थ्री प्वाइंट रिपोर्ट : नीदरलैंड्स ने एक साल के भीतर साउथ अफ़्रीका को दिया दूसरा सदमा
वान डर मर्व और कप्तान एडवर्ड्स जीत के हीरो रहे
नवनीत झा
17-Oct-2023
मिलर के विकेट के बाद नीदरलैंड्स खेमे में जश्न • ICC/Getty Images
धर्मशाला में मंगलवार को साउथ अफ़्रीका और नीदरलैंड्स के बीच खेले गए मुक़ाबले में बड़ा उलटफेर हो गया। नीदरलैंड्स ने साउथ अफ़्रीका को एक साल के भीतर दूसरा सदमा देते हुए 38 रन से हरा दिया। देखते हैं इस मैच का पासा कब, कैसे, कहां और किसने पलटा?
कौन रहे मैच के मुख्य नायक?
इस मैच के मुख्य नायक नीदरलैंड्स के कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स रहे। एडवर्ड्स जब बल्लेबाज़ी करने आए थे तब नीदरलैंड्स की पारी सिसकियां भर रही थी। हालांकि इसके बाद एडवर्ड्स ने अर्धशतकीय पारी खेली और रुलॉफ़ वैन डर मर्व और आर्यन दत्त की उपयोगी पारियों की बदौलत नीदरलैंड्स ने स्कोर बोर्ड पर एक बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया, जिसका पीछा करना साउथ अफ़्रीका के लिए ज़रा भी आसान नहीं रहने वाला था।
बल्लेबाज़ी के अलावा कप्तान एडवर्ड्स ने उम्दा कप्तानी भी की। क्विंटन डिकॉक के आउट होने के तुरंत बाद वह तेम्बा बवूमा के लिए वान डर मर्व को आक्रमण पर लेकर आए यह रणनीति काम आई। एडन मार्करम, रासी वान डर दुसें और हेनरिक क्लासेन को एक रणनीति के तहत पवेलियन भेजा गया और इन दोनों ही बल्लेबाज़ों के लिए अलग-अलग फ़ील्ड भी सजाई गई।
क्या इस मैच में कोई टर्निंग प्वाइंट था?
इस मैच में दो बड़े टर्निंग प्वाइंट थे। सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट नीदरलैंड्स की पारी के दौरान एडवर्ड्स और वान डर मर्व की अर्धशतकीय साझेदारी थी, जिसने नीदरलैंड्स के लिए एक बड़े स्कोर की आधारशिला रखी। अंत में आर्यन दत्त की उपयोगी पारी ने नीदरलैंड्स को मुक़ाबले में वापस ला दिया। मैच का दूसरा बड़ा टर्निंग प्वाइंट साउथ अफ़्रीका की पारी के दौरान क्लासेन का विकेट गिरने के बाद आया। नीदरलैंड्स ने मैच में अपनी पकड़ तो बना ली थी, लेकिन क्लासेन और डेविड मिलर के बीच साझेदारी पनप चुकी थी। हालांकि मिलर के विकेट को भी मैच का टर्निंग प्वाइंट माना जा सकता था लेकिन मार्को यानसन के आउट होने के बाद मिलर पर दबाव बढ़ता जा रहा था और लगातार आवश्यक रन रेट बढ़ता जा रहा था।
इस मैच का तात्पर्या क्या है?
इस विश्व कप में यह दूसरा बड़ा उलटफेर है। एक तरह से इसे सबसे बड़ा उलटफेर कहना भी ग़लत नहीं होगा। साउथ अफ़्रीका की इस हार ने विश्व कप को पूरी तरह से खोल दिया है। अब तक ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीम के लिए सेमीफ़ाइनल का रास्ता थोड़ा कठिन नज़र आने लगा था लेकिन नीदरलैंड्स के ख़िलाफ़ साउथ अफ़्रीकी टीम की इस हार ने एक बार फिर विश्व कप का रोमांच बढ़ा दिया है।