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मैच जिताऊ पारी के दौरान बेयरस्टो ने की रिकॉर्ड्स की बारिश

सबसे तेज़ रन रेट, रिकॉर्ड साझेदारी और बॉउंड्री का भी बना रिकॉर्ड

आउट होने के बाद बोल्ट से हाथ मिलाते बेयरस्टो  •  Getty Images

आउट होने के बाद बोल्ट से हाथ मिलाते बेयरस्टो  •  Getty Images

बेयरस्टो-स्टोक्स साझेदारी
77 जॉनी बेयरस्टो ने 77 गेंद पर शतक लगाया, जो कि टेस्ट की चौथी पारी में दूसरा सबसे तेज़ शतक है। चौथी पारी में सबसे तेज़ शतक का रिकॉर्ड इंग्लैंड के गिल्बर्ट जेसप के नाम है जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 1902 में बनाया था। यह इंग्लैंड के लिए भी दूसरा सबसे तेज़ शतक है।
8.87 जॉनी बेयरस्टो और बेन स्टोक्स के बीच 8.87 के रन रेट से 179 रन की साझेदारी हुई, जो कि रन रेट के हिसाब से तीसरी सबसे तेज़ शतकीय साझेदारी है। इसके अलावा यह कम से कम 20 ओवर तक चलने वाली tतीसरी सबसे तेज़ साझेदारी भी है।
10.00 अंतिम सत्र में इंग्लैंड ने 10 की रन रेट से रन बनाए। उन्हें अंतिम सत्र के दौरान 38 ओवर में 160 रन चाहिए था लेकिन उन्होंने इसे बनाने के लिए 16 ओवर लिए। यह 2016 के बाद 15 ओवर से अधिक के किसी भी टेस्ट सेशन में सबसे तेज़ रन रेट है। इससे पहले यह रिकॉर्ड 8.29 था, जो न्यूज़ीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 2016 में बनाया था। न्यूज़ीलैंड ने तब 24 ओवर में तीन विकेट खोकर 199 रन बनाए थे।
इंग्लैंड का रिकॉर्ड चेज़
5.98 इंग्लैंड ने चौथी पारी के दौरान 5.98 के रन रेट के साथ रन बनाए, जो कि 250 से अधिक रन के लक्ष्य का पीछा करने वाली किसी भी विजेता टीम के लिए चौथा सर्वाधिक रन रेट है। रिकॉर्ड साउथ अफ़्रीका के नाम है, जब उन्होंने ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ 50 ओवर में 340 रन बनाए थे।
0 किसी भी टीम ने 200 से अधिक के लक्ष्य का पीछा इंग्लैंड से तेज़ नहीं किया है।
299 यह ट्रेंट ब्रिज़ में भी सबसे तेज़ लक्ष्य का पीछा है। इंग्लैंड ने इस मैदान पर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा जब उन्होंने 2004 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 284 रन बनाया था।
1 इससे पहले सिर्फ़ एक बार ही ऐसा हुआ है जब किसी टीम ने एक सीरीज़ में दो बार सफलता पूर्वक 250 से अधिक रन के लक्ष्य का पीछा किया है। यह रिकॉर्ड भी इंग्लैंड के नाम है, जब उन्होंने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 2004 में लॉर्ड्स और नॉटिंघम में क्रमशः 282 और 284 रन बनाए थे।
चौके और छक्के का रिकॉर्ड
1 नॉटिंघम ऐसा पहला टेस्ट बना, जब किसी टीम ने बॉउंड्री की मदद से 1000 से अधिक रन बनाए। इससे पहले यह रिकॉर्ड 976 रन का था, जो 2004 के ऑस्ट्रेलिया-भारत सिडनी टेस्ट में बना था।
249 इस मैच में 249 बाउंड्री लगे, जिसमें 225 चौके और 24 छक्के थे। 2004 के ऑस्ट्रेलिया-भारत सिडनी टेस्ट में कुल 242 चौके लगे थे। हालांकि इस मैच में 238 चौके लगे थे जो कि अब भी एक रिकॉर्ड है।
4.10 इस मैच में 4.10 के रन रेट से रन बने, जो कि किसी भी टेस्ट मैच में सर्वाधिक है। इससे पहले इंग्लैंड-भारत लॉर्ड्स टेस्ट (1990) में 4.08 के रन रेट से रन बने थे।
1675 इस मैच में कुल 1675 रन बने, जो कि आठवां सर्वाधिक है। पिछले 15 सालों में तो यह सर्वाधिक है। यह इंग्लैंड में टेस्ट मैचों में दूसरा सर्वाधिक टोटल भी है। इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया लीड्स टेस्ट (1948) में कुल 1723 रन बने थे।
837 न्यूज़ीलैंड ने इस टेस्ट में कुल 837 रन बनाए, जो कि किसी भी टेस्ट हारने वाली टीम के लिए दूसरा सर्वाधिक है। इससे पहले इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया लीड्स टेस्ट (1948) में इंग्लैंड की टीम 861 (496 और 365/8) रन बनाकर भी हार गई थी।
6 सिर्फ़ छह बार ही ऐसा हुआ है, जब दोनों टीमों के पहली पारी में 500 से अधिक के स्कोर बने हैं और मैच का परिणाम निकला है। सभी छह मैच में पहली पारी में बढ़त लेने वाली टीम विजेता हुई है।
11 इस मैच में कुल 11 कैच छूटे। पिछले चार साल में सिर्फ़ दो बार ही ऐसा हुआ है, जब किसी टेस्ट में इससे अधिक कैच छूटे हैं।

संपत बंडारूपल्ली ESPNcricinfo में सांख्यिकीविद हैं