सेंचूरियन में भारत के दबदबे के बाद जोहैनेसबर्ग में साउथ साउथ अफ़्रीका की वापसी के बाद यह सीरीज़ अब केपटाउन में निर्णायक मैच के लिए तैयार है। यह सीरीज़ अब किस ओर जाएगी इसके बारे में कहना कतई आसान नहीं है।
घर में साउथ अफ़्रीका के मज़बूत रिकॉर्ड के बावजूद भारत के इस सीरीज़ को जीतने ही नहीं 3-0 से सूपड़ा साफ़ करने की भविष्यवाणी की गई थी।
भारत अभी भी इस मुक़ाबले में पसंदीदा के रूप में जाएगा। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड को उनके घर में हराने और हाल ही में सुपरस्पोर्ट पार्क में जीत दर्ज़ करने के बाद मेहमान टीम के हौसले बुलंद हैं। हालांकि वे जोहैनेसबर्ग में अपने नहीं हारने के रिकॉर्ड की रक्षा नहीं कर सके। न्यूलैंड्स के मैदान पर भारत कभी नहीं जीता है, लेकिन यह एक ऐसी टीम है जो चुनौतीपूर्ण मौक़े पर ही पनपती है। वह पहले ही इस सीरीज़ में ऐसा करके दिखा भी चुकी है।
सिराज के इस मैच के लिए संदिग्ध होने के बावजूद, भारत के पास काफ़ी कुछ रिज़र्व है। शार्दुल ठाकुर की धीमी गति इस मैदान पर मददगार होगी। इसका मतलब है कि यह साउथ अफ्रीका के लाइन-अप के लिए कम तीव्र नहीं होगा, जिनका काम अभी प्रगति पर चल रहा है। उनकी सलामी जोड़ी, विशेष रूप से ऐडन मारक्रम को कुछ रन बनाने होंगे, जबकि मध्य क्रम को इस सीजन में दो और टेस्ट सीरीज़ से पहले निरंतरता बनाने की ज़रूरत है।
इसी तरह, भारत की कमजोरी भी मध्य-क्रम ही है। चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे दोनों दबाव में हैं, हालांकि उन्होंने जोहैनेसबर्ग में दूसरी पारी में तीसरे विकेट के लिए 111 रन की साझेदारी की और अर्धशतक भी लगाए। साउथ अफ़्रीका के तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण ने योजनाओं के अनुरूप प्रदर्शन किया है। वे जानते हैं कि इन दोनों में से किसी एक को आउट करने से टीम का पतन हो सकता है।
यह ज़िम्मेदारी कगिसो रबाडा पर पड़ सकती है। रबाडा साउथ अफ़्रीका के सबसे अनुभवी गेंदबाज़ और क्विंटन डी कॉक के टेस्ट संन्यास के बाद अब सबसे अनुभवी खिलाड़ी भी हैं। वह अपने 50वें टेस्ट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहेंगे। साउथ अफ़्रीका के लिए जीत उन्हें 75% प्रतिशत अंक देगी और वे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में पाकिस्तान के साथ बराबरी पर आ जाएंगे।
पिछले पांच मैच
साउथ अफ़्रीका जीत, हार, जीत, जीत, हार
भारत हार, जीत, जीत, ड्रॉ, जीत
चर्चा में
जोहैनेसबर्ग में बाहर बैठने के बाद विराट कोहली भारतीय टेस्ट टीम का नेतृत्व करने के लिए उत्सुक होंगे। हालांकि केएल राहुल ने उनकी अनुपस्थिति में अपेक्षाकृत अच्छी तरह से नेतृत्व किया था। कोहली ने आख़िरी बार 15 टेस्ट पहले फ़रवरी 2020 में शतक बनाया था। हालांकि उनका टेस्ट औसत 50 से अधिक बना हुआ है, लेकिन 2019/20 सीज़न के बाद से उनका औसत घटकर 30 से कम हो गया है। वह नहीं चाहेंगे कि यह और कम हो। कोहली ने इससे पहले 2018 में न्यूलैंड्स में केवल एक टेस्ट खेला है और यहां उस दौरे पर उन्होंने सबसे कम रन बनाए थे।
केशव महाराज ने अब तक दो टेस्ट मैचों में 20 ओवर फेंके हैं। पिछले टेस्ट में तो उन्होंने केवल दो ओवर गेंदबाज़ी की थी। इस सीरीज़ में उनकी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका सेंचूरियन में दूसरी पारी में नाइटवॉचमैन के रूप में रही है। आलोचना में कहा गया कि साउथ अफ़्रीका अपने बल्लेबाज़ी लाइन अप को लंबा कर सकती थी या महाराज के स्थान पर पांचवां सीमर वे जोड़ सकते थे। महाराज गेंद के सबसे बड़े स्पिनर नहीं हैं, लेकिन उन्हें सही मौक़ा दिया गया है, क्योंकि वेस्टंइडीज़ की तरह वह यहां भी फ़ायदा उठा सकते हैं।
टीम न्यूज़
साउथ अफ़्रीका के अपने लाइन अप में बदलाव करने की संभावना कम है। इसका मतलब है कि सारेल अर्वी, रायन रिकलटन, ग्लेंटन स्टूरमैन और सिसांडा मगाला को अपनी बारी का इंतज़ार करना होगा।
कमर में खिंचाव के कारण दूसरा टेस्ट नहीं खेलने वाले विराट कोहली वापस लौटेंगे, जिसका मतलब है कि हनुमा विहारी को बाहर बैठना होगा। मोहम्मद सिराज का खेलना संदिग्ध है, जिससे इशांत शर्मा या उमेश यादव को मौक़ा मिल सकता है।
महामारी ने पिछले दो वर्षों में टेस्ट क्रिकेट को न्यूलैंड्स से दूर रखा है और तबसे मैदान में बहुत कुछ बदल गया है। एक नए ग्राउंड्समैन ब्राम मोंग ने जिम्मा संभाला है, जो अपनी पहली अंतर्राष्ट्रीय पिच तैयार करेंगे। इसके बल्लेबाज़ों के लिए कम चुनौतीपूर्ण होने की संभावना है। जनवरी 2020 में अपने पिछले टेस्ट के बाद से इस मैदान पर खेले गए आठ प्रथम श्रेणी मैचों में कुल 361 की औसत पारी के साथ रन बने हैं।
इसके विपरीत विकेट लेना यहां कठिन हुआ है। 2020 की शुरुआत से यहां केवल 215 विकेट ही लिए गए हैं। उनमें से 130 तेज़ गेंदबाज़ों ने और 85 स्पिनरों ने लिए हैं। .
नए साल में केपटाउन में सप्ताह का तापमान 30 डिग्री से ऊपर था, लेकिन मैच की शाम तक यह 22 डिग्री सेल्सियस तक ठंडा हो गया। जैसे-जैसे टेस्ट आगे बढ़ेगा मौसम गर्म होगा। गुरुवार को तापमान 34 डिग्री तक रहने की उम्मीद है।
आंकड़े
कगिसो रबाडा केपटाउन में अपना 50वां टेस्ट खेलेंगे। वह अब तक टेस्ट क्रिकेट में 226 विकेट ले चुके हैं।
भारत कभी भी न्यूलैंड्स में नहीं जीता है। पांच मैचों में तीन में हार और दो ड्रॉ रहे हैं।
विराट कोहली 8,000 रन बनाने वाले छठे भारतीय बल्लेबाज़ बनने से 146 रन दूर हैं, वहीं अजिंक्य रहाणे को 5,000 रन पूरे करने के लिए 79 रनों की जरूरत है। विराट 100 कैच लेने से दो कैच दूर और रहाणे एक कैच दूर हैं।