एक यादगार दौरा, जिसका फ़ाइनल वैसा नहीं हो पाया जिसका यह हक़दार था। पाकिस्तान के ख़िलाफ़ इस सीरीज़ में इंग्लैंड पहले छह टी20 मैचों में गरम और नरम रहा लेकिन सातवें मैच में तो इंग्लैंड पूरी तरह से हावी रहा। उन्होंने इस्तेमाल हो चुकी पिच पर तीन विकेट पर 209 रन बना डाले।
डाविड मलान और
हैरी ब्रूक ने पांचवें विकेट के लिए 10.1 ओवर में नाबाद 108 रन की साझेदारी कर डाली।
जब तक मोहम्मद हसनैन को डेविड विली ने कवर पर दो रन दिए, तब तक स्टैंड लगभग खाली हो चुके थे। जब बाबर आज़म और मोहम्मद रिज़वान पहली आठ गेंदों में आउट हो गए तो परिणाम के बारे में तनाव लेने की कोई बात ही नहीं बची थी।
जब इंग्लैंड के खिलाड़ी ट्रॉफ़ी लेने मैदान पर पहुंचे तो इसने ऐतिहासिक दौरे की याद दिलाई, क्योंकि इससे पहले यह टीम 2005 में पाकिस्तान का दौरा की थी। उनके लिए टी20 विश्व कप की तैयारियों के उड़ान भरने के लिए 96 घंटों का ही समय था और उन्होंने इस आख़िरी पल को यादगार बना दिया।
लेकिन अंदर देखा जाए तो यह दौरा पाकिस्तान की वापसी की कहानी कहता है। दो अतिरिक्त मैच जोड़े गए और इंग्लैंड का सफ़र इस सीरीज़ में उतार-चढ़ाव भरा रहा। अंतिम दो मैचों में इंग्लैंड को लय पाने, कुछ अलग करने और रणनीति को अमलीज़ामा पहनाने का मौक़ा मिल गया। इस सीरीज़ से यह प्रारूप ताज़ा लगने लगा और दिसंबर में इन दोनों देशों के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज़ के लिए यह अच्छा उदाहरण है।
संदेश साफ़ था कि पाकिस्तान में यह सीरीज़ आसान तो नहीं होने वाली। उच्च कोटि की सुरक्षा जहां खिलाड़ियों के लिए हल्की दिक्कत होती लेकिन यह सुनिश्चित भी किया गया कि यह बिना बाधा के हो और इंग्लैंड दल के आधे खिलाड़ी तो घर जैसा महसूस कर रहे थे जैसा ब्रूक ने कहा भी, "मुझे यहां पर लगभग घर जैसा महसूस होता है।"
इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने पाकिस्तान के मेज़बानी की जब भी मौक़ा मिला तारीफ़ की है, लेकिन इस सीरीज़ के पिछले दो मैचों में इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने पिच पर समय बिताया है। शुक्रवार की रात मेज़बानों ने मोहम्मद रिज़वान और हारिस रउफ़ को आराम दिया और रविवार को उन्होंने सीधे कैच छोड़े और ख़राब क्षेत्ररक्षण किया।
यह भी देखा गया है कि अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम इतना व्यस्त हो गया है कि कोविड की वजह से कई दौरों को स्थगित किया गया था और अब खिलाड़ियों पर उनका ज़ोर था। दोनों पक्षों ने दौरे को को रद्द करने की बजाए उनको दोबारा आयोजित कराने पर काम किया और इंग्लैंड के पाकिस्तान के दौरे के बाद यह सुनिश्चित भी हो गया है।
अब पाकिस्तान को ही देखिए, वह सातवां टी20 हारने के बाद होटल लौटने की बजए सीधा न्यूज़ीलैंड के लिए रात के दो बजे रवाना हो गई जहां वह मेज़बान देश के अलावा बांग्लादेश के ख़िलाफ़ त्रिकोणीय टी20 सीरीज़ खेलेंगे। हालांकि इसमें कोई शक नहीं है कि वे भटके हुए होंगे।
लेकिन इस सीरीज़ ने यह भी प्रदर्शित किया है कि बोर्ड 13 दिनों में सात मैचों को कराने के लिए इतने उत्सुक क्यों हैं। दोनों पक्षों ने प्रमुख खिलाड़ियों को मिस किया है, लेकिन मानक उच्च रहा है और क्रिकेट उच्च दर्जे का रहा है। सीरीज़ चौथे मैच में अपने शिखर पर पहुंच गई जब रउफ़ ने पुरानी गेंद को 155 किमी प्रति घंटा की गति से रिवर्स-स्विंग कराकर अपनी टीम को जीत दिला दी।
सात मैचों की टी20 सीरीज़ में दर्शकों को ख़ीचने की क्षमता थी। कराची और लाहौर दोनों के दर्शकों ने इसमें योगदान दिया, जिसने दिखाया कि दोनों ही टीम मज़बूत हैं लेकिन दोनों के तरीक़े अलग हैं।
इंग्लैंड को आख़िरकार जीत मिली और उनको पाकिस्तान से ज़्यादा परिणाम की आवश्यकता थी। यह जुलाई 2021 से उनकी पहली सीरीज़ जीत थी, ओएन मॉर्गन के संन्यास के बाद और
मैथ्यू मॉट के प्रमुख कोच का भार संभालने के बाद भी पहली।
अब विश्व कप की तैयारियों में इंग्लैंड को अगले सप्ताह ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ पर्थ में तीन अहम टी20 मैच खेलने हैं, जो उनकी तैयारियों को अंतिम रूप देंगे। इसके बाद यह टीम 22 अक्तूबर को अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ पहला मैच खेलेगी, जहां पर जॉस बटलर, क्रिस जॉर्डन, लियम लिविंगस्टन और बेन स्टोक्स भी वापसी कर चुके होंगे।
लेकिन इस सीरीज़ की सबसे अहम बात यह थी कि इंग्लैंड ने सात साल पहले पाकिस्तान के ख़िलाफ़ यूएई में कोई विदेशी सीरीज़ खेली थी। यह उतना ही उत्साहजनक है कि वे अपनी अगली सीरीज़ भी पाकिस्तान में ही उनके ख़िलाफ़ खेलेंगे।
कप्तान
मोईन अली ने मैच के बाद कहा, "यहां पर लौटकर अच्छा लगा और 17 साल बाद हम ने यहां पर कोई मैच खेला। यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि हम यहां पर आकर दोबार से खेले।"
वहीं प्रमुख कोच मॉट ने कहा कि उन्हें और उनकी टीम को यहां खेलकर बहुत आनंद मिला।
उन्होंने कहा, "इस तरह की मेज़बानी दुनिया में बेहतरीन में से एक है। लोग आपको अच्छी निगाहों से देखते हैं और आपको बहुत सम्मान देते हैं। हमें यहां पर लंबे समय बाद खेलकर मज़ा आया। यह दौरा शानदार रहा।"
मॉट ने कहा, "उन्होंने पूरे जोश में अपने लोगों के सामने खेला है और एक ऐसे देश में कुछ ख़ुशी लाने में एक छोटी सी भूमिका निभाई है जिसने हाल ही में बहुत दुख़ देखा है। यह सिर्फ़ एक क्रिकेट यात्रा से थोड़ा अधिक है। पाकिस्तान के लोगों ने हमारी टीम को वास्तव में अच्छी तरह से ग़ले लगाया है। हमने हर पल का आनंद लिया है।"
पाकिस्तान के लोगों ने भी लाहौर के गद्दाफ़ी स्टेडियम में आख़िरी मुक़ाबले में खुलकर बैनर दिखाए कि इंग्लैंड हम आपको मिस करेंगे और हां इस बार उन्हें ज़्यादा इंतज़ार नहीं करना होगा।
मैट रोलर ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।