कोहली, हार्दिक और राहुल के प्रदर्शन से भारत चैंपियंस ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में पहुंचा
विराट कोहली के 84 रन के निजी स्कोर पर आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने दबाव बनाने का प्रयास किया था लेकिन वह सफल नहीं हो पाए
ESPNcricinfo स्टाफ़
04-Mar-2025
ऑस्ट्रेलिया को चैंपियंस ट्रॉफ़ी के सेमीफ़ाइनल में चार विकेट से हराते हुए भारत फ़ाइनल में पहुंच गया है। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 265 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे भारत ने 48.1 ओवरों में प्राप्त कर लिया। भारत की तरफ़ से विराट कोहली ने सर्वाधिक 84 रनों की पारी खेली। इसके अलावा श्रेयस अय्यर, हार्दिक पंड्या और के एल राहुल ने भी काफ़ी अच्छी पारियां खेलीं।
जब कोहली 84 के निजी स्कोर पर आउट हुए तो ऑस्ट्रेलिया ने वापसी करने की अच्छी कोशिश की थी, लेकिन हार्दिक के सिक्सर्स ने उनकी मंशा पर पानी फेर दिया। इस तरह भारत 2017 के बाद एक बार फिर से चैंपियंस ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में पहुंच गया।
रोहित शर्मा चारों पुरुषों के ICC टूर्नामेंटों के फ़ाइनल में पहुंचने वाले पहले कप्तान बन गए हैं। उन्होंने 2023 में ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में टीम इंडिया का नेतृत्व किया। इसके बाद वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भी भारतीय टीम उनकी कप्तानी में फ़ाइनल तक पहुंची। 2024 में T20 वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में भी उन्होंने टीम की अगुवाई की। अब, 2025 की ICC चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भी वह भारतीय टीम को फ़ाइनल तक ले गए हैं। इस तरह रोहित शर्मा ने इतिहास रचते हुए चारों बड़े ICC टूर्नामेंटों के फ़ाइनल में कप्तानी करने का अनूठा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।
इस मैच में रोहित सिक्का उछाला था, लेकिन यह स्टीव स्मिथ के पक्ष में गिरा। इस तरह भारत ने वनडे में लगातार 14 टॉस गंवाकर अपने रिकॉर्ड को जारी रखा। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत कुछ ख़ास नहीं रही और शमी ने अपने दूसरे ही ओवर में कूपर कॉनली का विकेट निकालते हुए ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बनाने का प्रयास किया। हालांकि इसके बाद हेड और स्मिथ ने अच्छी साझेदारी की और भारत पर दबाव बनाने का प्रयास किया।
दोनों खिलाड़ियों के बीच कुल 50 रन की साझेदारी हुई, जिसमें ज़्यादातर रन हेड ने बनाए। हेड एक बार फिर से काफ़ी तेज़-तर्रार पारी खेलने का प्रयास कर रहे थे। ऑस्ट्रेलिया के आख़िरी लीग मैच में भी उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ सिर्फ़ 34 गेंदों में अर्धशतक जड़ दिया था और आज भी वह इसी लय में नज़र आ रहे थे। लेकिन उसके बाद नौवें ओवर में वरुण चक्रवर्ती गेंदबाज़ी करने आए और पहली ही गेंद पर उन्होंने हेड को आउट कर भारत को राहत की सांस लेने का मौक़ा दिया।
वैसे भी ICC टूर्नामेंट के नॉकआउट मैचों में हेड जिस तरह का प्रदर्शन करते हैं, उसके कारण भारतीय टीम उन्हें जल्दी आउट करने के प्रयास में थी। उन्होंने वनडे विश्व कप और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल में भारत के ख़िलाफ़ अद्भुत पारियां खेलकर भारत को पराजय की तरफ़ धकेल दिया था।
हेड के विकेट के बाद स्मिथ और लाबुशेन ने काफ़ी अच्छी बल्लेबाज़ी की। दोनों बल्लेबाज़ों के बीच 56 रनों की साझेदारी हुई। इस तरह से छोटी-छोटी साझेदारियों के साथ ऑस्ट्रेलिया एक समय 37वें ओवर में 198 के स्कोर तक पहुंच गया था। स्मिथ भी कमाल की पारी खेल रहे थे और ऐसा लग रहा था कि वह शतक लगाने वाले हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और शमी ने उन्हें बोल्ड कर दिया। इसके बाद विकेटों का पतन जारी रहा और ऑस्ट्रेलिया सिर्फ़ 265 के स्कोर पर सिमट गई।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे ज़्यादा रन (73) स्टीव स्मिथ ने बनाए, जबकि भारत की तरफ़ से मोहम्मद शमी ने तीन और वरुण चक्रवर्ती ने दो विकेट लिए।
265 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत भी कुछ ख़ास नहीं रही। शुभमन गिल और रोहित शर्मा 43 के स्कोर पर ही पवेलियन लौट चुके थे। तब ऐसा लगा कि भारत मैच में पिछड़ सकता है, लेकिन विराट कोहली और श्रेयस अय्यर ने ऐसा नहीं होने दिया। दोनों खिलाड़ियों के बीच 91 रनों की साझेदारी हुई। हालांकि अय्यर 45 के निजी स्कोर पर ऐडम ज़ैम्पा की गेंद पर बोल्ड हो गए।
इसके बाद अक्षर पटेल और के एल राहुल के साथ विराट ने दो अहम साझेदारियां कीं। एक समय ऐसा था जब भारत को 45 गेंदों पर सिर्फ़ 40 रनों की ज़रूरत थी, लेकिन विराट ने एक गेंद को हवा में उठाकर मारा और कैच आउट होते हुए शतक से चूक गए।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने अच्छा दबाव बनाया था। उन्होंने हार्दिक पंड्या और राहुल को आसान सिंगल लेने नहीं दिए। लेकिन हार्दिक ने तीन गगनचुंबी सिक्सर जड़ते हुए दबाव को पूरी तरह कम कर दिया। इसके बाद राहुल ने भी सिक्सर के साथ भारत के फ़ाइनल में पहुंचने का आह्वान किया। उन्होंने भी 34 गेंदों में 42 रनों की दर्शनीय पारी खेली।