बाउंड्री छोटी है या बड़ी, मैं उस बारे में नहीं सोचना चाहती : ऋचा घोष
27 गेंदों में 64 रनों की पारी खेलने वाली ऋचा घोष को प्लेयर ऑफ़ द मैच दिया गया है। उन्होंने कहा, “मैं कुछ देर समय बिताना चाह रही थी और देखना चाह रही थी कि पिच कैसी व्यवहार कर रही है। मैच को अंत तक ले जाना चाहती थी और अपने नैचुरल गेम पर फोकस करना चाहती थी। (कनिका अहूजा के साथ साझेदारी पर) हमें लगा कि हम लक्ष्य का पीछा कर सकते हैं और सकारात्मक क्रिकेट खेलना चाहते थे। हमारी तैयारियों और कोचिंग स्टाफ़ के साथ किए गए मैच सिमुलेशन ने हमारी मदद की। छोटी या बड़ी बाउंड्री के बारे में ज़्यादा नहीं सोचा, बस गेंद के हिसाब से खेलने पर ध्यान दिया।
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अब मैं गार्डनर को डिनर पर लेकर नहीं जाऊंगी : मांधना
रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरु की कप्तान स्मृति मांधना ने गुजरात जायंट्स के ख़िलाफ़ मिली शानदार जीत के बाद कहा, “ मैं बहुत ख़ुश हूं कि हम इस मैच को जीतने में सपल रहे। जिस तरह ऋचा और पेज़ (पेरी) ने बल्लेबाज़ी की, वह देखने लायक था। (मिडिल ऑर्डर के प्रदर्शन पर) उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाज़ी की। वे नेट्स में भी ऐसा ही कर रहे थे। बहुत खु़शी है कि सब कुछ सही तरीके से क्लिक हुआ। पहली पारी के बाद हमें पता था कि गेंदबाज़ी करना मुश्किल होगा, इसलिए हमें हमेशा लगा कि हम खेल में हैं। पिछले साल के शीर्ष तीन विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों को हमने गंवा दिया, लेकिन सौभाग्य से हमारे पास अच्छे विकल्प थे। जो भी नए खिलाड़ी आए हैं, वह बेहतरीन हैं। गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग यूनिट के रूप में हमें अभी भी बहुत कुछ सुधारना है, इसलिए इस पर अच्छी चर्चा करेंगे। (गार्डनर के खिलाफ़ फिर से आउट होने पर और उन्हें डिनर पर ले जाने के बारे में) मुझे लगता है कि अब मुझे उन्हें डिनर पर नहीं, बल्कि रन बनाने के लिए ले जाना चाहिए, अब समय आ गया है (हंसते हुए)।
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यह जीत काफ़ी ख़ास है : कनिका अहूजा
RCB की तरफ़ से बेहतरीन बल्लेबाज़ी करने वाली कनिका आहूजा ने कहा, "मैं बहुत ख़ुश हूंष एक साल बाद खेल रही हू। यह एक ख़ास एहसास है। मैंने सिर्फ़ विज़ुअलाइज़ेशन किया और जो कुछ भी रिहैब में किया, उसने मेरी खेल में मदद की। (अपने अप्रोच पर) मैं उन्हीं गेंदों पर आक्रमण करना चाहती थी जो मेरी पहुंच में थीं। (विकेट लेने पर) मैंने यह विज़ुअलाइज़ नहीं किया था (हंसते हुए)। हमने सोचा था कि अगर हम मैच को अंत तक ले जाएं, तो जीत सकते हैं। ऋचा और पेरी ने शानदार खेल दिखाया।"
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इस पिच 200 रन बस एक सम्मानजनक स्कोर था : गार्डनर
गुजरात जायंट्स कप्तान एश्ली गार्डनर ने रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरु के ख़िलाफ़ मिली हार के बाद कहा,"ईमानदारी से कहूं तो यह परिणाम काफ़ी निराशाजनक है। इस पिच पर 200 रन सिर्फ़ सम्मानजनक स्कोर था और हमें वाक़ई अच्छी गेंदबाज़ी करनी थी। दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका। हमने कुछ मौक़े गंवाए, जिसका अंत में हमें नुकसान हुआ। हर मैच में कुछ सकारात्मक चीज़ें होती हैं, लेकिन दुर्भाग्य से हम जीत दर्ज नहीं कर सके। कई शानदार प्रदर्शन रहे – मूनी ने शीर्ष क्रम में लय सेट की और डियांड्रा ने वही किया जो वह सबसे अच्छा करती हैं। लेकिन अगर आप कैच ड्रॉप करते हैं, तो यह भारी पड़ सकता है। ऋचा (घोष) ने शानदार बल्लेबाज़ी की और अपनी टीम को जीत दिलाई। ओस के कारण चीज़ें काफ़ी मुश्किल हो गई थीं। इससे हमें अंत में मदद नहीं मिली, गेंद को पकड़ना मुश्किल हो रहा था, लेकिन हम इसे बहाने के रूप में इस्तेमाल नहीं करेंगे। (ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों से क्या कहेंगी?) यह ज़रूरी है कि इस मैच की भावनाओं से बाहर निकला जाए। हमारे कुछ डेब्यू करने वाले खिलाड़ी थे जिन्होंने बहुत अच्छा किया। हमें बल्ले और गेंद दोनों से आक्रामक खेल जारी रखना होगा, और उम्मीद है कि बाक़ी चीज़ें खु़द-ब-खु़द ठीक हो जाएंगी।"
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घोष बनीं बेंगलुरु की जीत का उद्घोष
घोष ने ना सिर्फ़ बाज़ी पल्टी है बल्कि एक असंभव से लगने वाले लक्ष्या का पीछा कर लिया है। कुछ वैसे ही जैसे विजेता किया करते हैं। WPL के इतिहास में पहली बार 200 से ज़्यादा लक्ष्य का पीछा किया गया है।
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घोष ने पल्टी बाज़ी
WPL के पहले मुक़ाबले में मैच का पासा लगातार पलट रहा है और अब बेंगलुरु ड्राइविंग सीट पर पहुंच गई है। घोष पर दारोमदार था और अब घोष के चलते ही बेंगलुरु मुक़ाबले में बरक़रार है। देखना है कि इस चुनौती से निपटने के लिए गुजरात क्या करती है?
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पेरी आउट, क्या घोष लगा पाएंगी बेंगलुरु का बेड़ा पार?
एलिस पेरी अर्धशतक बनाकर आउट हो चुकी हैं लेकिन अब दारोमदार घोष के ऊपर है। क्या घोष बेंगलुरु का बेड़ा पार लगा पाएंगी? क्या गुजरात और जीत के बीच असली अड़ंगा घोष बनेंगी?
पेरी के अर्धशतक से बेंगलुरु मुक़ाबले में बरक़रार
बेंगलुरु की पेरी और बिष्ट की साझेदारी पनप चुकी थी जो बेंगलुरु के लिए एक आधारशिला रख रही थी लेकिन डिएंड्रा डॉटिन ने बिष्ट को चलता कर गुजरात को मुक़ाबले में वापल ला दिया है। अब बेंगलुरु का सारा दारोमदार पेरी के ऊपर है।
पेरी और राघवी में पनपी साझेदारी
बेंगलुरु की सलामी जोड़ी के पवेलियन लौटने के बाद पेरी और राघवी के बीच साझेदारी पनप रही है लेकिन क्या यह साझेदारी उस विशालकाय लक्ष्य को हासिल करने के लिए आधारशिला रख पाएगी?
प्रेमा रावत की यात्रा
बेंगलुरु की टीम में एक युवा खिलाड़ी ने WPL में डेब्यू किया है। अर्धशतक बनाकर खेल रहीं मूनी का उन्होंने शिकार किया। हालांकि उनकी इस यात्रा की शुरुआत क्रिकेट से नहीं बल्कि हॉकी से हुई थी। अगर आशा शोभना उपलब्ध रहतीं तो क्या बेंगलुरु के लिए उन्हें खेलने का मौक़ा मिल पाता? सभी सवालों के जवाब निखिल शर्मा के शब्दों के ज़रिए तलाशने की कोशिश करते हैं।
गार्डनर के किया मांधना को चलता, बेंगलुरु मुश्किल में
गुजरात की कप्तान ऐश्ले गार्डनर बेंगलुरु की टीम पर हावी हो गई हैं। स्मृति मांधना के बाद गार्डनर ने वैट को भी अपना शिकार बना लिया है।
गार्डनर की पगबाधा की अपील पर अंपायर ने मांधना को आउट करार दिया लेकिन वैट ने मांधना को रिव्यू के लिए मनाया लेकिन रिव्यू मांधना को बचा नहीं पाया और फिर ओवर की अंतिम गेंद पर वैट को स्वीप के प्रयास में गार्डनर ने बोल्ड कर दिया।
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गार्डनर की धमाकेदार पारी, RCB के सामने 202 रनों का लक्ष्य
पहले नौ ओवर में सिर्फ़ 54 रन बने थे। ऐसा लगा कि गुजरात की टीम एक बार फिर से अपने पिछले सीज़न के ख़राब फ़ॉर्म को दोहराएगी लेकिन उसके बाद गार्डनर, मूनी और डॉटिन ने कमाल कर दिया। गार्डनर को इस सीजन कप्तान बनाया गया था। डॉटिन के लिए ऑक्शन में काफ़ी बड़ी ख़र्च की गई थी। साथ ही मिडिल ऑर्डर में भी कुछ बदलाव किए गए थे। ये सारे बदलाव इस बार काम कर गए। और जिस टीम ने पहले नौ ओवर में सिर्फ़ 54 रन बनाए थे, उसने 202 रनों का लक्ष्य दे दिया। गुजरात की तरफ़ से कप्तान गार्डनर ने 37 गेंदों में 79 रनों की पारी खेली। इसके अलावा मूनी ने भी अर्धशतक लगाया।
यह WPL में जायंट्स का अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है। गार्डनर के आठ सिक्सर किसी भी WPL पारी में सबसे अधिक हैं, जबकि जायंट्स द्वारा लगाए गए दस सिक्सर किसी भी WPL पारी में संयुक्त रूप से दूसरे सबसे अधिक हैं। उनका यह स्कोर WPL इतिहास में संयुक्त रूप से चौथा सबसे बड़ा स्कोर भी है दिलचस्प बात यह है कि जायंट्स ने बिल्कुल यही स्कोर इसी विपक्षी टीम के ख़िलाफ़ कुछ साल पहले ब्रेबॉर्न स्टेडियम में भी बनाया था।
रेणुका का शिकार बनीं डॉटिन
17वें ओवर में रेणुका अपने स्पैल का अंतिम ओवर डालने आई थीं। उनके ओवर के पहली ही गेंद पर पेरी ने डॉटिन का कैच छोड़ दिया था। इसकी अगली गेंद पर वेयरहेम ने छह रनों के लिए जाती हुई गेंद को ख़ीच कर सीमा रेखा के बाहर जाने से रोक दिया और फिर पांचवीं गेंद पर मिड विकेट पर डॉटिन का कैच लपक लिया गया। इस ओवर में RCB की टीम ने वापसी करने का अच्छा प्रयास किया है।
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डॉटिन और गार्डनर की आक्रामक बल्लेबाज़ी
गार्डनर और डॉटिन के बीच 26 गेंदों में 63 रनों की साझेदारी हो चुकी है। दोनों बल्लेबाज़ लगातार आक्रामक शॉट लगा रहे हैं। गार्डनर ने सिर्फ़ 25 गेंदों में अपना अर्धशतक भी पूरा कर लिया है। इसके बाद रेणुका की गेंद पर बेहतरीन फ़ील्डर माने जाने वाली पेरी ने लांग ऑन पर डॉटिन का एक आसान सा कैच भी टपका दिया है। यह साझेदारी ख़तरनाक होती दिख रही है।
मूनी के बाद गार्डनर और डॉटिन का प्रहार
65 पिछले पांच ओवर में 65 रन बने हैं। एक समय पर नौ ओवर के बाद सिर्फ़ 54 रन बने थे। 14 ओवर की समाप्ति के बाद गुजरात का स्कोर 119 है। अगर कप्तान गार्डनर ऐसे ही बल्लेबाज़ी करती रही हैं तो गुजरात की टीम एक बड़े स्कोर तक पहुंच सकती है।
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अर्धशतक लगाने के बाद पवेलियन लौटीं मूनी
मूनी गार्डनर के साथ रन रेट को बढ़ाना चाह रही थीं लेकिन वह इस क्रम में अपना विकेट गंवा बैठीं। अब गार्डनर और डॉटिन के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है। डॉटिन पिछले कुछ दिनों से काफ़ी अच्छी फ़ॉर्म में हैं। साथ ही गार्डनर का बल्ला भी भारत में ख़ूब चलता है। अभी भी लगभग आठ ओवर बचे हैं, यहां से आसानी से 70-80 रन बनाने का प्रयास किया जा सकता है।
WPL में मूनी ने अपनी बेहतरीन लय को बरकरार रखा
मूनी का अर्धशतक पूरा हो चुका है। 38 गेंदों में वह 51 रन बना चुकी हैं। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वह बेहतरीन फ़ॉर्म में चल रही थीं, और उस लय को उन्होंने यहां भी बरकरार रखा है। एक तरफ़ जहां अन्य बल्लेबाज़ रन बनाने में मशक्कत कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ़ मूनी लगातार अपने शॉट्स खेल रही हैं। अगर वह इसी तरह से खेलती रहीं तो गुजरात की टीम एक अच्छे स्कोर तक पहुंच सकता है। हालांकि किसी और बल्लेबाज़ को भी उनका साथ देना होगा।
गुजरात जायंट्स की टीम की ख़राब शुरुआत
54 गुजरात की टीम ने पहले 9 ओवरों में सिर्फ़ 54 रन बनाए हैं। पिच बल्लेबाज़ी के लिए अच्छी है लेकिन RCB की गेंदबाज़ों ने काफ़ी अच्छी लाइन पर गेंदबाज़ी की। फ़ील्डरों ने भी गेंदबाज़ों का अच्छा साथ दिया। इस पिच पर जीतने के लिए कम से कम 155-160 रनों की आवश्यकता होगी। अगर GG एक अच्छा टोटल बनाना चाह रही है तो उन्हें अब अपनी रन गति बढ़ानी होगी।
रेणुका को मिला सफलता, GG को लगा पहला झटका
रेणुका सिंह ने वुलफ़ार्ट को पवेलियन का रास्ता दिखा दिखा दिया है। ऑफ़ स्टंप के बाहर गिरने के बाद लेंथ गेंद अंदर की तरफ़ तेज़ी से आई, जिसे वुलफ़ार्ट समझ नहीं पाईं वह अक्रॉस द लाइन शॉट खेलने के प्रयास में बोल्ड हो गईं। इसके बाद हेमलता भी बड़ा शॉट लगाने के प्रयास में कनिका की शिकार बनीं। वह धीमी गति से की गई गेंद को लांग ऑफ़ की दिशा में उड़ा कर मारने का प्रयास कर रही थीं और प्वाइंट के खिलाड़ी को कैच दे बैठीं।
WPL 2025 - कहानी उन खिलाड़ियों की जिनसे काफ़ी उम्मीदे हैं
WPL के इस सीज़न में हमारी पूरी टीम कुछ ऐसे खिलाड़ियों की स्टोरी लेकर आ रही है, जो काफ़ी प्रतिभावान हैं। साथ ही उनमें वह क्षमता है, जो उन्हें एक बड़े मंच पर स्थापित सकती है। साथ ही हम WPL से जुड़े कुछ ऐसी कहानियां लेकर आ रहे हैं, जो काफ़ी रोचक और महत्वपूर्ण हैं।
कुछ रिपोर्ट के लिंक नीचे दिए गए हैं -
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RCB बनाम GG, प्लेइंग XI
गुजरात जायंट्स : लौरा वोल्वार्ट, बेथ मूनी, दयालन हेमलता, ऐश्ली गार्डनर, डिएंड्रा डॉटिन, हरलीन देओल, सिमरन शेख़, तनुजा कंवर, सयाली सतघरे, प्रिया मिश्रा, काश्वी गौतम
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु : स्मृति मांधना, डैनी व्याट-हॉज, ऐलिस पेरी, राघवी बिष्ट, ऋचा घोष, कनिका अहूजा, जॉर्जिया वेयरहम, किम गार्थ, प्रेमा रावत, वीजे जोशिता, रेणुका सिंह
RCB ने जीता टॉस
मांधना ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया है। उन्होंने कहा कि इस पिच पर ओस का असर देखने को मिल सकता है। उसी कारण से यह फ़ैसला लिया गया है। गार्डनर ने कहा कि अगर वे टॉस जीतते तो वह भी पहले गेंदबाज़ी का ही फ़ैसला लेते।
ऐश्ली गार्डनर: हम भी पहले गेंदबाज़ी करना चाहते थे, लेकिन कोई बात नहीं। हमारी टीम में खिलाड़ियों के बीच अच्छा तालमेल बन गया है। हमारी टीम में युवा और अनुभव का अच्छा मिश्रण है। हम सभी मुक़ाबला शुरू करने को लेकर उत्साहित हैं। पांच खिलाड़ी डेब्यू कर रही हैं।
स्मृति मांधना: वड़ौदरा वापस आकर अच्छा लग रहा है। हम एक महीने पहले भी यहां थे। मुझे लगा था कि यह गुजरात का घरेलू मैदान होगा, लेकिन ऐसा लग रहा है कि यह हमारा घरेलू मैदान है। हम पहले गेंदबाज़ी करना चाहेंगे। ओस एक बड़ा कारक है, इसलिए ओस आने से पहले कुछ ओवर डाल लेना बेहतर रहेगा। हमारे अभ्यास सत्र अच्छे रहे, तैयारी भी अच्छी हुई है। कुछ बदलाव करने पड़े हैं। विदेशी खिलाड़ी के रूप में पेरी, वेयरहम, डैनी और किम टीम में हैं।
रायल चैंलेंजर्स बेंगलुरु बनाम गुजरात जायंट्स - पिच रिपोर्ट
यह पिच काली मिट्टी की बनी है। सतह काफ़ी सख्त है। तेज़ गेंदबाज़ों को शुरुआती ओवरों में स्विंग और सीम मूवमेंट मिल सकता है। हालांकि कुछ दरारें ज़रूर दिख रही हैं, लेकिन ये ज़्यादा चौड़ी नहीं हैं, इसलिए बल्लेबाज़ों को ज़्यादा परेशानी नहीं होगी।
स्पिनरों के लिए यह पिच बहुत ज़्यादा मददगार नहीं दिख रही। अगर कोई स्पिनर काफ़ी धीमी गति से गेंदबाज़ी करता है, तो उसे थोड़ा टर्न मिल सकता है, लेकिन आमतौर पर यहां गेंद अच्छे से बल्ले पर आएगी। यानी बल्लेबाज़ों को शॉट खेलने में आसानी होगी। बाउंड्री की बात करें तो स्क्वेयर बाउंड्री 50 से 60 मीटर के बीच हैं। वहीं सीधी बाउंड्री 69 मीटर की है।
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RCB के ख़िलाफ़ गुजरात का अच्छा रिकॉर्ड
दो सीजन में गुजरात की टीम ने सिर्फ़ चार जीत दर्ज की है। इसमें से दो जीत RCB के ख़िलाफ़ आई हैं, जिसमें उनकी पहली जीत भी शामिल है। गुजरात की टीम ने इस सीजन डॉटिन जैसे खिलाड़ियों को अपने खेमे में शामिल किया है। साथ ही उन्होंने अपना कप्तान भी बदला है। अब गार्डनर उनकी कप्तान है। उन्हें उम्मीद होगी कि पिछले दो सीजन की तुलना में इस सीजन वे बेहतर प्रदर्शन करें।
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सीज़न की पहली भिड़ंत, मांधना बनाम गार्डनर
WPL 2025 का आगाज़ और कुछ ही मिनट बाद होने वाला है।महिला क्रिकेट की दुनिया में यह टूर्नामेंट एक लहर की तरह है, जो हर साल ऊंची और ज़ोरदार होती जा रही है। यहां हर चौका एक कहानी कहता है, और हर छक्का एक इतिहास लिखता है, और हर विकेट सपनों को एक नई उड़ान देता है।
WPL 2025 का नया अध्याय शुरू होने वाला है। और इसके साथ ही शुरू होगा जुनून, जज़्बा और अनगिनत कहानियों का वह सिलसिला, जिसने महिला क्रिकेट की परिभाषा बदल दी है। ये वो मंच है, जहां केवल जीतने का जज़्बा नहीं, बल्कि अपने खेल से दुनिया को चौंका देने का इरादा भी ज़रूरी है। यहां हर गेंद एक दांव है, हर रन एक इबारत, और हर मैच एक जश्न।
इस सीजन की पहली भिड़ंत गत विजेता रॉयल चैंलेंजर बेंगलुरु और गुजरात टाइटंस के बीच है। गार्डनर और मांधना के बीच का जो मुक़ाबला है, वह ख़ुद में एक ख़ास है। पिछले एक साल से जबरदस्त फ़ॉर्म में चल रहीं मांधना को अब तक T20 क्रिकेट में सबसे ज़्यादा बार गार्डनर ने आउट किया है। अब देखना यह है कि मांधना इस चुनौती का सामना कैसे करती हैं।