हर्षल और चहल ने भारत को सीरीज़ में जीवित रखा
ऋतुराज और किशन का भी रहा अहम योगदान
फ़िरदौस मूंडा
14-Jun-2022
डेविड मिलर के महत्वपूर्ण विकेट सहित हर्षल ने चार विकेट अपने नाम किए • Associated Press
भारत को पांच मैचों की सीरीज़ में जीवित रहने के लिए ज़रूरत थी कि कुछ खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन करें, और रुतुराज गायकवाड़, इशान किशन, युज़वेंद्र चहल और हर्षल पटेल ने ऐसा ही किया। ऋतुराज और किशन ने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ भारत की सर्वोच्च ओपनिंग साझेदारी निभाई। दोनों ने अर्धशतक भी बनाया। ऋतुराज ने अपने टी20 अंतर्राष्ट्रीय करियर की सर्वश्रेष्ठ 57 रन की पारी खेली। जिसने भारत को मज़बूत स्कोर तक पहुंचाने में एक शानदार मंच तैयार किया। उसके बाद हर्षल और चहल ने क्रमश: चार और तीन विकेट चटकाकार भारत को बड़ी जीत दिला दी।
साउथ अफ़्रीका की यह हार पिछले 15 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबलों में उनकी दूसरी और पिछले आठ मैचों में उनकी पहली हार है और वे इस हार का विश्लेषण करते समय अपने बल्लेबाज़ी के दृष्टिकोण पर ज़रूर बात करेंगे। उन्हें एक मज़बूत शुरुआत और किसी को अंत तक बल्लेबाज़ी करने की ज़रूरत थी, लेकिन पावरप्ले की समाप्ति पर स्कोर 2 विकेट पर 38 रन था और डेविड मिलर के 29 से ज़्यादा रन किसी ने नहीं बनाए। भारत के स्पिनरों ने सीरीज़ में पहली बार दबाव डाला, हालांकि यह अब तक का सबसे धीमा विकेट था। चहल और अक्षर पटेल के आठ ओवरों में 48 रन खर्च हुए और उन्होंने ऋषभ पंत को बतौर कप्तान पहली जीत दिलाने के लिए आपस में चार विकेट बांटे।
नॉर्खिये को एक ओवर में पड़े पांच चौके
भारत की शुरुआत ठोस थी लेकिन तेज़ नहीं थी। पांचवां ओवर अनरिख़ नॉर्खिये डालने आए और उनपर ऋतुराज गायकवाड़ टूट पड़े। नॉर्खिये ने अपने अंदाज़ में शुरुआत की- छोटी गेंद से - लेकिन लाइन काफ़ी वाइड थी, ऋतुराज ने गेंद को बाउंड्री तक पहुंचाने के लिए खड़े-खड़े बस कट कर दिया। नॉर्खिये ने अगली गेंद लेंथ पर डाली जिसे ऋतुराज ने आगे निकलकर मिड ऑन के ऊपर से खेल दिया। इस कारण नॉर्खिये को वापस बाउंसर डालने पर मजबूर होना पड़ा। उनकी तीसरी गेंद बाहर से तेज़ी से आई और ऋतुराज के हेलमेट की ग्रिल को लगकर थर्ड मैन बाउंड्री पर चली गई। ऋतुराज को रन दिए गए, लेकिन बाद में उन्हें लेग-बाय के रूप में ले लिया गया, यहां तक कि उन्हें कंकशन टेस्ट भी कराना पड़ा। वह ठीक लग रहे थे, उन्हें जारी रखने के लिए मंजूरी दे दी गई। नॉर्खिये की अगली फुल गेंद को ऋतुराज ने मिडविकेट की ओर फ़्लिक कर दिया। पांचवीं गेंद के लिए नॉर्खिये ने अपनी लाइन स्टंप्स के क़रीब रखा, लेकिन ऋतुराज ने जगह बनाई और देर से बल्ले का चेहरा खोलकर शॉर्ट थर्डमैन की ओर स्टीयर कर दिया। उन्होंने छठी गेंद पर छठा चौका भेजने की पूरी कोशिश की, ऑफ़साइड से हिट करने के लिए जगह बनाई, लेकिन बल्ले और गेंद का संपर्क नहीं हुआ। नॉर्खिये ने अपनी कुछ लाज बचा ली। ऋतुारज ने 30 गेंदों में अपना पचासा पूरा किया।
श्रेयस बनाम शम्सी
श्रेयस अय्यर अभी तक इस श्रृंखला में पूरी तरह से विश्वसनीय नहीं लगे हैं, इस पारी में उनका पहला रन नॉर्खिये की गेंद पर ऊपरी किनारा लग गए छक्के से आया। श्रेयस ने अपने अगले रन अधिक नियंत्रण से बनाए। उन्होंने तबरेज़ शम्सी को आगे निकलकर मिड ऑफ़ ऊपर से छक्का जड़ा। शम्सी अपने पहले दो ओवरों में 23 रन दे चुके थे। उनके लिए अभी तक चीज़ें सही नहीं जा रही थी, इसी बीच शम्सी ने श्रेयस को पगबाधा आउट किया लेकिन बल्लेबाज़ ने रिव्यू लेकर अपना विकेट बचा लिया। हालांकि उसी ओवर स्वीप करने के प्रयास में श्रेयस चलते बने।
जीवनदान देना मेहमानों को पड़ा महंगा
हाथ आए मौक़ों को छोड़ना साउथ अफ़्रीका के फ़ितरत में नहीं है, लेकिन मिलर और वान दर दुसें ने आसान कैच छोड़े। दोनों में सबसे आसान कैच मिलर के पास गया था, उस समय हार्दिक 1 रन पर खेल रहे थे। वान दर दुसें को डीप बैकवर्ड प्वाइंट से भागकर आना पड़ा, और उन्होंने पंत को 4 रन के निजी स्कोर पर जीवनदान दे दिया। वे गेंद तक पहुंच गए थे लेकिन गेंद उनके हाथ से छिटक गई। हालांकि पंत के कैच छूटने से साउथ अफ़्रीका को उतना नुक़सान नहीं हुआ, उसी ओवर में वे कप्तान बवूमा के हाथों लपके गए। पंड्या का कैच छोड़ना अधिक महंगा पड़ा। उन्होंने 31 रन बनाए और भारत को अंतिम पांच ओवरों में 41 रन बनाने में मदद की, जिससे कुल स्कोर 175 से अधिक हो गया।
पावरप्ले में ही पिछड़ी साउथ अफ़्रीकी टीम
क्विंटन डिकॉक और ऐडन मारक्रम के बिना साउथ अफ़्रीका की सलामी जोड़ी और उनके स्ट्राइक रेट पर चर्चा तो होनी ही थी। क्योंकि तेम्बा बवूमा और रीज़ा हेंड्रीक्स का करियर स्ट्राइक रेट क्रमश: 122.69 और 121.59 है। दोनों ही बल्लेबाज़ों को भुवनेश्वर कुमार के क्लासिक ओपनिंग स्पेल के आगे जूझना पड़ा। भुवी ने गेंद को दोनों तरफ़ स्विंग कराया और दो ओवरों में मात्र सात रन दिए, लेकिन पंत ने उन्हें हटा दिया, जिन्होंने दबाव बनाने वाले गेंदबाज़ों को बदलने की आदत विकसित की है। भुवी द्वारा बनाया गया दबाव काम आया - बवूमा, अक्षर की गेंद पर मिड ऑन पर लपके गए।
नहीं चला मध्यक्रम
चहल की गेंद पर कट करने के प्रयास में रासी वान दर दुसें विकेट के पीछे लपके गए। उन्होंने मात्र एक रन बनाया। दो ओवर बाद प्रिटोरियस भी इसी अंदाज़ में पवेलियन लौटे। डेविड मिलर को हर्षल पटेल ने अपनी धीमी गेंद की जाल में फंसा लिया जिससे इस सीरीज़ में पहली बार साउथ अफ़्रीका का मध्यक्रम सस्ते में निपटा। फ़रवरी 2017 के बाद से साउथ अफ़्रीका के लिए टी20 अंतर्राष्ट्रीय में बल्लेबाज़ी नहीं करने वाले वेन पार्नेल सातवें नंबर पर उतरे, जब टीम को नौ ओवर में 101 रन की ज़रूरत थी। उनके साथ दूसरे छोर पर क्लासेन थे, जिन्हें युज़ी ने 15वें ओवर में पवेलियन भेज रही सही कसर ख़त्म कर दी।
फ़िरदौस मूंडा ESPNcricinfo की साउथ अफ़्रीकी संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर कुणाल किशोर ने किया है।