जसप्रीत बुमराह ने 19 रन देते हुए छह विकेट अपने नाम किए • AFP/Getty Images
भारत 114 पर 0 (रोहित 76*, धवन 31*) ने इंग्लैंड 110 (बटलर 30, बुमराह 6-19, शमी 3-31) को 10 विकेट से हराया
यह पक्का वनडे मैच ही था ना? ओवल के मैदान पर एक गर्म दोपहर को इंग्लैंड की 2019 विश्व कप की चैंपियन टीम के धाकड़ बल्लेबाज़ भी जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की उत्कृष्ट स्विंग गेंदबाज़ी के सामने टिक नहीं पाए। इसके चलते बतौर पूर्णकालिक वनडे कप्तान, जॉस बटलर के कार्यकाल की शुरुआत एक शर्मनाक हार के साथ हुई।
कुल मिलाकर 44 ओवरों तक चले इस मैच में भारत ने मेज़बान इंग्लैंड को 10 विकेटों से हराया। बुमराह ने 19 रन देकर छह विकेट अपने नाम किए जो अब इंग्लैंड के विरुद्ध वनडे मुक़ाबलों में किसी भारतीय गेंदबाज़ के लिए सर्वश्रेष्ठ आंकड़े भी बन गए। इस प्रदर्शन के दौरान बुमराह ने अपने पहले ओवर में दो विकेट निकाले और चार ओवरों के अपने पहले स्पेल के बाद उनके आकड़े इस प्रकार थे - चार ओवर, केवल छह रन (जिसमें से पांच वाइड के रूप में आए थे) और चार विकेट। इसके बाद अंतिम ओवरों के दौरान उन्होंने सात गेंदों पर दो सफलताएं अर्जित की और इंग्लैंड को समेट दिया।
शमी थोड़े महंगे साबित हुए लेकिन उन्होंने पहले बल्लेबाज़ी करने के लिए भेजी गई इंग्लैंड की टीम को शून्य के निजी स्कोर पर बेन स्टोक्स के रूप में बहुत बड़ा झटका दिया। इसके बाद उन्होंने 32 गेंदों पर सर्वाधिक 30 रन बनाने वाले बटलर को चलता किया।
आठवें ओवर में 26 रन पर आधी टीम को गंवाने के बाद इंग्लैंड ने संघर्ष करते हुए 25.2 ओवरों में 110 रन बनाए। भारतीय पारी की पहली गेंद पर इंग्लैंड के लिए रन आउट का मौक़ा बना था जब रोहित शर्मा ने शिखर धवन को एक जोखिमभरे रन के लिए बुलाया और शॉर्ट मिडविकेट से जॉनी बेयरस्टो स्टंप्स नहीं बिखेर पाए।
इस जीवनदान के बावजूद धवन ने संभलकर अपनी पारी को आगे बढ़ाया और 54 गेंदों पर नाबाद 31 रन बनाए। वहीं दूसरे छोर पर रोहित ने अपने हाथ खोले और 49 गेंदों पर अद्भुत अर्धशतक पूरा किया। बैकवर्ड स्क्वेयर लेग की दिशा में उन्होंने पांच छक्के लगाए और 58 गेंदों पर 76 रन बनाकर इस जीत में नाबाद रहे।
बुमराह के पहले ओवर में सब कुछ देखने को मिला। जेसन रॉय को पहली गेंद लेग स्टंप पर डालने के बाद उन्होंने दो इन स्विंग गेंद के साथ रॉय को सेट किया। एक गेंद बल्ले और पैड के बीच बने गैप से निकलकर ऑफ़ स्टंप के ऊपर से चली गई। एक गेंद बाद आक्रामक शॉट का अंदाज़ा लगाते हुए उन्होंने ऑफ़ स्टंप से और बाहर गेंद डाली जिसे स्क्वेयर ड्राइव करने के प्रयास में रॉय बोल्ड हो गए। बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर गेंद स्टंप्स पर जा लगी। यह रॉय के वनडे करियर का 10वां डक था।
तीसरे नंबर पर आए जो रूट को बेयरस्टो का साथ मिला जिनके साथ मिलकर उन्होंने कुछ दिन पहले एजबेस्टन में भारत को धूल चटाई थी। हालांकि यहां वह केवल दो गेंद टिक पाए क्योंकि ऑफ़ स्टंप के बाहर की गेंद अतिरिक्त उछाल लेकर कट शॉट में उनके बल्ले का ऊपरी किनारा लेकर ऋषभ पंत के दस्तानों में गई। रूट इस उछाल से अचंभित नज़र आए।
छह पर दो विकेट गंवाने के बाद भी इंग्लैंड के पास स्टोक्स जैसा घातक बल्लेबाज़ क्रीज़ पर था लेकिन शमी के आगे स्टोक्स की एक ना चली। अपने दूसरे ओवर में उन्होंने राउंड द विकेट से स्टोक्स को इन स्विंग गेंद डाली जिसने बल्ले का अंदरूनी किनारा लिया और पंत ने दायीं तरफ़ डाइव लगाते हुए एक हाथ से गेंद को लपक लिया।
सात पर तीन विकेट गंवाने की स्थिति में बेयरस्टो हालिया समय में कई बार इंग्लैंड के संकटमोचक बने हैं। चौका लगाकर उन्होंने अच्छी शुरुआत तो की थी लेकिन बुमराह ने तीन गेंदों में उन्हें सेट करते हुए बाहर का रास्ता दिखाया। पहले इन स्विंग , फिर आउट स्विंग और अंत में ऑफ़ स्टंप पर अंदर आती चली जाने वाली गेंद जिसने उनके डिफ़ेंस में बल्ले का बाहरी किनारा लिया और पंत ने दायीं तरफ़ डाइव लगाकर एक और लाजवाब कैच लपका।
अब क्रीज़ पर आए लियम लिविंगस्टन ने समय बिताने का असफल प्रयास किया। लगातार सात डॉट गेंदों ने उन पर दबाव बनाया और फिर चहलक़दमी करते हुए फ़्लिक लगाने के प्रयास में वह सटीक इन स्विंग यॉर्कर गेंद पर बोल्ड हो गए। अचानक इंग्लैंड ने टॉप छह में से चार बल्लेबाज़ शून्य के स्कोर पर आउट हो गए थे।
26 रन पर आधी टीम को गंवाने के बाद बटलर और मोईन अली ने पारी को संभालने का प्रयास किया। अगले छह ओवरों में उन्होंने हार्दिक पंड्या और प्रसिद्ध कृष्णा के विरुद्ध कुल स्कोर को डबल किया। हालांकि प्रसिद्ध के विरुद्ध दो चौके लगाने के बाद तीसरे के प्रयास में मोईन ने उन्हें फ़ॉलो-थ्रू में कैच थमा दिया। 53 पर छह विकेट की स्थिति में रोहित ने शमी को गेंदबाज़ी पर वापस बुलाया और तीन गेंदों बाद बटलर भी वापस चल दिए।
इंग्लैंड के निचले क्रम ने संघर्ष किया। क्रेग ओवर्टन अपने भाई जेमी के कारनामों को दोहरा नहीं पाए लेकिन उन्होंने तीन गेंदों के भीतर दो चौके जड़े। जब वह शमी के शिकार बने, ब्राइडन कार्स, डेविड विली और रीस टॉप्ली ने अहम योगदान देते हुए टीम के स्कोर को 100 के पार पहुंचाया। टॉप्ली ने तो 11वें नंबर पर आते हुए युज़वेंद्र चहल के विरुद्ध पारी का इकलौता छक्का जड़ा।
विली द्वारा दो चौके खाने के बाद बुमराह ने स्टंप्स पर प्रहार किया और उन्हें बोल्ड करते हुए पारी को समेट दिया। विराट कोहली के चोटिल होने की ख़बर के साथ शुरू हुआ मैच दूधिया रोशनी का इस्तेमाल किए बिना ही ख़त्म हो गया।