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यॉर्कशायर में नस्लवाद नहीं देखने की जो रूट की टिप्पणी 'आहत करने वाली' थी : रफ़ीक़

रफ़ीक़ का दावा है कि गवाही के दौरान गैरी बैलेंस के साथ संबंध 'ज़हर से भरे' थे

रूट ने नस्‍लवाद के खिलाफ एकजुट होने की बात कही थी  •  PA Images via Getty Images

रूट ने नस्‍लवाद के खिलाफ एकजुट होने की बात कही थी  •  PA Images via Getty Images

अज़ीम रफ़ीक़ ने संसदीय जांच में कहा है कि जो रूट का दावा कि उन्होंने कभी भी यॉर्कशायर में नस्लवाद को नहीं पाया, "आहत कर देने वाला" था।
क्लब में संस्थागत नस्लवाद के रफ़ीक़ के दावों की यॉर्कशायर की जांच पर सुनवाई कर रही डिजीटल, संस्कृति, मीडिया और खेल (डीसीएमएस) की चयन समिति को सबूत देते हुए, रफ़ीक़ को यह कहते हुए पीड़ा हुई कि इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान रूट ने कभी खुद नस्लवादी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया था। लेकिन रफ़ीक़ ने कहा कि उन्होंने रूट की टिप्पणियों को "अज़ीब" पाया और इस बात का संकेत दिया कि क्लब में ऐसी भाषा का उपयोग कितना "सामान्य" था।
2009 से यॉर्कशायर के खिलाड़ी रूट ने पिछले हफ्ते एक बयान जारी कर क्लब में "परिवर्तन और कार्यों" की शुरुआत की बात कही थी ताकि ऐसा माहौल बन सके जहां पर "सभी समुदायों में विश्वास के साथ अच्छा वातावरण हो।" यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने क्लब में नस्लवाद की कोई घटना देखी है, रूट ने कहा था, "ऐसा नहीं है कि मैं याद कर सकता हूं, नहीं मैं नहीं कर सकता। लेकिन यह स्पष्ट है कि क्लब में चीज़ें हुई हैं और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम इसे मिटा दें।"
उनकी टिप्पणियों के बाद यॉर्कशायर के बल्लेबाज़ और रूट के पूर्व साथी गैरी बैलेंस ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपशब्‍द का इस्तेमाल किया था, जिसे रफ़ीक़ के दावों में क्लब की रिपोर्ट में "मज़ाक" के रूप में समझा गया था।
रफ़ीक़ ने मंगलवार को सुनवाई में कहा, "स्पष्ट रूप से, रूट एक अच्छे इंसान हैं। वह कभी भी नस्लवादी भाषा में शामिल नहीं हुए। मुझे [उनका बयान] आहत करने वाला लगा, क्योंकि रूटी न केवल गैरी के साथी थे, बल्कि इंग्लैंड के लिए खेलना शुरू करने से पहले, वह उन बहुत सारी पार्टियों में शामिल थे जहां मुझे बुलाया गया। सामाजिक रातों में शामिल था, जहां मुझे अपमाजनक शब्‍द कहा गया।
"उन्हें यह याद नहीं हो सकता है, लेकिन यह दिखाता है कि उस माहौल में, उस संस्थान में यह कितना सामान्य था कि उनके जैसा एक अच्छा आदमी भी इसे नहीं देखता है। यह अज़ीब था, लेकिन यह वातावरण है, जिसे संस्था ने बहुत आम बना दिया है और जिसे लोग याद नहीं रखते हैं और यह किसी को प्रभावित नहीं करेगा। यह कुछ ऐसा है जिसे मैं हर दिन याद करता हूं, लेकिन मुझे रूट से यह उम्मीद नहीं थी।"
डीसीएमएस समिति को संबोधित करते हुए, रफ़ीक़ ने बैलेंस का जवाब दिया। जिन्होंने पहले रूट और बैलेंस की जोड़ी के बीच गहरी और स्थायी दोस्ती की बात करके शुरुआती आरोपों को संबोधित किया था। रफ़ीक़ ने कहा, यह गलत है, 2013 में उनके रिश्ते में गिरावट आई और 2017 में जब तक बैलेंस को क्लब का कप्तान बनाया गया, तब तक दोनों के रिश्तों में ज़हर घुल गया था।
यॉर्कशायर रिपोर्ट में "केविन" शब्द के संदर्भ के बारे में समिति के अध्यक्ष, जूलियन नाइट के सांसद द्वारा पूछे जाने पर, रफ़ीक़ ने बताया कि यह गैर श्वेत टीम के साथियों के लिए बैलेंस द्वारा इस्तेमाल किया गया एक अपमानजनक शब्द था। उन्होंने कहा, "यह इंग्लैंड के ड्रेसिंग रूम में एक खुला रहस्य था। कोई भी व्यक्ति जो गैरी से मिला उसे पता होगा कि वह एक ऐसा मुहावरा था जिसका इस्तेमाल वह रंग के लोगों का वर्णन करने के लिए करेगा।"
रफ़ीक़ ने यह भी आरोप लगाया कि इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज़ एलेक्स हेल्स उन खिलाड़ियों में से एक थे जिन्होंने इस शब्द को उठाया और यहां तक ​​​​कि अपने कुत्ते का नाम 'केविन' भी रखा क्योंकि वह काला था। रफ़ीक़ ने कहा, "यह घृणा करने वाला है कि इसको मज़ाक के तौर पर लिया गया था।"
रफ़ीक़ ने मंगलवार की सुनवाई में कहा कि जांच के लिए यॉर्कशायर और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन सहित व्यक्तियों पर ध्यान केंद्रित नहीं करना सही था, जिन्होंने द टेलीग्राफ के लिए अपने कॉलम में खुलासा किया कि उनका नाम रिपोर्ट में दिखाई दिया महत्वपूर्ण था। जहां रफ़ीक़ ने वॉन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने नोट किया था यॉर्कशायर टीम में चार एशियाई खिलाड़ियों को शामिल किया और तब उन्होंने कहा था, "आप में से बहुत से लोग हैं, हमें इसके बारे में कुछ करने की ज़रूरत है।"
वॉन ने उन आरोपों को नकार दिया था, भले ही रफ़ीक़ की इस बात की पुष्टि मौजूद दो एशियाई खिलाड़ियों राणा नावेद उल हसन और आदिल रशीद ने की हो।
रफ़ीक़ ने कहा, "मुझे लगता है कि वॉन पर ही सवाल नहीं उठाने चाहिए। यह बहुत समय पहले था, माइकल इसे याद नहीं रख सकते जैसा, मैंने पहले कहा था क्योंकि इसका कोई मतलब नहीं है। लेकिन हम तीनों इसे याद रखते हैं।"
"उन्होंने डेली टेलीग्राफ मंच का इस्तेमाल सभी को यह बताने के लिए किया कि उन्होंने ये बातें नहीं कही थीं, लेकिन फिर जाकर मेरे बयान का एक हिस्सा सामने रखा और फिर अन्य चीज़ों के बारे में बात की, मुझे लगा कि यह पूरी तरह से ग़लत है।"
अपनी गवाही के दौरान, रफ़ीक़ ने खुलासा किया कि जब वह स्थानीय क्रिकेट क्लब के लिए खेल रहे थे तो 15 वर्ष की उम्र में एक कार में उन्हें पिन चुभाई गई और एक अन्य खिलाड़ी ने उसके गले में शराब ज़बरदस्ती शराब डाली थी।
रफ़ीक़ ने कहा, "शराब ज़बरदस्ती पिलाने का पहला उदाहरण, मैं वास्तव में अपने स्थानीय क्रिकेट क्लब में फंस गया और रेड वाइन मेरे गले से नीचे उतर गई। वह खिलाड़ी यॉर्कशायर और हैंपशायर के लिए खेला।"
"मैंने लगभग 2012 तक शराब को नहीं छुआ था और उस समय के आसपास मुझे लगा कि मुझे फ़िट होने के लिए ऐसा करना होगा।"
रफ़ीक़ ने अपने नस्लवाद के अनुभवों का एक चलता-फिरता लेखा जोखा भी दिया और बाद में इसके बारे में बात करते हुए उन्होंने अपनी पत्नी सहित परिवार पर बात की। रफ़ीक ने कहा, "क्या मुझे यह विश्वास करना चाहिए कि मैंने अपना करियर नस्लवाद के कारण खो दिया? हां मैं करता हूं। उम्मीद है कि पांच साल के समय में हम एक बड़ा बदलाव देखेंगे और मैं इसे वापस देख सकता हूं कि मैंने कुछ ऐसा किया जो मुझे मिले किसी भी रन या किसी भी विकेट से कहीं बड़ा है। लेकिन यह भयानक है, जिसके बारे में सोचकर दर्द होता है।"
"हमारे दो छोटे बच्चे हैं और वास्तव में में उन्हें पिता होने के नाते समय नहीं दे पाया, क्योंकि मुझे केवल इस बात की चिंता है कि यॉर्कशायर मुझे बदनाम करने के लिए कुछ भी कर सकता है और मैं इससे कैसे निपटूंगा। वकीलों के साथ व्यवहार करना, प्रेस से निपटना चुनौतीपूर्ण है लेकिन मुझे उम्मीद है कि आज किसी तरह का समापन होगा और मैं उसके साथ अपने बच्चों के साथ वह व्यवहार कर सकता हूं जिसके वह हकदार हैं।"

अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।