साउथ अफ़्रीका 197 और 94 पर 4 (एल्गर 52*, बुमराह 2-22, सिराज 1-25) भारत 327 और 174 (पंत 34, रबाडा 4-42, यानसन 4-55) को जीत के लिए 211 रनों की ज़रूरत
भारत के तेज़ तर्रार सीम आक्रमण ने ज़िद्दी डीन एल्गर को बहुत आज़माया , एल्गर के जुझारूपन ने मेहमान टीम को सुपरस्पोर्ट पार्क में जीत से छह विकेट दूर छोड़ दिया। 305 रनों का पीछा करते हुए साउथ अफ़्रीका ने 94 रनों पर चार विकेट गंवा दिए हैं लेकिन मुकिश्लें अभी मेज़बान टीम के लिए ख़त्म नहीं हुईं हैं, क्योंकि इस पिच पर लगातार असमान्य उछाल मिल रहा है।
सीम मूवमेंट से ज़्यादा, यह असमान उछाल था जो बल्लेबाज़ों के लिए ख़तरा साबित हुआ। बुमराह को लेंथ पर गेंदबाज़ी करने से, मोहम्मद शमी को शॉर्ट लेंथ से और मोहम्मद सिराज को विभिन्न लेंथ से क़ामयाबी मिली। दिन के खेल के अंत में, शार्दुल ठाकुर की एक लेंथ बॉल पिंडली की ऊंचाई तक पहुंची लेकिन एल्गर इससे बचने में क़ामयाब रहे।
रासी वान दर दुसें अंतिम सत्र तक अच्छी तरह से रक्षात्मक रहे थे और लग रहा था कि वह क्रीज़ पर जम चुके हैं, लेकिन अंतिम समय पर उन्होंने अपना विकेट खो दिए, क्योंकि बुमराह ने एक शानदार अंदर आती गेंद पर उनको चकमा दे दिया और गेंद सीधा आकर स्टंप्स से टकरा गई। बुमराह ने इसके बाद नाइटवॉचमैन केशव महाराज को आउट किया, जो दिन की आख़िरी गेंद थी। एल्गर चौथे दिन स्टंप्स तक 52 रन बनाकर नाबाद रहे।
जब सीमर गेंदबाज़ों ने बहुत अधिक या बहुत सीधे ग़लती की, तो एल्गर को ड्राइव या फ़्लिक लगाने का आत्मविश्वास मिला और उन्होंने सिराज की गेंद पर फ़्लिक लगाया और अपना अर्धशतक पूरा किया।
इससे पहले, तीसरे दिन पांच विकेट लेने वाले शमी ने सिराज की जगह बुमराह के साथ नई गेंद हासिल की। उन्होंने अच्छा सेट अप किया। ऐडन मारक्रम ने उनकी पहली गेंद पर ड्राइव लगाई लेकिन यह गेंद बल्ले का बाहरी किनारा ली लेकिन विकेटकीपर पंत तक नहीं पहुंच सकी। दूसरी छोटी थी और एक बार फिर से बाहरी किनारा लिया लेकिन इस बार भी मारक्रम बच गए। पहली दो गेंदों में फंसने के बाद मारक्रम ने तीसरी गेंद पर आसानी से सिंगल निकाल लिया।
कीगन पीटरसन ने शमी को मिडविकेट की ओर फ़्लिक पर चौका लगाया, लेकिन सिराज ने आकर उन्हें सेट अप किया। पीटरसन आराम से सिराज की इनस्विंगर को
खेल रहे थे, लेकिन एक गेंद हल्का सा बाहर निकली और वह पीटरसन के बल्ले का किनारा ले गई।
एल्गर फिर दुसें के साथ क्रीज़ पर जम गए और तीसरे विकेट के लिए 40 रन की साझेदारी के साथ भारत के आक्रमण को कुछ समय के लिए ख़राब कर दिया। हालांकि, बुमराह ने दूसरे विकेट के साथ अपने दिन का अंत किया।
इससे पहले, सुबह कगिसो रबाडा और मार्को यानसन भारतीय बल्लेबाज़ी को हिलाकर रख दिया। दोनों ने आपस में चार-चार विकेट बांटे और भारतीय टीम 174 रनों पर ढेर हो गई। यह पंत थे जिन्होंने 34 गेंद में 34 रन बनाए और भारतीय टीम 300 से ज़्यादा रनों की बढ़त बनाने में क़ामयाब हुई।
मैच के एक बेहतरीन समय पर पंत ने मुल्डर पर आगे बढ़कर मिड-ऑफ़ पर एक शानदार छक्का लगाया। उन्होंने यानसन पर प्वाइंट पर चौका लगाया और रबाडा को मिडविकेट बाउंड्री पर पुल लगाया। हालांकि, जब लग रहा था कि कि पंत और भी अधिक आक्रामक होंगे, रबाडा ने उन्हें अपना शिकार बना लिया। वह आगे बढ़कर रबाडा पर पुल लगाने गए लेकिन गेंद तक पहुंच नहीं सके और मिड-ऑन पर लपके गए।
वहीं, भारत के नाइटवॉचमैन शार्दुल चौथे दिन आउट होने वाले पहले खिलाड़ी थे। वह भी रबाडा की गेंद पर अनियमित उछाल से चकमा खा गए। लुंगी एनगिडी ने इसके बाद राहुल को भी आउट कर दिया, जो उनकी गेंद पर अतिरिक्त उछाल पर फंस गए।
एनगिडी, चेतेश्वर पुजारा को चार रन पर आउट कर सकते थे, अगर रबाडा ने मिडविकेट पर काफ़ी सीधा कैच नहीं छोड़ा होता। पुजारा ने इसके बाद अपने ख़ाते में 12 जोड़े।
यानसन ने विराट कोहली (18) और अजिंक्य रहाणे (20) दोनों को आउट करते हुए भारतीय मध्य क्रम को तोड़ दिया। टेस्ट मैच में दूसरी बार, कोहली एक ऐसी गेंद की तलाश में गए जो ऑफ़ स्टंप्स से बहुत ही ज़्यादा बाहर थी और गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा ले गई। रहाणे एक ऐसी गेंद पर पुल करने गए जहां पर वह नियंत्रण में नहीं थे, वैसे भी पीछे दो क्षेत्ररक्षक पहले से ही तैयार थे। उन्होंने 23 गेंदों में 20 रन बनाए। वैसे इससे पहले वह यानसन पर 4, 6, 4 रन बना चुके थे।
वैसे, भारत के निचले क्रम और फिर साउथ अफ़्रीका के शीर्ष क्रम ने अपनी टीम को फ़ायदे में ही पहुंचाया। अंतिम दिन कुछ बारिश होने का अनुमान है, लेकिन उस ख़तरे के बावजूद, भारत 1-0 से सीरीज़ में आगे बढ़ने की अपनी संभावनाओं को अगले स्तर तक ले जाना चाहेगा।
देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।