जितना हम इस जीत का आनंद लेना चाहते हैं, उतना ही हमें बैठकर विश्व कप की तैयारी करनी होगी : मांधना
आयरलैंड के ख़िलाफ़ मिली जीत के बाद भारतीय कप्तान स्मृति मांधना ने कहा, “मैं बेहद खु़श हूं कि सभी खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिला। बल्लेबाज़ों के द्वारा बनाए गए शतक और अर्धशतक शानदार थे। मैं जेमी, हरलीन, प्रतिका और ऋचा के लिए बहुत खु़श हूं। गेंदबाज़ों ने जो योजना बनाई थी, उसे सही तरीके से अंजाम दिया। मेरे ड्रॉप कैच को छोड़कर यह लगभग परफेक्ट मैच था। टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी करना और 400+ का स्कोर बनाना शानदार था।जिस तरह ऋचा और प्रतिका ने बल्लेबाज़ी की, वह कमाल था। गेंदबाजों ने भी मैच को 31वें ओवर में ही ख़त्म कर दिया।आक्रामक शुरुआत करना हमारी योजना का हिस्सा था। मैंने सोचा, ऐसे काफ़ी कम मैच होते हैं, जहां आप खुलकर आक्रमण कर सकें, तो मैंने कुछ शॉट्स आज़माने का सोचा। कभी यह योजना काम करती है, कभी नहीं। लेकिन आज यह काम कर गई।"
[विश्व कप वर्ष, सुधार के क्षेत्र] - टीम में सुधार करने के लिए काफ़ी कुछ है। जितना हम इस जीत का आनंद लेना चाहते हैं, उतना ही हमें बैठकर विश्व कप की तैयारी करनी होगी। हमें फ़ील्डिंग और विकेटों के बीच दौड़ पर काम करने की ज़रूरत है।
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गाबी लुईस : भारत में खेलना हमारे लिए शानदार अनुभव था
आयरलैंड की कप्तान गाबी लुईस ने कहा,"हमारी टीम के कुछ खिलाड़ी पहली बार भारत में खेल रहे थे। यहां का अनुभव, लोग, और शोर अद्भुत था। विश्वस्तरीय खिलाड़ियों के ख़िलाफ़ खेलते हुए हमारे खिलाड़ियों ने काफ़ी कुछ सीखा। गेंद और बल्ले के साथ स्थिरता बनाए रखना महत्वपूर्ण है। इस सीरीज़ में हमारे लिए कुछ सकारात्मक पहलू भी रहे। अलग-अलग खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया और टीम की गहराई को दिखाया।
प्रतिका रावल: देश के लिए जब भी आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो आपको काफ़ी आत्मविश्वास मिलता है
प्रतिका रावल ने आज कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने 129 गेंदों में 154 रन बनाते हुए, अपना पहला ODI शतक लगाया। इस पारी की वजह से उन्हें प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ का भी ख़िताब दिया गया। उस दौरान उन्होंने ब्रॉडकास्ट पर कहा, "यह हमारे लिए एक शानदार शुरुआत है। मैं अपने इस नए अनुभव से काफ़ी ख़ुश हूं। रन बनाना हमेशा सुखद हैं। अपने देश के लिए जब भी आप अच्छा करते हैं तो इससे आपको काफ़ी आत्मविश्वास मिलता है। 100 बनाने के बाद कैसे सेलीब्रेट करना है, यह लगातार मेरे दिमाग़ में चल रहा था। मैंने अपने हेलमेट को चूमते हुए, अपने शतक का आनंद लेना चाह रही थी और मैंने वैसा ही किया। जब मांधना बल्लेबाज़ी करती हैं तो ऐसा लगता है कि बल्लेबाज़ी काफ़ी आसान काम है। जब वह बल्लेबाज़ी करती हैं तो मुझे इस बात से कोई दिक्कत नहीं है कि मैं आराम से सिंगल लेकर नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़ी रहूं।"
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अमोल मजूमदार : हमें एक और तेज़ गेंदबाज़ की ज़रूरत है
भारत के मुख्य कोच अमोल मजूदार ने सीरीज़ जीत के बाद कहा, "हमने लगातार दो सीरीज़ खेली और इसमें कई सकारात्मक पहलू देखने को मिले। T20 सीरीज़ में वेस्टइंडीज़ ने हमें कड़ा टक्कर दिया, और फिर हमने वनडे सीरीज़ में वेस्टइंडीज़ का क्लीन स्वीप दिया। अगर सकारात्मक पहलुओं पर नज़र डालें तो हमारी बल्लेबाज़ी काफ़ी हद तक स्थिर दिख रही है, लेकिन हमें एक और तेज़ गेंदबाज की ज़रूरत है। हम बल्लेबाज़ी के दौरान कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं करते, बल्कि खेल की प्रवाह के अनुसार चलते हैं। मेरे कार्यकाल के दौरान टीम ने कुछ रिकॉर्ड बनाए हैं, यह देखना शानदार है। निश्चित रूप से ये परिणाम काफ़ी सुखद हैं लेकिन हमें अपनी प्रक्रिया को जारी रखना होगा। स्मृति के साथ टॉप ऑर्डर में एक नई ऊर्जा (प्रतिका रावल) दिखी है। वह शांत, संयमित और स्थिर नज़र आ रही हैं। हमें उम्मीद है कि यह प्रदर्शन लंबे समय तक जारी रहेगा।
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दीप्ति शर्मा : मुझे हमेशा से चैलेंज पसंद है
दीप्ति शर्मा ने अपने कमाल के गेंदबाज़ी प्रदर्शन के बाद ब्रॉडकास्ट पर कहा, " जब आप एक गेंदबाज़ी यूनिट का नेतृत्व करते हैं तो आपको काफ़ी अच्छा महसूस होता है। मुझे हमेशा से ही चैंलेंज पसंद है। मैं लगातार विकेट टू विकेट गेंदबाज़ी करना चाहती हूं और सही एरिया में गेंद डालना चाहती हूं। आज का विकेट थोड़ी सी धीमी थी। मुझे थोड़ा टर्न भी मिल रहा था और मैं उसी हिसाब से गेंदबाज़ी कर रही थी। अब अगला फ़ोकस WPL पर है, क्योंकि आने वाले दिनों में और कोई सीरीज़ नहीं है।
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304 रनों के बड़े अंतर से भारत ने आयरलैंड को हराया
304 यह एक रिकॉर्ड आंकड़ा है। भारतीय टीम ने आज कीर्तिमानों का अंबार लगा दिया है। पहले बल्लेबाज़ों ने कई मील के पत्थरों का नापा और उसके बाद गेंदबाज़ों ने कोई कसर नहीं थोड़ा। भारतीय टीम ने तीसरे वनडे में 304 रनों की बड़े अंतर से जीतते हुए, सीरीज़ में भी क्लीन स्वीप कर दिया है। भारतीय टीम पिछले दो सीरीज़ से कमाल के फ़ॉर्म में है। युवाओं ने प्रभावित किया है और वरिष्ठ खिलाड़ियों ने भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई है। मैनेजमेंट और फैंस एंव खु़द खिलाड़ी भी काफ़ी ख़ुश होंगे।
ताश के पत्तों की तरह बिखर रही आयरलैंड की टीम
दीप्ति और कंवर कमाल की गेंदबाज़ी कर रही हैं। मैच पहली पारी के बाद से भारतीय टीम की झोली में थी लेकिन जिस तरह की गेंदबाज़ी हो रही है, उससे तो यह लग रहा है कि रनों के मार्जिन के हिसाब से एक रिकॉर्ड जीत भारतीय टीम का इंतज़ार कर रही है। 122 के स्कोर पर आयरलैंड ने अपना आठवां विकेट गंवा दिया है। पिछले पांच ओवरों में आयरलैंड ने चार विकेट गंवाए हैं और सिर्फ़ छह रन बनाए हैं। 122 के ही स्कोर पर तीन विकेट गिरे हैं।
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आयरलैंड की आधी टीम वापस
दीप्ति शर्मा ने डेलेनी को बोल्ड करते हुए पांचवां झटका दे दिया है। अब ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आयरलैंड की टीम को 200 रनों का आंकड़े को पार करने के लिए भी मशक्कत करनी पड़ेगी।
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पहला वनडे विकेट
आज भारतीय टीम में दो बदलाव किए गए थे। कंवर और मणि को टीम में शामिल किया गया था। कंवर ने इस मौक़े का फ़ायदा उठाते हुए, अपना पहला वनडे विकेट झटक लिया है। उन्होंने ऑर्ली को आउट करते हुए, अपनी पहली सफलता हासिल की।
एक और झटका
साधु की सफलता के बाद सतघरे को भी विकेट मिल चुका है। 24 के स्कोर पर आयरलैंड को दूसरा झटका लगा है। आयरलैंड शायद अब इस स्कोर तक पहुंचने का प्रयास न करे और उनके बल्लेबाज़ यह कोशिश करेंगे की ज़्यादा से ज़्यादा ओवर तक बल्लेबाज़ी करते हुए, कम से कम 300 के क़रीब पहुंचा जाए।
रावल - मैं कभी भी ज़्यादा दूर की नहीं सोचती
अपना शतक पूरा करने के बाद प्रतिका रावल ने बॉडकास्टर्स से कहा, "मैं बहुत ज़्यादा की नहीं सोच रही थी। मैं गेंद दर गेंद अपनी पारी को आगे बढ़ाना चाह रही थी। मैं जब 100 के क़रीब पहुंची तो थोड़ा धीमी हो गई थी लेकिन शतक बनाने के बाद मैंने तेज़ी से रन बनाने का प्रयास किया और उसमें सफल रही। जब मांधना बल्लेबाज़ी कर रही थीं, तो उनकी पारी को देखना काफ़ी सुखद था। वह एक अदभुत ताक़त के साथ अपने शॉट्स लगाती हैं। मेरे दिमाग़ में ज़्यादा कुछ नहीं था लेकिन एक स्टेज ऐसा था, जहां हम 400 के पार पहुंचना चाह रहे थे। मेरे और स्मृति के बारे एक चीज़ यह है कि हम ज़्यादा कुछ न सोचते हुए, साधारण तरीक़े से अपनी पारी को आगे बढ़ाना चाहते हैं।"
मांधना और रावल के शतकों से भारतीय टीम ने बनाया रिकॉर्डतोड़ स्कोर
भारत ने आयरलैंड के सामने 435 रनों का कुल स्कोर खड़ा किया है। महिलाओं के वनडे में यह चौथा सबसे बड़ा स्कोर हैं। पिच बल्लेबाज़ी के लिए काफ़ी अच्छी है लेकिन आयरलैंड के लिए इस स्कोर तक पहुंच पाना काफ़ी मुश्किल है। पिछले वनडे की ही तरह, इस मैच में भी भारतीय बल्लेबाज़ों ने गेंदबाज़ों के काम को काफ़ी आसान बना गिया है।
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400 पार
400
पहले मांधना और उसके बाद रावल की आतिशी शतकीय पारी की बदलौत भारतीय महिला टीम ने वनडे में पहली बार 400 का आंकड़ा पार कर लिया है। अभी भी तीन ओवर शेष हैं और भारत ने 415 रन बना लिए हैं। उनके पास 450 के स्कोर को पार करने का अच्छा मौक़ा है।
रावल ने पार किया 150 का आंकड़ा
रावल सिर्फ़ तीसरी ऐसी भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं, जिन्होंने 150 के आंकड़े का पार किया है। हालांकि जैसे ही वह 154 के स्कोर पर पहुंची, इन साइड आउट शॉट लगाने के प्रयास में वह पवेलियन लौट गईं। हालांकि उनकी यह पारी काफ़ी दिनों तक याद रखी जाएगी। पहले उन्होंने मांधना के साथ कमाल की साझेदारी की। मांधना जब आउट हुईं तो उन्होंने अपना गियर बदला और ऋचा के साथ तेज़ शतकीय साझेदारी की। कुल मिलाकर उनकी सूझबूझ भरी पारी ने फ़ैंस और मैनेजमेंट, दोनों को ख़ुश किया होगा।
तेज़ी से रन बनाने के प्रयास में पवेलियन लौटीं ऋचा
ऋचा 47 गेंदों में 59 रन बना कर आउट हुईं। हालांकि वह एक सीधी फुल गेंद की लाइन को मिस कर गईं। इस गेंद पर रन बनाने का अच्छा मौक़ा था और उन्होंने सीधे बल्ले से ही शॉट लगाने का प्रयास किया था लेकिन वह बोल्ड हो गईं। हालांकि रावल के साथ 104 रनों की तेज़ साझेदारी की। अब इस स्टेज से भारत को अब बस एक अच्छे फ़ीनिशिंग पारी की आवश्यकता है। अगर हुआ तो वनडे में वे पहली बार 400 के स्कोर को आसानी से पार कर लेंगी।
स्वागत कीजिए नए सुपरस्टार का
100 प्रतिका जब से भारतीय टीम में आई हैं - तब से वह सिर्फ़ कमाल कर रही हैं। अपने पांचवें मैच में ही उन्होंने अपना पहला शतक जड़ दिया है। 2017 के बाद से भारतीय महिला टीम की तरफ़ ओपनर के तौर पर सिर्फ़ मांधना ने ही शतक जड़ा था। अब इस सूची में रावल का भी नाम जुड़ गया है।
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250 के पार, 300 के क़रीब
मांधना एक शानदार पारी खेल कर आउट हुईं लेकिन रावल और ऋचा बिना कोई समय लिए तेज़ी से रन बनाने का प्रयास कर रही हैं। टॉस के समय कप्तान मांधना ने बोला था कि उनके मन में कोई टारगेट नहीं है लेकिन जिस तरह का प्लेटफ़ॉर्म सेट हुआ है, उससे तो एक बार के लिए 400 पार का सपना देखना चाहिए। भारत ने 32 ओवर में 273 रन बना लिए हैं।
स्मृति की शानदार पारी का हुआ समापन
135 मांधना 80 गेंदों में 135 रनों की पारी खेल कर पवेलियन लौटीं
एक ख़राब गेंद पर हवाई स्वीप खेलने के प्रयास में मांधना पवेलियन लौट गई हैं। लेग स्टंप की बाहर की गेंद को मांधना स्वीप करते हुए फ़ाइन लेग की दिशा में मारना चाह रही थीं लेकिन गेंद सीधे शॉर्ट फ़ाइन के फ़ील्डर के पास चली गई। हालांकि उन्होंने टीम को काफ़ी मज़बूत शुरुआत दिला दी है। भारत के पास 350 से ज़्यादा रन बनाने का अच्छा मौक़ा है।
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10 वां शतक पूरा हुआ
मांधना ने अपना 10वां वनडे शतक पूरा कर लिया है। यह कारनामा उन्होंने सिर्फ़ 70 गेंदों में किया। किसी भी भारतीय महिला खिलाड़ी के द्वारा यह सबसे तेज़ शतक है। अभी काफ़ी ओवर बचे हुए हैं, उनके पास 200 के आकड़े को पार करने के लिए भी काफ़ी समय है।
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आज कई रिकॉर्ड टूटने वाले हैं
मांधना और रावल ने रिकॉर्डतोड़ बटन ऑन कर दिया है। ये दोनों बल्लेबाज़ महिला क्रिकेट में सातवीं ऐसी ओपनिंग जोड़ीदार बन गई हैं, जिन्होंने दो बार 150 या उससे अधिक रनों की साझेदारी की है। भारतीय महिला क्रिकेट में ऐसा पहली बार हुआ है।
इस बीच रावल का भी अर्धशतक पूरा हो गया है। दोनों बल्लेबाज़ों के पास शतक बनाने का अच्छा मौक़ा है
मांधना और रावल की जोड़ी हुई सुपरहिट
4 मांधना और रावल के बीच चौथी शतकीय साझेदारी
प्रतिका रावल और स्मृति मांधना ने पिछली छह पारियों में चार बार शतकीय साझेदारी की है। सिर्फ़ एक ही सीज़न में यह चौथी शतकीय साझेदारी है। भारतीय टीम के लिए एक सीज़न में सबसे ज़्यादा शतकीय साझेदारी करने के मामले में इनदोनों खिलाड़ियों ने अंजू जैन और जया शर्मा का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 2003-04 के सीज़न में अंजू और जया ने तीन शतकीय साझेदारी की थी।
मांधना का एक और पचासा
कप्तान मांधना आतिशी रंग में हैं। आतिश बल्लेबाज़ी हो रही है। कमज़ोर गेंदें लगातारा सीमा रेखा के पार जा रही है। 39 गेंदों में अर्धशतक पूरा करने के बाद मांधना काफ़ी सहजता शतक की ओर आगे बढ़ रही हैं। उनकी इस पारी के कारण भारत के पास एकबार फिर से एक रिकॉर्डतोड़ स्कोर बनाने का मौक़ा है।
मांधना और रावल के बीच एक और शतकीय साझेदारी
पिछले मैच में भारतीय टीम ने अपने 100 रन 13वें ओवर में पूरा किया था। इस मैच में भी वही हुआ है। मांधना कमाल की शॉट्स खेल रही हैं और रावल भी यह दिखा रही हैं कि चयनकर्ताओं ने क्यों उन पर इतना भरोसा दिखाया है। इस सीरीज़ में वह जिस तरह का खेल दिखा रही हैं,उससे यह तय है कि आने वाले कुछ सीरीज़ में उनका स्थान पक्का है।
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स्मृति मांधना - बतौर कप्तान आपको मुखर होना पड़ता है
स्मृति मांधना: हमारे दिमाग़ में कोई लक्ष्य नहीं है। हम बस देखना चाहते हैं कि खेल कैसा चलता है। बल्लेबाज़ों को इस सीरीज़ में काफ़ी समय मिला है। मैं बहुत खुश हूं कि सभी को खेलने का समय मिला। बतौर कप्तान आपको मुखर होना पड़ता है। हमारे टीम में दो बदलाव हुए हैं - सायमा ठाकर और प्रिया मिश्रा को आराम दिया गया है, जबकि तनुजा कंवर और मिनु मणी को शामिल किया गया है।
गेबी लुइस: हम भी पहले बल्लेबाज़ी करना पसंद करते। हमें दो दिन का आराम मिला है और हम तरोताज़ा होकर मैदान पर उतरेंगे। हमारी टीम में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
पहले बल्लेबाज़ी करेगा भारत
मांधना ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया है। दूसरे वनडे की तरह ही उनकी नज़र फिर से एक रिकॉर्ड तोड़ स्कोर पर होगी। भारतीय टीम में दो बदलाव किए गए हैं। तनुजा कंवर और मिन्नु मनी को मौक़ा दिया गया है।
भारत: 1 स्मृति मंधाना (कप्तान), 2 प्रतिका रावल, 3 हरलीन देयोल, 4 जेमिमाह रॉड्रिग्स, 5 तेजल हसबनिस, 6 ऋचा घोष (विकेटकीपर), 7 दीप्ति शर्मा, 8 सयाली सतघरे, 9 मिन्नू मनि, 10 तनुजा कंवर, 11 तितास साधु
आयरलैंड: 1 सारा फोर्ब्स, 2 गैबी लुईस (कप्तान), 3 कुल्टर रेली (विकेटकीपर), 4 ओर्ला प्रेंडरगैस्ट, 5 लॉरा डेलानी, 6 लीह पॉल, 7 अर्लीन केली, 8 एवा कैनिंग, 9 जॉर्जीना डेम्पसी, 10 अलाना डाल्ज़ेल, 11 फ्रेया सार्जेंट
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क्लीन स्वीप करना चाहेगी मांधना एंड कंपनी
पहले दो वनडे में शानदार प्रदर्शन करने के बाद भारती टीम की नज़र अब क्लीन स्वीप पर होगी। पहले दो वनडे में भारतीय बल्लेबाज़ों ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए, भारतीय गेंदबाज़ों का काम आसान कर दिया था। इस वनडे में भी वह कुछ ऐसा ही करने का प्रयास कर सकती हैं।