हॉकी छोड़ने से लेकर करोड़पति बनने का सफ़र : मिलिए RCB की 3डी प्लेयर प्रेमा से
1.2 करोड़ में ख़रीदी गई उत्तराखंड की स्पिन गेंदबाज़ी ऑलराउंडर के क्रिकेट सफ़र पर एक नज़र
निखिल शर्मा
14-Feb-2025
RCB के सहायक कोच मलोलन रंगराजन ने प्रेमा को "3डी प्लेयर" का टैग दिया है • RCB
चेन्नई में सीनियर महिला वनडे चैलेंजर ट्रॉफ़ी का पहला मैच। टीम सी को टीम ए के ख़िलाफ़ आखिरी तीन गेंदों में पांच रनों की ज़रूरत थी। 10 नंबर पर आईं प्रेमा रावत स्ट्राइक पर थीं। अपनी चौथी ही गेंद पर प्रेमा आगे निकलीं और प्वाइंट के ऊपर से खेलकर चौका निकाल दिया। अगली गेंद पर उन्होंने शॉर्ट मिडविकेट पर गेंद को धकेलकर सिंगल लिया और टीम को जीत दिला दी। प्रेमा जितनी बल्ले से बेहतर हैं, उतनी ही गेंदबाज़ी में और क्षेत्ररक्षण में भी हैं। तभी नीलामी में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने जब प्रेमा को 1.2 करोड़ में ख़रीदा तो फ़्रैंचाइज़ी के सहायक कोच मलोलन रंगराजन ने प्रेमा को "3डी प्लेयर" का टैग दिया। नीलामी के दौरान RCB को पता था कि आशा शोभना उपलब्ध नहीं रहेंगी इसलिए उन्हें एक लेग स्पिनर की ज़रूरत भी थी।
पिछले तीन महीने में उत्तराखंड के लिए खेलने वालीं 23 वर्षी प्रेमा ने घरेलू सफ़ेद गेंद क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। लेग स्पिनर ने चार टूर्नामेंट में 29 विकेट अपने नाम किए हैं, जिसमें वनडे चैलेंजर में 10 विकेट शामिल है, जिसमें वह दूसरी सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज़ थीं। उन्होंने सीनियर महिला वनडे ट्रॉफ़ी में भी ओडिशा के ख़िलाफ़ 47 रनों की नाबाद पारी खेली। वहीं क्षेत्ररक्षण में उन्होंने 19 कैच लिए और कुछ रन आउट भी किए।
ESPNcricinfo से बातचीत में प्रेमा ने मिले 3डी प्लेयर टैग के बारे में भी बात की।
प्रेमा ने कहा, "मुझे क्षेत्ररक्षण पसंद है। मैं जानती हूं कि डेढ़ साल तक मैं अपनी राज्य की टीम में केवल अपने क्षेत्ररक्षण की वजह से रही। बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दूसरे दर्जे की है, केवल क्षेत्ररक्षण से मैच जीते या हारे जा सकते हैं।"
टीम ए के ख़िलाफ़ फ़ाइनल के दौरान प्रेमा प्वाइंट पर तैनात थीं, जहां उन्होंने बमुश्किल एक शॉट को जाने दिया। अपने दृष्टिकोण के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, "झुककर रहो, गेंद को देखो और उस पर आक्रमण करो।"
प्रेमा ने स्वीकार किया कि उनके जीवन में निर्णायक मोड़ उनके कोच के कहने के बाद आया। उन्होंने कहा, "जब मुझे लगा कि मेरे अंदर काबिलियत है, रवि नेगी सर ने मुझे कहा, 'अगर तुम चाहती हो कि तुम्हारा प्राकृतिक कौशल चमके तो तुम्हें लगातार अभ्यास करना होगा।'"
प्रेमा ने उनकी सलाह को दिल से लिया। नेगी निबंस क्रिकेट अकादमी और उत्तराखंड की अंडर-19 क्रिकेट टीम के कोच हैं।उत्तराखंड के बागेश्वर के सुम्ती गांव से आने वाली प्रेमा बिना लड़कियों के साथ क्रिकेट खेलकर बड़ी हुई हैं।
प्रेमा ने कहा, "मेरी दिलचस्पी हमेशा से क्रिकेट में थी क्योंकि पहाड़ों पर कोई अन्य खेल खेलने को नहीं था। जब लड़कियां क्रिकेट नहीं खेलती थी तो मैंने लड़कों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया। जब लोकल टूर्नामेंट होता था तो मैं भी लड़कों की टीम में खेलती थी। समय के साथ मेरा जुनून क्रिकेट के लिए बढ़ता चला गया। मैं स्कूल स्तर से ही एथलेटिक्स के जरिए खेलों से जुड़ गई थी।"
प्रेमा ने WPL 2025 में अपने पहले मैच में मूनी का बड़ा विकेट लिया•BCCI
क्रिकेट में आने से पहले प्रेमा ने हॉकी में भी हाथ आज़माया। प्रेमा ने कहा, "बाद में जब हम शहर में आ गए तो मैंने केन्द्रीय विद्यालय में एडमिशन लिया। मैंने वहां हॉकी खेली क्योंकि स्कूल में क्रिकेट प्रमुख नहीं था। मैंने SGFI (स्कूल गेम्स फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडिया) और जूनियर भारतीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया। लेकिन क्रिकेट के लिए मैंने इसे छोड़ दिया।"
12वीं कक्षा में आर्मी में तैनात प्रेमा के पिता ने उनसे गंभीरता से बात की। प्रेमा ने याद करते हुए बताया, "एक दिन गंभीर आवाज़ में उन्होंने मुझसे पूछा, 'बेटा, तुम्हें क्या करना है?' उन्होंने मुझे या तो पढ़ाई या पूरी तरह से क्रिकेट पर ध्यान देने को कहा क्योंकि दोनों में संतुलन काम नहीं कर रहा था।"
प्रेमा ने उनकी सलाह को दिल से लिया और अपने क्रिकेट सफ़र की गंभीरता के साथ शुरुआत की। ज़िला और राज्य ट्रायल देने से पहले उन्होंने कोच के अंडर में बरेली स्टेडियम में तीन से चार महीने ट्रेनिंग शुरू की।
अपने करियर में उन्हें कई भारतीय क्रिकेटरों के साथ भी खेलने को मिला। प्रेमा ने चैलेंजर ट्रॉफ़ी को याद करते हुए कहा, "जो मैच मैंने जिताया था वहां दूसरे एंड पर स्नेह राणा दीदी थी, उनके अनुभव ने ही सारा अंतर पैदा किया। अगर वह मेरे पर विश्वास रखती हैं तो यह मायने नहीं रखता कि हम जीते या हारे। मुख्य बात शांत रहना और खुद पर विश्वास करना है।"
उन्होंने आगे बताया, "बड़े खिलाड़ियों के साथ खेलने में कोई दबाव नहीं होता है, वे हमारा सम्मान करते हैं और उनके साथ जुड़ना बड़ी बात है। लेकिन जब हम उनके ख़िलाफ़ खेलते हैं जैसे शेफ़ाली वर्मा के ख़िलाफ़ खेली थी तो एक अतिरिक्त बढ़त है। आप जानते हैं कि वह एक महान खिलाड़ी है, इसलिए आपको उनको गेंदबाज़ी करते समय सावधानीपूर्वक योजना बनानी होगी।"
जैसे ही वह WPL में करोड़पति बनी, उनकी लेग ब्रेक गेंदबाज़ी और छक्के लगाने के उनके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इसमें उत्तराखंड की महिला प्रीमियर लीग के वीडियो भी थे जहां पर उन्होंने मसूरी थंडर्स को विजेता बनाने में अहम रोल निभाया।
प्रेमा ने कहा, "बड़े दबाव वाली परिस्थिति में जब विकेट की ज़रूरत हो या बड़े रनों का पीछा करना हो तो शांत रहना मुख्य बात है। जब मैं RCB के लिए खेलूंगी तो यही मेरा फ़ोकस होगा।"
प्रेमा को टी20 क्रिकेट अधिक पसंद है। 14 फ़रवरी को जब RCB का सामना गुजरात जायंट्स से होगा तो प्रेमा को उम्मीद है कि वह गेंद से कमाल दिखा पाएंगी।
क्या बड़ी कीमत का बोझ उन पर पड़ता है? प्रेमा ऐसा नहीं सोचतीं। नीलामी के दिन RCB और दिल्ली कैपिटल्स के बीच बोली लड़ाई छिड़ने पर भी उन्हें कोई दबाव महसूस नहीं हुआ। उनके लिए रोमांच लीग में खेलने का अवसर है।
उन्होंने कहा, "एक चीज़ जो मुझे RCB की पसंद है वह माहौल है। वहां लोग आप पर दबाव नहीं बनाते। आप बिना किसी चिंता के बात कर सकते हो, यह बहुत अच्छा है।"
पैसा प्रेमा के लिए मायने नहीं रखता है। वह अब तक खुलकर अपने क्रिकेट को जीती आई हैं। WPL 2025 के पहले ही मैच में जब गेंद को उनके हाथों में थमाया गया तो उन्होंने बेथ मूनी का बड़ा विकेट निकालते हुए कमाल कर दिया। हालांकि उन्होंने 2 ओवर में 26 रन ख़र्च किए। भले ही उन्होंने एक महंगा स्पैल डाला लेकिन एक बात तो तय है कि इस युवा खिलाड़ी ने WPL में एक बड़े खिलाड़ी को आउट करते हुए, अपना पहला कदम रखा है।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26