पंजाब की रणनीति काम नहीं आई तो हैदराबाद के चमकते सितारे बने उमरान और त्रिपाठी
जहां लिविंगस्टन और जितेश रहे पंजाब किंग्स के बड़े खोज वहीं विलियमसन का फ़ॉर्म हैदराबाद को ले डूबा

पंजाब किंग्स
अंक तालिका में स्थान
सात जीत और सात हार के साथ छठा स्थान
संक्षेप में सीज़न
टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही पता था कि बड़े हिटर से लैस पंजाब की रणनीति किस तरह की होगी। इसका फ़ायदा उन्हें अपने पहले मुक़ाबले में ज़रूर मिला जहां उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के विरुद्ध 206 के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया लेकिन इसके बाद परिणाम मिले जुले थे। पहले सात मैच के बाद उन्होंने केवल तीन मैच जीते थे।
सीज़न के दूसरे हिस्से में टीम ने परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपनी नीति को बदलना सही समझा। इसके बावजूद किसी मैच में बल्लेबाज़ी चली तो किसी और में गेंदबाज़ी और टीम निरंतरता ढूंढती रही। आख़िर तक इस टीम ने लगातार दो मैच नहीं जीते।
सवालों के घेरे में फ़ैसले
अतिआक्रामक खेल सोचने में तो आकर्षक है लेकिन अगर मैच स्थिति की मांग रहे कि आप कुछ अलग करें तो उस पर अडिग रहना हानिकारक है। पंजाब ने गुजरात टाइटंस के विरुद्ध अपने पहले मुक़ाबले में यही सीखा। सीज़न के शुरुआती मैचों में टीम बल्लेबाज़ी में इतना आक्रामक माद्दा बनाए रखती थी कि जब कुछ विकेट जल्दी गिरते थे तो उनके पास कोई दूसरा प्लान नज़र नहीं आता था।
सीज़न की खोज
जितेश शर्मा, जिन्होंने अच्छे कीपिंग के साथ बेहतरीन बल्लेबाज़ी का मुज़ाहिरा किया। उन्होंने विश्व के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ों पर प्रहार करते हुए 10 पारियों में 163.63 के स्ट्राइक रेट से 234 रन बनाए।
इन्हें कैसे भुला जाए
अपने सटीक यॉर्कर और चतुर गति परिवर्तन के चलते अर्शदीप सिंह इस टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ डेथ ओवर (17-20) गेंदबाज़ों में से एक बने। इस पड़ाव में न्यूनतम 10 ओवर डालने वाले गेंदबाज़ों में अर्शदीप की 7.58 की इकॉनमी केवल जसप्रीत बुमराह (7.38) से अधिक थी। लियम लिविंगस्टन ने बताया कि पंजाब को कैसी बल्लेबाज़ी की दरकार पहले से सातवें नंबर तक से थी - आक्रमण और ठहराव का सही मिश्रण। उनके बनाए 437 रन लीग पड़ाव का छठा सर्वाधिक योग था और उनका स्ट्राइक रेट रहा 182.02 का।
सनराइज़र्स हैदराबाद
अंक तालिका में स्थान
छह जीत और आठ हार के साथ आठवां स्थान
संक्षेप में सीज़न
अपने पहले दो मैच हारने के बाद हैदराबाद ने लगातार पांच मैच जीते। कप्तान केन विलियमसन लगातार टॉस जीतते और हैदराबाद का मज़बूत तेज़ गेंदबाज़ी क्रम विपक्ष को किफ़ायती स्कोर पर रोकता जिसे उनके बल्लेबाज़ आसानी से बना लेते रहे।
इस सिलसिले के टूटने के बाद सब कुछ बदल सा गया। टी नटराजन और वॉशिंगटन सुंदर चोटिल हुए और टीम का संतुलन बिगड़ गया। पिचें भी धीमी होने लगी और इससे उनकी गेंदबाज़ी में वह धार नहीं रही। विलियमसन के ख़राब फ़ॉर्म ने कोई सहायता नहीं दी और हैदराबाद ने आख़िर के सात मैच में केवल एक जीत दर्ज की। सवालों के घेरे में फ़ैसले
विकल्प रहते भी विलियमसन ओपन करते रहे इस उम्मीद में कि वह एक दिन तो फ़ॉर्म में आ ही जाएंगे। जब तक उन्होंने मिडिल ऑर्डर में खेलने का फ़ैसला लिया और फिर अपने बच्चे के जन्म के लिए न्यूज़ीलैंड लौटे तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
सीज़न की खोज
उमरान मलिक ने हैदराबाद के लिए मिडिल ओवर्स में अपनी तेज़ गेंदबाज़ी से अच्छे-अच्छों को परेशान किया। उन्होंने 14 मैच में अपनी टीम के लिए सर्वाधिक 22 विकेट लिए।
इन्हें कैसे भुला जाए
राहुल त्रिपाठी हैदराबाद के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ रहे और उन्होंने स्पिन और पेस दोनों को अच्छे से खेलते हुए कुल 413 रन बनाए जिसमें औसत रही 37.54 की और स्ट्राइक रेट 158.23 का। मिडिल ऑर्डर को मज़बूती देने का काम एडन मारक्रम ने किया जिन्होंने 47.62 की औसत और 139.05 के स्ट्राइक रेट से 381 रन बनाए।
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo में सीनियर असिस्टेंट एडिटर और स्थानीय भाषा प्रमुख देबायन सेन ने किया है।
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.