कुछ देर तक पश्चिम क्षेत्र की टीम 10 खिलाड़ियों के साथ फ़ील्डिंग करती रही। जायसवाल सात ओवर बाद फ़ील्डिंग करने आए।
मैच के बाद रहाणे ने कहा, "हम विपक्षी टीम, अंपायर और मैच अधिकारियों, सभी का सम्मान करते हैं। कई बार आपको ऐसी घटनाओं को इसी तरह संभालना पड़ता है।"