भारत के दमदार प्रदर्शन के बाद ऐतिहासिक पिंक बॉल टेस्ट हुआ ड्रॉ
अंतिम सेशन में मिला लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया के लिए नामुमकिन होने वाला था लेकिन फ़ॉलो-ऑन बचाने में उन्हें मशक्कत करनी पड़ी
ऑन्नेशा घोष
03-Oct-2021
ड्रॉ रहे पिंक बॉल टेस्ट मैच के बाद दोनों टीमें • Getty Images
भारत 377/9 घोषित और 135/3 घोषित (शेफ़ाली 52, राउत 41) ने ऑस्ट्रेलिया 241/9 घोषित (पेरी 68*, गार्डनर 51, वस्त्रकर 3-49) और 36/2 (लानिंग 17*, पेरी 14*) से मैच ड्रॉ किया
15 साल बाद आख़िरकार इस पिंक बॉल टेस्ट मैच के चलते ऑस्ट्रेलिया और भारत क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में आमने-सामने आए। मिताली राज द्वारा टॉस पर अंतिम समय पर अपनी कॉल बदलने के कारण करारा के इस मैदान पर कप्तान मेग लानिंग को मौक़ा मिला मेहमान टीम को पहले बल्लेबाज़ी के लिए भेजने का। इस ड्रॉप-इन पिच पर हमने तीन पारियों को घोषित हुए देखा और दो तो एक ही दिन में। भले ही बारिश से प्रभावित हुआ यह टेस्ट मैच ड्रॉ रहा, इसने बहु-दिवसीय क्रिकेट में भारत के ना हारने के सिलसिले (छह मैच) को आगे बढ़ाया।
143/4 की स्थिति से अपनी पारी को आगे बढ़ाते हुए एलीस पेरी और ऐश्ली गार्डनर ने बढ़िया बल्लेबाज़ी की। दोनों सूझबूझ भरी क्रिकेट दिखाते हुए टीम के स्कोर को 200 के पार लेकर गई। इसी बीच दोनों ने अपना अर्धशतक भी पूरा किया। दूसरी नई गेंद के आने से ठीक पहले गार्डनर आउट हुई और वहां से भारत को मैच में वापसी करने का मौक़ा मिल गया।
दूसरी नई गेंद से भारत ने विकेट झटकने का सिलसिला जारी रखा और एक समय ऑस्ट्रेलिया आठ विकेट के नुकसान पर 223 रन के स्कोर के साथ फ़ॉलो-ऑन बचाने से पांच रन दूर था। ड्रार्सी ब्राउन ने चौका जड़कर उस ख़तरे को टाला और मेज़बान टीम ने राहत की सांस ली। भारत ने भी पेरी के दो कैच टपकाकर उनका काम आसान कर दिया। डिनर से पहले की अंतिम गेंद पर ब्राउन पगबाधा हुई और इसके बाद 240/9 के स्कोर पर लानिंग ने अपनी पहली पारी घोषित की। भारत के पास 136 रनों की बढ़त थी।
नई गेंद से मेहमान तेज़ गेंदबाज़ों को मिली मदद थी और इसी को ध्यान में रखते हुए लानिंग ने यह फ़ैसला लिया था। ब्रॉडकास्टर से चर्चा के दौरान अलिसा हीली ने भी इस बात की पुष्टि की। तेज़ गेंदबाज़ों को मदद तो मिली लेकिन सफलता नहीं। स्मृति मांधना और शेफ़ाली वर्मा ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए तेज़ी से रन जोड़े। ऐसा लग रहा था जैसे वह आने वाले टी20 मुक़ाबलों के लिए अभ्यास कर रही थीं। उन्होंने एक और अर्धशतकीय साझेदारी निभाई और भारत की ओर से किसी टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 50 से अधिक रनों की सलामी साझेदारी निभाने वाली पहली जोड़ी भी बन गई।
तेज़ गेंदबाज़ों को रन पड़ते देख लानिंग ने दोनों छोर से स्पिनरों को आक्रमण पर लगाया जिससे रनों की गति पर अंकुश लगा। इसका फ़ायदा टीम को मांधना की विकेट के रूप में मिला जब वह डीप मिडविकेट पर छक्का लगाने के प्रयास में वह गार्डनर के शानदार कैच के चलते आउट हुई। बड़े शॉट लगाने के लिए नंबर तीन पर भेजी गई यास्तिका भाटिया कमाल नहीं कर पाईं और बोल्ड हो गईं। इसके बाद एक छोर से शेफ़ाली रन बना रहीं थीं और पूनम राउत दूसरा छोर संभाले हुए थीं। दूसरे सेशन की अंतिम गेंद पर चौके के साथ शेफ़ाली ने अपने टेस्ट करियर का एक और अर्धशतक पूरा किया। मेज़बान टीम को उम्मीद थी की भारत पारी को घोषित करेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
तीसरे सेशन में भारत ने शेफ़ाली की विकेट ज़रूर गंवाई लेकिन राउत ने तेज़ गति से रन भी बटोरे। 271 रनों की बढ़त मिलने के बाद आख़िरकार भारत ने अपनी पारी घोषित की और ऑस्ट्रेलिया के सामने 32 ओवरों में 272 रनों का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी हीली और बेथ मूनी के सामने तेज़ गेंदबाज़ों ने नई गेंद लहराई। हीली और झूलन गोस्वामी के मुक़ाबले में झूलन ने दूसरी बार बाज़ी मारते हुए हीली को बल्ले के अंदरूनी किनारे की मदद से बोल्ड किया। इसके बाद बेथ मूनी भी पूजा वस्त्रकर की शॉर्ट गेंद को पुल करने के प्रयास में कैच आउट हुई। भारत को जीतने का मौक़ा नज़र आ रहा था।
हालांकि कप्तान लानिंग और पेरी ने संभलकर बल्लेबाज़ी की और अपनी विकेट बचाकर रखी। अनिवार्य अंतिम घंटे के खेल के शुरू होने से पहले दोनों कप्तानो ने हाथ मिलाकर टेस्ट मैच को ड्रॉ पर समाप्त किया। मल्टी-फ़ॉर्मैट सीरीज़ में 6-4 की बढ़त के साथ इस समय मेज़बान टीम आगे है। यहां से काफ़िला आगे बढ़ेगा टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले की ओर जहां हर मैच जीतने पर टीम को दो अंक मिलेंगे।
ऑन्नेशा घोष (@ghosh_annesha) ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।